OTT Apps Ban List: केंद्र सरकार ने एक बार फिर अश्लील कंटेंट पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उल्लू (Ullu), ALTT, देसीफ्लिक्स (DesiFlix), बिग शॉट्स (Big Shots) जैसे 25 ओटीटी ऐप्स और वेबसाइट्स पर प्रतिबंध लगा दिया है।
इस संबंध में इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Ministry of Electronics and IT) ने एक नोटिफिकेशन जारी कर इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (ISP) को इन ऐप्स और वेबसाइट्स को देशभर में तुरंत ब्लॉक करने के निर्देश दिए हैं।
OTT ऐप्स के खिलाफ भारी संख्या में शिकायतें
मंत्रालय का कहना है कि ये प्लेटफॉर्म्स सॉफ्ट पोर्न और इरॉटिक वेब सीरीज के नाम पर अश्लील कंटेंट प्रसारित कर रहे थे, जो आईटी कानूनों का उल्लंघन है।
सरकार को इन ओटीटी ऐप्स के खिलाफ भारी संख्या में शिकायतें मिल रही थीं।
इनमें बताया गया था कि ये प्लेटफॉर्म मनोरंजन के नाम पर अश्लीलता परोस रहे हैं और युवाओं, खासकर किशोरों पर इसका गलत असर पड़ रहा है।
एक अधिकारी ने बताया कि इन ऐप्स की स्क्रिप्ट और एक्टिंग इरॉटिक फिल्मों की शैली में होती है, लेकिन उसे वेब सीरीज कहकर प्रचारित किया जाता है।
यही कारण है कि इन पर ‘सॉफ्ट पोर्न’ का ठप्पा लगा और सरकार को दखल देना पड़ा।
चार कानून जिनके तहत कार्रवाई हुई
सरकार ने इन ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर कार्रवाई करते हुए चार प्रमुख कानूनों का हवाला दिया:
- आईटी एक्ट 2000 (धारा 67): इंटरनेट पर अश्लील सामग्री का प्रकाशन या वितरण अपराध है।
- आईटी एक्ट 2000 (धारा 67A): यौन गतिविधियों से जुड़े वीडियो या सामग्री को इंटरनेट पर पोस्ट करना गैरकानूनी है।
- भारतीय दंड संहिता (BNS 2023) की धारा 294: सार्वजनिक स्थानों पर अश्लील हरकतें या शब्दों का उपयोग दंडनीय अपराध है।
- महिलाओं के अश्लील चित्रण (निषेध) अधिनियम 1986 की धारा 4: किसी भी माध्यम से महिलाओं को अश्लील या अपमानजनक रूप में दिखाना अवैध है।
ALTT और Ullu: सबसे चर्चित नाम
बैन किए गए ऐप्स में सबसे प्रमुख नाम ALTT और Ullu का है। ALTT को टीवी और फिल्म प्रोड्यूसर एकता कपूर ने अप्रैल 2017 में लॉन्च किया था।
जबकि Ullu ऐप को IIT कानपुर से पढ़ाई कर चुके विभु अग्रवाल ने 2018 में शुरू किया था।
लॉकडाउन के दौरान इन प्लेटफॉर्म्स की व्यूअरशिप में जबरदस्त उछाल आया।
एक रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में ALTBalaji की व्यूअरशिप में 60% से ज्यादा बढ़ोतरी हुई थी, जबकि इसके मंथली एक्टिव यूजर्स में 21% की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।
इसी साल जुलाई में एमएक्स प्लेयर पर एक एडल्ट कॉमेडी शो की एक दिन में 1.1 करोड़ बार स्ट्रीमिंग हुई थी।
बता दें इससे पहले मार्च 2023 में सरकार ने अश्लील कंटेंट को लेकर 18 OTT प्लेटफॉर्म पर बैन लगाया था।
साथ ही 19 वेबसाइट्स, 10 एप्स और 57 सोशल मीडिया हैंडल्स भी ब्लॉक किए गए थे।
सरकार इस तरह के कंटेंट पर लगातार नजर रख रही है और चेतावनी भी दे चुकी थी कि ओटीटी कंटेंट में गाइडलाइंस का पालन जरूरी है।
क्या कहती हैं ओटीटी गाइडलाइंस?
भारत सरकार ने 2021 में ‘द इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (इंटरमीडियरी गाइडलाइंस एंड डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड) रूल्स’ लागू किए थे, जिन्हें 6 अप्रैल 2023 को अपडेट किया गया।
इसके तहत ओटीटी और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को कंटेंट के वर्गीकरण, ग्रीवांस रीड्रेसल ऑफिसर की नियुक्ति और बच्चों-महिलाओं के अनुकूल कंटेंट सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई थी।
गाइडलाइंस के अनुसार, कंटेंट में सेक्स, हिंसा, राष्ट्रविरोधी तत्व या धार्मिक विद्वेष नहीं होना चाहिए। लेकिन इन 25 ओटीटी ऐप्स ने गाइडलाइंस का उल्लंघन किया।
OTT इंडस्ट्री का उदय और गिरावट
भारत में ओटीटी की शुरुआत साल 2008 में रिलायंस एंटरटेनमेंट के प्लेटफॉर्म बिगफ्लिक्स से हुई थी।
इसके बाद नेक्सजीटीवी, हॉटस्टार, एमएक्स प्लेयर, सोनी लिव, डिज्नी+हॉटस्टार जैसे प्लेटफॉर्म्स आए। 2013 में आईपीएल की लाइव स्ट्रीमिंग ने ओटीटी को नई ऊंचाई दी।
फिर लॉकडाउन के दौरान इनकी डिमांड आसमान छूने लगी। लेकिन जैसे-जैसे दर्शकों की संख्या बढ़ी, कई प्लेटफॉर्म्स ने अश्लीलता को हथियार बना लिया।
बहरहाल, सरकार साफ कर चुकी है कि डिजिटल आजादी का मतलब सामाजिक जिम्मेदारी से भागना नहीं है। ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को अपनी सीमाएं समझनी होंगी और कंटेंट में नैतिकता का ध्यान रखना होगा।
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