मेरठ। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे ही नेताओं का इधर-उधर होना तेज हो गया है।
मेरठ कैंट से रालोद के प्रत्याशी रहे संजीव धामा ने बसपा का दामन थाम लिया है। 24 नवंबर को सरधना विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत दौराला में कार्यकर्ता सम्मेलन में औपचारिक घोषणा होगी। संजीव धामा को सरधना से बसपा प्रत्याशी माना जा रहा है।
संजीव धामा ने वर्ष 2017 में रालोद के टिकट पर मेरठ कैंट विधानसभा का चुनाव लड़ा था। वह चौथे स्थान पर रहे थे। अब उन्होंने रालोद के हैंडपंप का साथ छोड़ दिया है और बसपा के हाथी पर सवार हो गए हैं।
पार्टी नेतृत्व की ओर से हरी झंडी मिल गई है। संजीव धामा का बसपा नेताओं, कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। बसपा की सरधना विधानसभा के अंतर्गत पदाधिकारियों की मीटिंग भी हुई। बैठक में बसपा के मंडल के पदाधिकारियों ने कार्यकर्ताओं से परिचय कराया।
बैठक में घोषणा की गई कि 24 नवंबर को दौराला में विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन होगा। सम्मेलन का संयोजक संजीव धामा को बनाया है।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की है कि सम्मेलन को सफल बनाएं। सम्मेलन में बहन मायावती को फिर से मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प लिया जाएगा।
बसपा में भारी उलटफेर होना तय : अब साफ हो गया है कि मेरठ जिले में बसपा प्रत्याशियों में काफी उलटफेर होने वाला है।
2017 में सरधना विधानसभा से हाजी इमरान कुरैशी चुनाव लड़े थे। वह तीसरे स्थान पर रहे थे। अब हाजी इमरान कुरैशी मेरठ दक्षिण से चुनाव की तैयारी में जुटे हैं।
2017 में मेरठ दक्षिण से हाजी याकूब बसपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े थे। उनके सीट को लेकर अभी संशय की स्थिति है। माना जा रहा है कि उलटफेर होगा।
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