सभी को सभी से खतरा है…. गरीबों की सुध लीजिये !
दुनिया एक बार फिर गरीबों की ज़िंदगी के भरोसे है, कोरोना ने ये साबित
दुनिया एक बार फिर गरीबों की ज़िंदगी के भरोसे है, कोरोना ने ये साबित
श्रवण गर्ग (वरिष्ठ पत्रकार ) एक सवाल जो अब तक पूछा नहीं गया है
कोरोना से जूझ रहे गुजरात में बिना टेस्टिंग के वेंटिलेटर्स खरीद लिए गए, मुख्यमंत्री
21 मई 1991 के रात जब राजीव गांधी के हत्या के खबर आई उस वक्त
कोरोना में जनता की तरफ से आवाज उठाने के साथ- साथ सियासत में भी
कुछ राष्ट्र प्रमुख अपने अनूठे, अजीब बयानों के लिए ही जाने जाते हैं। ऐसा
कोरोनाकाल में पत्रकारिता में फैले चमकीली तस्वीर दिखाने और सत्ता पक्ष की पैरवी करने के
राहुल गांधी के मजदूरों के पांच मिनट साथ बैठकर बात करने को वित्तमंत्री ने
अपूर्व भारद्वाज एक लड़का.. जिसने अपनी दादी का गोलियां से छिन्न भिन्न शरीर देखा..
पूरे देश में मजदूर सड़कों पर हैं,मंदिरो और प्रवचनों के जरिये दान में करोड़ों रूपया