भोपाल। भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े एक पदाधिकारी का फेसबुक चैट खूब वायरल हो रहा है। किसी वीडियो की भी बात कही जा रही है। कुछ साल पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता और शिवराज सरकार के वित्त मंत्री राघव जी का भी ऐसा ही एक वीडियो सामने आया था। इस वीडियो में राघव जी एक युवक राजकुमार के अंतरंग दिखाई दिए थे। वे हटा दिए गए। अब कुछ इसी तरह का मामला उज्जैन संभाग के बीजेपी के संगठन मंत्री प्रदीप जोशी का सामने आया है। उनकी भी एक युवक से ऐसी थी अंतरंग और अशालीन चैट वायरल हुई है। युवक जोशी से किसी प्रेमिका की तरह नाराजगी भी जता रहा है। वो कह रहा है कि आप आजकल नए लड़कों को यात्रा पर ले जा रहे हैं। मुझे नहीं ले जा रहे -भाई साहब। इस चैट में कुछ अंग जिन्हे गुप्त कहा जाता है उनकी तस्वीरें भी शेयर की गई है। सवाल यही है कि आखिर भाजपा और संघ से जुड़े मामलों में ही ऐसे राजकुमार क्यों सामने आते हैं। बीजेपी, भाईसाहब और राजकुमार आखिर मामला क्या है।
हालाँकि इस चैट के वायरल होते ही प्रदेश बीजेपी ने तुरत-फुरत निर्णय लेकर भाजपा के संभागीय संगठन मंत्री प्रदीप जोशी को पद से हटा दिया है।यह निर्णय मैसेंजर (फेसबुक)पर उनके और सहयोगी युवक के बीच अंतरंग चैट वॉयरल होने के बाद लिया गया है।
सोमवार से प्रदेश में विधानसभा सत्र शुरू होने के साथ ही भाजपा कमलनाथ सरकार पर हमले की तैयारी कर रही थी और प्रदीप जी भाई साब वाले इस ‘चैट बम’ के धमाके ने पार्टी को शर्मसार कर दिया है।इस घटना के बाद प्रदेश अध्यक्ष से लेकर बाकी नेता कुछ भी कहने से बचते रहे।पहले से अपने नेताओं के कारण किरकिरी झेल रही बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों को एक और मुद्दा मिल गया है। उज्जैन संभाग के संगठन मंत्री प्रदीप जोशी के इस मामले को लेकर प्रदेश संगठन महामंत्री सुभाष भगत को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। बताया जा रहा है कि प्रदीप जोशी की सोशल मीडिया पर एक युवक से कथित चैट वायरल होने के बाद यह कार्रवाई की गई है। वहीं यह भी बताया जा रहा है कि जोशी की कतिपय महिला कार्यकर्ताओं से अश्लील हरकत की शिकायत भी पार्टी में पहुंची है। उज्जैन से पहले प्रदीप जोशी ग्वालियर संभाग की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। जोशी की इस अश्लील चैट से पहले एक महिला के साथ अंतरंगता का वीडियो भी वायरल होने की चर्चा रही है।
उन्हें दूसरी बार उज्जैन संभागीय संगठन मंत्री का दायित्व करीब तीन साल पहले राकेश डागोर के स्थान पर सौंपा गया था।उनसे पहले तपन भौमिक और उनसे पहले प्रदीप जोशी संगठन मंत्री रहे थे।जोशी आम कार्यकर्ताओं के बीच अपने मस्तमौला स्वभाव के साथ ही पार्टी में अपने प्रिय डॉग चार्ली के अचानक गुम होने के कारण भी चर्चा में रहे थे। भाई साब की नजरों में उठने के लिए थानों के पुलिसकर्मियों से लेकर कार्यकर्ताओं ने चार्ली की तलाश में रात दिन एक कर दिए थे, सोशल मीडिया पर अपने दुख का इजहार करते हुए यह भी लिखा था कि लोकसभा चुनाव में कहीं जा भी नहीं सका। उसके मिलने पर भोज भी आयोजित किया गया था। पारिवारिक विवाद के चलते जोशी फ्रीगंज स्थित पार्टी के लोकशक्ति कार्यालय में ही रहते थे। वॉयरल हुए फोटो, मैंसेजर की चैट (पॉलिटिक्सवाला के पास सुरक्षित है) से ऐसा नहीं लगता कि यह सब पहली बार की चर्चा है।
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