Jaipur SMS Hospital: राजस्थान की राजधानी जयपुर के सवाई मानसिंह (SMS) हॉस्पिटल में रविवार देर रात हुए अग्निकांड ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया।
अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में लगी आग में अब तक 8 मरीजों की मौत हो चुकी है, जिनमें 3 महिलाएं भी शामिल हैं।
दिगंबर वर्मा नामक एक और मरीज ने उपचार के दौरान दम तोड़ा, जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 8 हो गई।
इससे पहले 7 मरीजों की मौत की पुष्टि प्रशासन ने की थी। मृतकों में जयपुर, दौसा और भरतपुर के मरीज शामिल हैं।
अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि सभी शवों का पोस्टमॉर्टम मेडिकल बोर्ड की निगरानी में कराया जाएगा।
प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग का कारण बताया जा रहा है। हादसे के बाद अस्पताल प्रशासन से लेकर सरकार तक सक्रिय हो गई है।
वहीं मृतकों के परिजन नाराज हैं और अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाकर धरने पर बैठ गए हैं।
बड़ी दुखद खबर है!
जयपुर के सवाई मान सिंह (SMS) हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर भीषण आग दुर्घटना! इस हादसे में 8 लोगों की मौत होने की खबर है। pic.twitter.com/AxL5hVgZlg
— Ankit Kumar Avasthi (@kaankit) October 6, 2025
न्यूरो आईसीयू के स्टोर में लगी आग
रविवार रात करीब 11 बजकर 20 मिनट पर एसएमएस हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर के न्यूरो आईसीयू वार्ड के स्टोर रूम में आग लगी।
वहां पेपर, मेडिकल उपकरण और ब्लड सैंपल ट्यूब रखी थीं। थोड़ी ही देर में आग ने पूरे आईसीयू को अपनी चपेट में ले लिया।
उस समय आईसीयू में 11 मरीज भर्ती थे जबकि बगल वाले वार्ड में 13 अन्य मरीज मौजूद थे।
अस्पताल के स्टाफ ने आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन आग और धुआं इतनी तेजी से फैला कि जहरीली गैस ने मरीजों को बेहोश कर दिया।
फायर विभाग के कर्मचारी ने बताया कि टीम को सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचाया गया।
उन्होंने बताया, पूरा वार्ड धुएं से भरा था, अंदर घुसना नामुमकिन था। हमने दूसरी ओर से खिड़की के शीशे तोड़कर पानी की बौछार की।
करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका, लेकिन तब तक कई मरीजों की जान जा चुकी थी।
मरीजों को बेड समेत सड़क पर लाकर ऑक्सीजन दी गई और अन्य वार्डों में शिफ्ट किया गया।
Tragic fire at Jaipur’s SMS Hospital ICU leaves 8 dead and several injured. Rescue operations ongoing as authorities probe cause. @santwana99@jayanthjacob@NewIndianXpress@TheMornStandard#SMSHospitalFire #Jaipur #BreakingNews pic.twitter.com/wF7NSDR3gZ
— Rajesh Asnani (@asnaniraajesh) October 6, 2025
परिजनों का आरोप- स्टाफ भाग गया
भरतपुर के रहने वाले एक शख्स की मां आईसीयू में भर्ती थीं।
उन्होंने बताया कि 20 मिनट पहले ही धुआं निकलना शुरू हो गया था। स्टाफ को बताया, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।
जब धुआं बढ़ने लगा तो प्लास्टिक की ट्यूब पिघलकर गिरने लगी। वार्ड बॉय और गार्ड वहां से भाग निकले।
हमने खुद अपने पेशेंट को बाहर निकाला, दो घंटे बाद ग्राउंड फ्लोर पर शिफ्ट किया गया।
अब तक हमें यह भी नहीं बताया गया कि मां की हालत कैसी है।
ट्रॉमा सेंटर के नोडल अधिकारी ने बताया कि आईसीयू में 11 मरीज थे, जिनमें से 5 को समय रहते निकाल लिया गया।
आग और धुएं की वजह से 6 मरीज अंदर फंस गए, जिन्हें बचाया नहीं जा सका।
उन्होंने कहा, जहरीली गैस इतनी तेजी से फैली कि स्टाफ की जान को खतरा हो गया।
हमारे पास अग्निशमन उपकरण थे, उनका उपयोग किया गया, लेकिन हालात बहुत बिगड़ चुके थे।
Tragedy at Jaipur’s SMS Hospital — 6 ICU patients lost their lives in a devastating fire. Families allege staff ignored early fire warnings. Probe underway into lapses in safety protocol. #JaipurFire #SMSHospital pic.twitter.com/xqoIHZFkfY
— ANation News (@ANation_News) October 6, 2025
6 सदस्यीय जांच समिति गठित
हादसे के बाद सोमवार सुबह ट्रॉमा सेंटर के बाहर मरीजों के परिजन धरने पर बैठ गए।
उन्होंने मुख्य सड़क पर जाम लगाया और प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अस्पताल प्रशासन ने आग लगने की सूचना को हल्के में लिया।
एक मृतक बहादुर के परिजनों ने बताया, जिस स्टोर में आग लगी, वहां ताला लगा हुआ था।
कई बार बताया गया, लेकिन किसी ने गंभीरता नहीं दिखाई। जब धुआं बढ़ा तब जाकर चाबी मंगाने की बात कही गई।
वहीं, राज्य सरकार ने हादसे की जांच के लिए 6 सदस्यीय कमेटी गठित की है।
चिकित्सा शिक्षा विभाग के शासन सचिव अम्बरीष कुमार ने विभाग के आयुक्त इकबाल खान को समिति का अध्यक्ष बनाया है।
समिति में हॉस्पिटल प्रशासन के अतिरिक्त निदेशक मुकेश कुमार मीणा, राजमेस के मुख्य अभियंता चंदन सिंह मीणा शामिल है।
पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता (बिजली) अजय माथुर, SMS मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त प्रधानाचार्य डॉ. आर.के. जैन और नगर निगम के मुख्य अग्निशमन अधिकारी को सदस्य बनाया गया है।
पीएम मोदी और गृह मंत्री ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा— जयपुर के अस्पताल में आग लगने से हुई जान-माल की हानि अत्यंत दुखद है।
जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है। ईश्वर करे कि घायल शीघ्र स्वस्थ हों।
The loss of lives due to a fire tragedy at a hospital in Jaipur, Rajasthan, is deeply saddening. Condolences to those who have lost their loved ones. May the injured recover soon: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) October 6, 2025
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस हादसे को दुखद बताया और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की।
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में आग लगने की घटना दुःखद है। स्थानीय प्रशासन मरीजों की सुरक्षा, इलाज और प्रभावित लोगों की देखभाल के लिए हर संभव कदम उठा रहा है। जिन लोगों ने इस हादसे में अपनी जान गँवाईं हैं, मेरी संवेदनाएँ उनके परिजनों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की…
— Amit Shah (@AmitShah) October 6, 2025
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने भी जताया शोक
राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने इस घटना पर दुख जताया है।
राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे जी ने एस.एम.एस. अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में आग लगने से हुए हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए ईश्वर से मृतकों की पुण्यात्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने और हादसे में घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।
— Raj Bhavan Rajasthan (@RajBhavanJaipur) October 6, 2025
वहीं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इसे “दुर्भाग्यपूर्ण” बताया। सीएम ने कहा कि प्रभावितों की हरसंभव मदद की जा रही है।
उन्होंने कहा कि हादसे की जानकारी मिलते ही वे अस्पताल पहुंचे और हालात का जायजा लिया।
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में आग लगने की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
अस्पताल पहुंचकर चिकित्सकों एवं अधिकारियों से जानकारी ली और त्वरित राहत कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मरीजों की सुरक्षा, इलाज और प्रभावित लोगों की देखभाल के लिए हर संभव कदम उठाए जा…
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) October 6, 2025
डिप्टी सीएम अपने कार्यक्रम रद्द किए
डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने कहा कि यह समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। उन्होंने अपने सभी चित्तौड़गढ़ और प्रतापगढ़ के कार्यक्रम रद्द कर दिए और अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की।
राजस्थान के दूसरे डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा ने भी अस्पताल पहुंचकर शोक व्यक्त किया और कहा कि यह हृदयविदारक घटना है, हम हर संभव मदद करेंगे।
राज्य के चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा अगर किसी स्तर पर भी लापरवाही साबित होती है, तो दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। वे खुद जयपुर जा रहे हैं और घटना की विस्तृत रिपोर्ट लेंगे।
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में आग लगने की घटना अत्यंत दुःखद और हृदय को व्यथित करने वाली है। प्रभावित परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएँ हैं।
खींवसर से जयपुर के मार्ग में हूँ — माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा जी के निर्देशानुसार घटना की जांच के आदेश…
— Gajendra Singh Khimsar (@GajendraKhimsar) October 6, 2025
विपक्ष का आरोप- यह हादसा नहीं, हत्या
पूर्व सीएम अशोक गहलोत सोमवार सुबह SMS हॉस्पिटल पहुंचे। यहां उन्होंने अग्निकांड के शिकार परिवार वालों से बात की।
SMS अस्पताल पहुंचकर ट्रॉमा सेंटर ICU में हुए अग्निकांड की जानकारी ली। इस हादसे में जान गंवाने वाले मरीजों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें हिम्मत बंधाई।
यह बेहद अफसोसजनक है कि इन परिजनों में राज्य सरकार द्वारा इनके साथ किए गए व्यवहार के प्रति रोष है क्योंकि सरकार ने संवेदनशीलता… pic.twitter.com/ZtOEo7i8oF
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 6, 2025
इस दौरान पीड़ितों ने हॉस्पिटल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। वहीं, राज्य में विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि घटना की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।
सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान के सबसे बड़े हॉस्पिटल में आग लगना सीधे-सीधे लापरवाही का नतीजा है।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि यह हादसा नहीं, हत्या है। स्टाफ को आग रोकने की कोशिश करनी चाहिए थी, लेकिन वे मरीजों को छोड़कर भाग गए।
वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि यह घटना स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और अव्यवस्थाओं की मिसाल है।
राजस्थान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल SMS के ट्रोमा सेंटर के ICU में आग लगने से 7 से अधिक लोगों की मृत्यु की ख़बर व्यथित करने वाली है।यह सिर्फ एक हादसा नहीं, स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और अव्यवस्थाओं की एक और भयावह मिसाल है।
झालावाड़ स्कूल हादसे के बाद कफ सिरप से बच्चों की…
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) October 6, 2025
कुल मिलाकर, जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल का यह अग्निकांड सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि अस्पताल प्रणाली की बड़ी लापरवाही का प्रतीक बन गया है।
सूत्रों के मुताबिक, ट्रॉमा सेंटर के कई हिस्सों में फायर अलार्म और स्प्रिंकलर सिस्टम महीनों से खराब पड़े थे। कई बार शिकायतें के बाद भी इनकी मरम्मत नहीं हुई।
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