एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने कहा -युद्ध तब जीते जाते हैं जब
हमारी सेनाएं मजबूत होती हैं। उन्हें मजबूत बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है।
वायुसेना प्रमुख ने रक्षा खरीद में देरी पर चिंता जताई, खासकर तेजस जैसे स्वदेशी प्रोजेक्ट्स में। उन्होंने समय सीमा
पर सवाल उठाते हुए कहा, क्या किए गए वादे पूरे होंगे?
#politicswala report
Indian Air Force: लड़ाकू विमान मिलने में हो रही देर से इंडियन एयरफोर्स में नाराजगी है। एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने प्रमुख रक्षा खरीद परियोजनाओं में देरी पर चिंता जताई है।
एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह गुरुवार को डिफेंस सिस्टम की खरीद और डिलीवरी में हो रही देरी पर बोले।
उन्होंने कहा ऐसा एक भी प्रोजेक्ट नहीं है, जो समय पर पूरा हुआ हो।
ये सोचने वाली बात है कि हम ऐसा वादा क्यों करते हैं, जिसे पूरा ही नहीं किया जा सकता।
कई बार कॉन्ट्रैक्ट साइन करते समय ही पता होता है कि ये समय पर नहीं होगा, फिर भी साइन कर देते हैं, जिससे पूरा सिस्टम खराब हो जाता है।
यह पहला मौका है जब किसी सेना प्रमुख ने सिस्टम पर इस तरह से सवाल उठाया हो।
CII एनुअल बिजनेस समिट में एयर चीफ मार्शल ने कहा-
टाइमलाइन एक बड़ा मुद्दा है। समय से डिफेंस प्रोजेक्ट पूरा न होने की वजह से ऑपरेशनल तैयारी पर असर पड़ता है।
इससे पहले 8 जनवरी को भी एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने तेजस लड़ाकू विमानों की डिलीवरी पर हो रही देरी को लेकर चिंता जाहिर की थी।
उन्होंने कहा था कि 40 जेट्स अभी तक फोर्स को नहीं मिले हैं। चीन जैसे देश ताकत बढ़ा रहे।
ऑर्डर किए गए 83 विमानों में से किसी की भी डिलीवरी नहीं हुई
वायु सेना प्रमुख ने डिफेंस सिस्टम मिलने में देरी के अनेक मामलों की ओर इशारा किया, खासकर उन मामलों की ओर जिनमें स्वदेशी परियोजनाएं शामिल थीं। LCA (Light Combat Aircraft) प्रोग्राम का जिक्र कर एयर चीफ ने कहा कि तेजस एमके 1ए लड़ाकू विमान की डिलीवरी रुकी हुई है। अभी तक ऑर्डर किए गए 83 विमानों में से किसी की भी डिलीवरी नहीं हुई है। पहले डिलीवरी मार्च 2024 में शुरू होनी थी। इसके लिए फरवरी 2021 में HCL (Hindustan Aeronautics Limited) के साथ 48,000 करोड़ रुपए का सौदा हुआ था।
उन्होंने कहा- तेजस एमके2 का प्रोटोटाइप अभी तक नहीं आया
सीआईआई वार्षिक व्यापार शिखर में उन्होंने कहा कि तेजस एमके2 का प्रोटोटाइप अभी तक रोल आउट नहीं हुआ है।
स्टील्थ एएमसीए फाइटर का अभी तक कोई प्रोटोटाइप नहीं है।
इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे।
एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने कहा कि हमें आज के लिए तैयार रहना होगा, तभी भविष्य के लिए भी तैयार हो सकेंगे। आने वाले 10 साल में इंडस्ट्री से ज्यादा आउटपुट मिलेगा, लेकिन जो जरूरत आज है, वो आज पूरी होनी चाहिए।
हम सिर्फ भारत में मैन्युफैक्चरिंग के बारे में बात नहीं कर सकते। हमें डिजाइनिंग के बारे में भी बात करनी होगी। हमें सेना और इंडस्ट्री के बीच भरोसे की जरूरत है। हमें बहुत खुलापन दिखाने की जरूरत है। एक बार जब हम किसी चीज के लिए प्रतिबद्ध हो जाते हैं, तो हमें उसे पूरा करना चाहिए।
उन्होंने कहा;-
युद्ध तब जीते जाते हैं जब हमारी सेनाएं मजबूत होती हैं। उन्हें मजबूत बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है।
You may also like
-
ऑपरेशन सिंधु बंद: ईरान-इजराइल सीजफायर के बाद भारत का बड़ा फैसला, अब तक 3394 भारतीयों की सकुशल वापसी
-
राजा हत्याकांड- सोनम के लैपटॉप की शिलॉन्ग पुलिस को तलाश, तांत्रिक क्रिया का शक गहराया
-
इतना पीटा कि 7 डंडे टूट गए… नाखून प्लास से खींचे… कहानी आपातकाल में तानाशाही के खिलाफ खड़े रहे बरेली के ‘अटल’ की
-
देश में 11 साल से अघोषित आपातकाल, लोकतंत्र पर खतरनाक हमला- कांग्रेस
-
इमरजेंसी के 50 साल: PM मोदी बोले- ये संविधान हत्या दिवस, कांग्रेस की तानाशाही मानसिकता आज भी ज़िंदा