MBBS Student Gang Rape: पश्चिम बंगाल में MBBS छात्रा से हुए गैंगरेप केस में पुलिस ने सोमवार को दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
इसके साथ ही इस केस में अब तक कुल पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
रविवार को तीन आरोपियों को पकड़ा गया था जबकि दो फरार चल रहे थे।
पुलिस के मुताबिक, सभी आरोपी दुर्गापुर के ही रहने वाले हैं और घटना के बाद से छिपे हुए थे।
वारदात 10 अक्टूबर की रात को पश्चिम बर्धमान जिले के दुर्गापुर में हुई थी।
जब एक निजी मेडिकल कॉलेज की सेकेंड ईयर की छात्रा के साथ दरिंदगी हुई थी।
पीड़िता ओडिशा के जलेश्वर की रहने वाली है और फिलहाल दुर्गापुर के अस्पताल में भर्ती है।
घटना ने एक बार फिर बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पिता ने ममता के बयान पर जताई नाराजगी
पीड़िता के पिता ने सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा कि मेरी बेटी आधी रात बाहर नहीं गई थी, उसका रेप रात 8 से 9 बजे के बीच हुआ था।
पिता ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने बिना तथ्य जाने बयान दिया, जो बेहद असंवेदनशील है।
उन्होंने कहा, ममता दीदी खुद एक महिला हैं, फिर भी उन्होंने कहा कि लड़कियों को रात में बाहर नहीं निकलना चाहिए। यह सुनकर हमें बहुत दुख हुआ।
मेरी बेटी को दोषी ठहराने की कोशिश की जा रही है, जबकि वह डॉक्टर बनने का सपना लेकर यहां पढ़ रही थी।
ममता के बयान से मचा राजनीतिक बवाल
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को घटना पर कहा था कि मैं इस वारदात से स्तब्ध हूं।
लेकिन निजी मेडिकल कॉलेजों को अपने छात्रों, खासकर लड़कियों की सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने सवाल पूछा कि आखिर पीड़िता रात 12:30 बजे बाहर कैसे गई?
ममता ने आगे कहा था, लड़कियों को रात में बाहर नहीं निकलना चाहिए, उन्हें अपनी सुरक्षा खुद करनी होगी।
कॉलेज प्रशासन को भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
उनके इस बयान के बाद बंगाल भाजपा ने सरकार पर महिला विरोधी मानसिकता का आरोप लगाया।
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा, मुख्यमंत्री ने रेप पीड़िता पर सवाल उठाकर शर्मनाक बयान दिया है।
एक आरोपी TMC कार्यकर्ता है, इसलिए सरकार लीपापोती कर रही है।
इस पर ममता ने सफाई दी कि मीडिया ने मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया,इस तरह की राजनीति न करें।
अब जानें वारदात कैसे हुई?
पुलिस के अनुसार, 10 अक्टूबर की रात मेडिकल छात्रा अपने पुरुष मित्र के साथ डिनर के लिए गई थी।
वापस लौटते वक्त कुछ युवकों ने उनका रास्ता रोका।
लड़की के दोस्त ने डरकर वहां से भागने की कोशिश की, जिसके बाद आरोपियों ने छात्रा को पकड़ लिया।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि तीन लोगों ने उसका मोबाइल छीनकर उसे नजदीकी जंगल में ले जाकर गैंगरेप किया।
घटना के बाद आरोपियों ने धमकी दी कि अगर उसने किसी को बताया तो उसे जान से मार देंगे।
बाद में उन्होंने फोन लौटाने के लिए पैसे की भी मांग की।
छात्रा के पिता ने कहा कि बेटी अब भी सदमे में है और चल नहीं पा रही है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की है कि हमें बेटी को ओडिशा ले जाने की अनुमति दी जाए, वहां उसकी सुरक्षा बेहतर होगी।
भाजपा का छह दिवसीय धरना
घटना के विरोध में भाजपा ने सोमवार से दुर्गापुर के सिटी सेंटर इलाके में छह दिन का धरना शुरू किया है।
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मंच से ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। सरकार अपराधियों को बचा रही है।
धरने में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय लोग शामिल हुए।
भाजपा नेताओं का कहना है कि वे तब तक आंदोलन जारी रखेंगे, जब तक पीड़िता को न्याय नहीं मिलता और कॉलेज प्रशासन पर कार्रवाई नहीं होती।
वहीं, पश्चिम बंगाल की प्रदेश सचिव और आसनसोल दक्षिण से विधायक अग्निमित्रा पॉल ने भी तंज कसा।
उन्होंने कहा कि हम बड़े भाग्यशाली हैं कि अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार है और बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार है।
2024: आरजी कर केस की याद ताजा
इस वारदात ने एक बार फिर 2024 के आरजी कर मेडिकल कॉलेज रेप-मर्डर केस की यादें ताजा कर दीं।
उस मामले में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप के बाद हत्या की गई थी।
9 अगस्त की सुबह डॉक्टर का शव सेमिनार हॉल में मिला था।
CCTV फुटेज के आधार पर सिविक वॉलंटियर संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया था, जिसे 20 जनवरी 2025 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।
उस वक्त कोलकाता समेत पूरे देश में भारी विरोध हुआ था और करीब दो महीने तक मेडिकल सेवाएं प्रभावित रही थीं।
फिलहाल, दुर्गापुर की इस घटना ने एक बार फिर बंगाल में कानून-व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सोशल मीडिया पर ममता सरकार की आलोचना हो रही है। लोग पूछ रहे हैं कि राज्य में बार-बार मेडिकल छात्राओं को ही क्यों निशाना बनाया जा रहा है।
स्थानीय महिला संगठनों ने भी सरकार से मांग की है कि कॉलेजों में महिला सुरक्षा की ठोस व्यवस्था हो और आरोपी को जल्द से जल्द सजा मिले।
फिलहाल, पांचों आरोपी पुलिस हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ जारी है। लेकिन सीएम ममता के बयान पर नया विवाद छिड़ गया है।
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