# politicswala report
Attempt to rape in Amaltas Hospital-देवास के उज्जैन रोड स्थित अमलतास इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के हॉस्टल में मंगलवार रात एक एमबीबीएस छात्रा के साथ अज्ञात व्यक्ति ने दुष्कर्म की कोशिश की।
मामला कुछ इस तरह है कि देर रात करीब 12 बजे एक युवक छात्रा के कमरे में अचानक घुस गया। उसने छात्र के साथ चाकू की नोक पर अश्लीलता की और भाग निकला।
युवक जिस जगह से छात्रा के कमरे में गया वहां पर कूलर के लिए खाली स्थान छोड़ा था।
अज्ञात युवक ने छात्रा के साथ ज्यादती इस कदर की कि उसके चहरे पर नाखूनों का भी निशान है।
घटना के बाद जब होटल की छात्राओं ने विरोध किया तो मैनेजमेंट ने सुबह तक का समय मांगा, लेकिन कोई एक्शन न होने पर कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया। वहीं, कॉलेज प्रबंधक पर भी लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए है।
घटना की सूचना समय पर पुलिस को न देने पर बुधवार को मेडिकल छात्र-छात्राओं ने कॉलेज के सामने हाईवे जाम कर प्रदर्शन किया।
बीएनपी टीआई अमित सोलंकी के अनुसार, छात्रा के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है।
पहले भी नाबालिग से रेप का मामला
इससे पहले अस्पताल के एक डॉक्टर पर नाबालिग से रेप का मामला दर्ज हुआ था।
अस्पताल प्रबंधन के सीओ जगत रावत ने बताया कि डॉ. रुपम जैन को पहले ही नौकरी से निकाल दिया गया है।
प्रबंधन का कहना है कि वर्तमान मामले में छात्र एक अलग घटना की बात कर रहे हैं, जिसके बारे में वे छात्रों से चर्चा कर रहे हैं।
सीओ जगत ने कहा कि छात्र-छात्राओं की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाता है और वर्तमान मामले की जांच पुलिस की मदद से की जा रही है।
प्रबंधन पर मामला टालने के प्रयास का आरोप
छात्रों का आरोप है कि जब उन्होंने इस मामले को लेकर प्रबंधन से बात की, तो उन्हें टालने का प्रयास किया गया।
इससे पहले भी अस्पताल के एक डॉक्टर पर नाबालिग से रेप का मामला दर्ज हुआ था।
You may also like
-
ओडिशा NSUI प्रेसिडेंट रेप केस में गिरफ्तार: BJP ने पूछा- कब तक अपने नेताओं को बचाएगी कांग्रेस
-
शशि थरूर अब हमारे नहीं रहे…, जानें केरल कांग्रेस के सीनियर नेता के. मुरलीधरन ने ऐसा क्यों कहा?
-
संसद के मानसून सत्र का पहला दिन: ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा
-
2006 मुंबई ट्रेन ब्लास्ट केस: हाईकोर्ट ने सभी 12 आरोपी किए बरी, 19 साल बाद आया बड़ा फैसला
-
ED ने Google और Meta को भी नहीं छोड़ा! जानें क्यों भेजा गया इन दोनों कंपनियों को नोटिस?