न्याय में देरी ऐसे ही होती रही तो एनकाउंटर करने वालों पर फूल बरसते रहेंगे: शिवराज
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विपक्ष में आते ही अपने अलग अंदाज़ में दिख रहे हैं। पिछले दस साल से मध्य्प्रदेश बलात्कार के मामलों में देश में पहले नंबर पर है। ये कार्यकाल शिवराज सरकार का ही रहा। अपने कार्यकाल में बलात्कार रोक पाने में नाकाम मुख्यमंत्री अब एनकाउंटर को सही बताने में। शिवराज ने ने कहा कि बच्चियों से दुष्कर्म और हत्या के मामले में यदि न्याय में देरी होगी तो जनता हैदराबाद की तरह एनकाउंटर करने वाले पुलिस वालों पर फूल बरसाती रहेगी। उन्होंने कहा कि बच्चियों से दुष्कर्म और हत्या जैसे जघन्य अपराधों में अपराधियों को फांसी पर लटकाया जाना चाहिए। इस तरह के मामलों में पीड़ित परिवारों को जल्दी न्याय मिले इसकी चिंता न्यायालय को भी करनी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान बेटी बचाओ अभियान के तहत राजधानी में धरने को संबोधित कर रहे थे। यह धरना 12 साल की मासूम बच्ची के साथ मनुआभान टेकरी पर हुए दुष्कर्म के बाद अभी तक फास्ट ट्रैक कोर्ट में नहीं जाने को ले कर दिया गया था। चौहान ने कहा कि हत्या के 8 महीने बाद भी पुलिस को डीएनए रिपोर्ट नहीं मिल पाई है। जब भी परिवार न्याय की आस लेकर पुलिस, प्रशासन या कांग्रेस नेता के पास जाता है तो उन्हें टरका दिया जाता है। यही हाल रहा और आरोपित को फांसी की सजा नहीं दी गई तो हैदराबाद की तरह एनकाउंटर पर जनता तालिया बजाएगी। उन्होंने कहा कि जांच की गति इतनी धामी है कि मामले में एक-एक महीने में सुनवाई की जा रही है। फास्ट ट्रैक कोर्ट की वजाय केस को सामान्य कोर्ट में चलाया जा रहा है। ध्यान रहे कि मनुआभान टेकरी पर 30 अप्रैल 2019 को 12 साल की मासूम बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले को लेकर सोमवार को भाजपा एकजुट हुई। इस दौरान बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे भी शामिल थे। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य भाजपा नेताओं ने पहले तो रोशनपुरा चौराहे पर सुबह 11 बजे से 12 बजे तक धरना दिया। इसके बाद रैली निकालकर सीएम हाउस का घेराव करने के लिए निकल पड़े। इस दौरान उन्हें बाणगंगा चौराहे पर ही रोक दिया गया। हालांकि भाजपा के चार कार्यकर्ताओं के साथ दुष्कर्म पीड़िता की मां सहित अन्य परिवारजन सीएम से मिलने पहुंचे।
पीड़िता की मां का भाषण सुन भावुक हुए लोग
धरने के दौरान बच्ची की मां से दर्द भरी बातें सुनकर लोग रो पड़े। मंच पर बैठे नेता भी आंसू पोंछते हुए नजर आए। पीड़िता की मां ने कहा कि मनुआभान टेकरी कोई सुनसान क्षेत्र नहीं बल्कि भीड़भाड़ वाला इलाका है। बेटी को न्याय दिलाने आठ महीने से चक्कर काट रहे है लेकिन हमें टरकाया जा रहा है। पुलिस वाले कहते है कि डीएनए रिपोर्ट कभी सागर से आएगी, तो कभी हैदराबाद और दिल्ली का नाम लेते है। इतना बोलकर वे फूट-फूटकर रोने लगी। वहीं मंच पर उपस्थित नेता भी रोने लगे। इस पर अन्य महिलाओं ने उन्हें चुप करवाया। इस पर वे बोली की उसकी बच्ची का दुष्कर्म करने के बाद उसका सर पत्थर से कुचल दिया गया इस मामले का अरोपी कौन है और कब तक उन्हें न्याय मिलेगा।