केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया

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पाकिस्तान को एक और झटका, भारत ने सभी प्रकार की डाक और पार्सल सेवाओं पर लगाई रोक

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अब न कोई चिठ्ठी न कोई सन्देश, न कोई तोहफा आएगा-जायेगा सीमा पर से

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India-Pakistan Tension: कश्मीर में आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। इस बीच, भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ सभी प्रकार डाक और पार्सल सेवाओं पर रोक लगा दी है।

केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भारत सरकार ने हवाई और सतही मार्गों के माध्यम से पाकिस्तान से आने वाले सभी प्रकार के मेल और पार्सल के आदान-प्रदान को निलंबित करने का फैसला किया है।

दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत एक के बाद एक कदम पाकिस्तान के खिलाफ उठा रहा है। डाक और पार्सल पर रोक लगाने का फैसला उसी कड़ी का हिस्सा है। आतंकी हमले में 26 लोगों की बर्बर तरीके से हत्या कर दी गई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तइबा से जुड़े गुट द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली। फरवरी, 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर में यह सबसे बड़ा आतंकी हमला था। उस हमले में सीआरपीएफ के 47 जवान शहीद हो गए थे। पाकिस्तान को एक और झटका, भारत ने सभी प्रकार की डाक और पार्सल सेवाओं पर लगाई रोक

इससे पहले भी कई कड़े फैसले

इससे पहले पहलगाम में आतंकी हमले के बाद सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए थे। इसमें 1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया था। इसके साथ ही एकीकृत चेक पोस्ट अटारी को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया था। इसके अलावा पाकिस्तानी नागरिकों को सार्क वीजा छूट योजना के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति देने पर रोक लगा दी गई थी। भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय दिया गया था।

नहीं होगा पार्सेलों का आदान-प्रदान

पीभारत ने आज पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े फैसले लिए हैं जिनमें सभी प्रकार के आयात पर पूर्ण रोक और पाकिस्तानी झंडे वाले जहाजों का भारतीय बंदरगाहों पर प्रवेश बैन कर दिया गया है। अब डाक विभाग द्वारा जारी एक सार्वजनिक नोटिस में कहा गया है, “भारत सरकार ने हवाई और जमीनी मार्गों के माध्यम से पाकिस्तान से आने वाले सभी श्रेणियों के मेल और पार्सल के आदान-प्रदान को निलंबित करने का फैसला लिया है।”

सीमित ही है दोनों देशों के बीच डाक सेवा

भारत और पाकिस्तान के बीच डाक सेवाओं का आदान-प्रदान लंबे समय से सीमित स्तर पर जारी था। हालांकि, अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान ने कुछ समय के लिए डाक सेवाओं को निलंबित कर दिया था, जो बाद में तीन महीने बाद बहाल हो गई थीं। लेकिन अब, भारत सरकार ने मौजूदा तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए सभी डाक और पार्सल सेवाओं को पूरी तरह से बंद करने का फैसला किया है।

क्या होगा इसका असर

इस निलंबन से दोनों देशों के बीच पत्राचार, व्यापारिक डाक, और व्यक्तिगत पार्सलों का आदान-प्रदान पूरी तरह से ठप हो जाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इसका सबसे अधिक प्रभाव उन लोगों पर पड़ेगा जो दोनों देशों के बीच पारिवारिक या व्यापारिक पत्राचार पर निर्भर हैं। इसके अलावा, यह कदम पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर भी असर डाल सकता है, क्योंकि भारत से आयात होने वाले कुछ सामानों का परिवहन डाक सेवाओं के माध्यम से होता था।

पाकिस्तान के ध्वज वाले जहाजों के बंदरगाह में प्रवेश पर रोक

भारत ने शनिवार को आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान के ध्वज वाले जहाजों को भारत में किसी भी बंदरगाह में प्रवेश पर रोक लगाने के निर्णय की घोषणा की। यह प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। सरकार की ओर से शनिवार को जारी एक आधिकारिक निर्देश के अनुसार, पाकिस्तान के झंडे वाले किसी भी जहाज को भारतीय बंदरगाहों पर जाने से रोक दिया गया है, जबकि भारतीय झंडे वाले जहाजों को भी पाकिस्तान के बंदरगाहों पर ठहरने से रोक दिया गया है।

पाकिस्तान पर भारत का ताबड़तोड़ ऐक्शन आतंकी हमले के बाद भारत ने कई कदम उठाए, जिसमें अटारी सीमा चौकी को तत्काल बंद करना शामिल है, जिसका इस्तेमाल कुछ खास तरह के सामानों की आवाजाही के लिए किया जाता है। इसके अलावा भारत ने पाकिस्तानी सैन्य अताशे को निष्कासित करने और 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करने की घोषणा की है।

इसके कारण भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार पहले ही पूरी तरह से ठप्प हो चुका है। वित्त वर्ष 2023-24 में निर्यात 1.18 अरब डॉलर और आयात 28.8 लाख डॉलर था। इससे पहले 2022-23 और 2021-22 में, भारत ने क्रमशः 62.71 करोड़ डॉलर और 51.38 करोड़ डॉलर मूल्य के सामान का निर्यात किया और 2.01 करोड़ डॉलर और 25.4 लाख डॉलर मूल्य के उत्पादों का आयात किया।

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