सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किया सवाल
लखनऊ। देश में नोटबंदी के पांच वर्ष पूरे होने पर मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा हमला बोला है।
समाजवादी पार्टी के राज्य मुख्यालय पर उन्होंने कानपुर देहात के झींझक में नोटबंदी की लाइन में जन्मे खजांची नाथ का जन्मदिन मनाया।
अखिलेश यादव ने इस अवसर पर कहा कि भाजपा बताए कि नोटबंदी से क्या फायदा हुआ है। भाजपा ने जो सपने दिखाए थे वह अधूरे रह गए। उसके प्रयास से सिर्फ देश के अमीरों को फायदा हुआ है।
नोटबंदी के दौरान तमाम लोगों की जान चली गई, लेकिन सिर्फ समाजवादी पार्टी ने ही ऐसे पीड़ित परिवारों की मदद की है। अखिलेश यादव ने प्रदेश कार्यालय में नोटबंदी की लाइन में जन्मे खजांची का जन्मदिन मनाया।
अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा को नोटबंदी के दौरान लाइन में लगने के दौरान पैदा हुए खजांची का जन्मदिन मनाना चाहिए।
उन्होंने किसानों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि किसानों को लाभ देने के बजाय उन्हें टायरों से कुचला जा रहा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है जब मतदाता सूची के प्रकाशन के समय नए जुड़े मतदाता व काटे गए नामों की सूची राजनीतिक दलों को नहीं दी गई है।
इससे साफ नहीं हो पा रहा है कि कितने लोगों का नाम काटा गया और कितने लोगों का नाम जोड़ा गया है। उन्होंने एलान किया कि आयोग ने अगर मतदाता सूची नहीं दी तो समाजवादी पार्टी चुनाव आयोग के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि मतदाता सूची में 21 लाख 56,262 नाम जोड़े गए हैं और 16 लाख 42 हजार 756 नाम काटे गए हैं। इनमें से जो नाम काटे गए और जोड़े गए उन नामों की सूची जारी की जाती है।
इस बार चुनाव आयोग ना जाने किसके दबाव में यह सूची जारी नहीं कर रहा है। अगर चुनाव आयोग ने यह सूची नहीं जारी की तो हम चुनाव आयोग के खिलाफ धरना भी देंगे।
अखिलेश यादव ने इस दौरान चुनाव आयोग पर सवाल उठाये। उन्होंने कहा कि संशोधन के नाम पर मतदाता सूची से 16 लाख से ज्यादा काटे गए नामों का ब्यौरा नहीं दिया जा रहा है। प्रदेश के अफसरों को आयोग में जानबूझकर तैनात किया गया है। चुनाव आयोग के काम पर भी बड़ा सवाल उठ रहा है।
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