#संकल्प ओझा
दिल्ली। सोमवार को लोकसभा का पहला सत्र रंगीन दिखा। सबसे ज्यादा चर्चा में रहा राहुल गांधी का संविधान और अखिलेश का गमछा। लोकसभा सत्र के पहले दिन सोमवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव संसद पहुंचे थे. उनके साथ पार्टी के बाकी सांसद भी उनके पीछे-पीछे थे।
सबके हाथ में भारत का संविधान था. पत्नी डिंपल यादव उनके बाईं ओर तो उनके दाहिनी तरफ फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद हमेशा खड़े रहे। इस तस्वीर में एक लाल गमछा सबके गले में दिख रहा है। बस चरचा में यही गमछा है। आखिर क्या है इस गमछे की कहानी जो डिंपल यादव ने भी पहना। क्या ये लकी गमछा है ? इसके पीछे कोई संत महात्मा का आशीर्वाद है।
लोकसभा के अंदर भी दोनों पहली लाइन में साथ साथ बैठे. इससे पहले दोनों विधायक थे. यूपी विधानसभा में भी अखिलेश और अवधेश साथ-साथ ही बैठते थे. अवधेश प्रसाद जिस फैजाबाद के सांसद हैं, उसी में अयोध्या भी आता है.
आम तौर पर अखिलेश यादव कुर्ता पायजामा और काले रंग की सदरी पहनते हैं, लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव में उन्होंने एक हल्के गुलाबी रंग का गमछा हमेशा अपने कंधे पर रखा. आज समाजवादी पार्टी के सांसदों की टोली जब संसद भवन पहुंची तो सबके गले में यही गमछा था.
दिलचस्प ये रहा कि डिंपल यादव ने भी ये गमछा अपने गले में डाल रखा था. गाजीपुर से पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी भी इसी गमछे में देखे गए. समाजवादी पार्टी के सभी मुस्लिम सांसद संसद सत्र के पहले दिन यही गमछा पहने नजर आए.
लाल रंग की टोपी और गुलाबी गमछा
लाल रंग की समाजवादी टोपी और गुलाबी रंग का गमछा, अब ये एक तरह से समाजवादी पार्टी का ड्रेस कोड बन गया है. अब तक तो सिर्फ अखिलेश यादव ही ये गमछा रखा करते थे, लेकिन पहली बार उनकी पार्टी के सभी 37 लोकसभा सांसद इस गमछा में नजर आए.
पहली बार इस लोकसभा चुनाव में अखिलेश ने ये गमछा साथ रखा और जीत के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. इस मामले में उन्होंने अपने पिता मुलायम सिंह यादव को भी पीछे छोड़ दिया. मुलायम सिंह के अध्यक्ष रहते हुए पार्टी ने 35 लोकसभा सीटें जीत ली थी. पर इस बार तो ये आंकड़ा 37 तक पहुंच गया. इस तरह से इस गमछे को बहुत लकी माना जा रहा है.
क्या है इसके पीछे की कहानी?
आखिर इस गमछे के पीछे की क्या कहानी है? अखिलेश यादव कहते हैं मेरी सारी फोटो एक जैसी लगती है. क्योंकि मैं एक ही तरह के कपड़े पहनता हूं. आखिर इसे कैसे बदला जाए! यही सोच कर मैंने इस बार ये गुलाबी गमछा अपने साथ रख लिया. इस बार चुनाव प्रचार में अखिलेश ने ये गमछा हमेशा अपने साथ रखा. इसी गमछे से पसीना पोंछते हुए उनकी एक फोटो सोशल मीडिया में खूब वायरल हुई.
स्वामी अड़गड़ानंद महाराज ने भिजवाया
समाजवादी पार्टी में अखिलेश यादव के करीबी नेता बताते हैं कि गमछा स्वामी अड़गड़ानंद महाराज ने भिजवाया था. गीता पर उन्होंने सरल भाषा में कई किताबें लिखी है. यूपी के मिर्जापुर के सक्तेशगढ़ में उनका आश्रम है. लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की जीत के बाद सांसद धर्मेन्द्र यादव अड़गड़ानंद महाराज से मिलने गए थे. उन्होंने ही वीडियो कॉल पर अखिलेश यादव से उनका बात कराई थी. अखिलेश यादव का परिवार स्वामी अडगडानंद के प्रति समर्पित रहा है.