कांग्रेस विधायक विशाल पटेल के भाई सुरेश पटेल का नाम
तेजी से इंदौर लोकसभा सीट के लिए चर्चा में आया !
इंदौर (अभिषेक कानूनगो)लोकसभा चुनाव में इंदौर की चाबी कांग्रेस के सभी बड़े सियासी परिवारों से होती हुई अब बिचौली-मर्दाना की ओर जाती नजर आ रही है। पहले सत्यनारायण पटेल, फिर मंत्री जीतू पटवारी पत्नी रेणुका पटवारी और अब विधायक विशाल पटेल के बड़े भाई सुरेश पटेल का नाम इंदौर से लेकर भोपाल तक चलने लगा है। सुरेश को टिकट दिलाने के पीछे उन व्यापारियों को साधने की मंशा है, जो कहीं न कहीं कांग्रेस को वोट नहीं देते। सुरेश खुद बड़े बिजनेसमैन हैं और जगदीश पटेल से लेकर विशाल पटेल तक को विधायक बनाने में सुरेश का बड़ा हाथ रहा है। अब सत्यनारायम पटेल और जीतू पटवारी के अपने परिवार को चुनाव न लड़वाने के बयान के बाद सुरेश के लिए रास्ते आसान हो गए हैं। उनके लिए विधायक विशाल पटेल ने भोपाल से लेकर दिल्ली तक जमावट कर ली है। इंदौर लोकसभा में 1 लाख 20 हजार वोट कलौता समाज के हैं। वहीं लगभग डेढ़ लाख खाती वोट हैं और दो लाख के आसपास दूसरे ग्रामीण वोट आते हैं। ऐसे में अपने बीच से निकला व्यापारी गांव में रहने वाले वोटरों को लुभा सकता है। इसमें कलौता और खाती समाज एकतरफा वोट करते ही हैं, अल्पसंख्यक और एसटी-एसई वोट जोड़ लिए जाएं तो सुरेश को इंदौर का पटेल बनाया जा सकता है। विधानसभा चुनाव में लगभग पचास हजार वोट की लीड कांग्रेस को हासिल हुई थी, जिसका फायदा भी पटेल को मिल सकता है। सत्यनारायण पटेल दस बरस पहले ही इस चुनाव को 11 हजार के अंतर पर ले आए थे। यह कूवत गांव वालों में ही है कि भाजपा को कड़ी चुनौती दे सकें। किसी भी विधायक को चुनाव नहीं लड़वाने का कमलनाथ पहले ही कह चुके हैं और अब विधायक विशाल पटेल ने बड़े भाई सुरेश का नाम आगे कर दिया है, जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का वरदहस्त उन्हें पहले ही मिल चुका है। सिंह बड़े पटेल की ताकत जानते हैं। प”ाीस बरस पहले बिचौली से ले जाकर जगदीश पटेल को देपालपुर में विधायक बनवाया था। तब विशाल स्कूल में थे और सुरेश ने ही चुनाव की कमान संभाली थी। हमेशा परदे के पीछे रहने वाले सुरेश को अब मैदान में लाने के लिए विशाल कमलनाथ को राजी करने में लगे हैं। आज मिलने भी जा रहे हैं। बीच में विशाल की पत्नी को लोकसभा का टिकट दिलवाने के भी कयास लगाए जा रहे थे, जिससे उन्होंने इंकार कर दिया। अब सुरेश के लिए भोपाल दरबार में मजमा लगाए हैं। विशाल दिल्ली में भी सुरेश के लिए लगातार राहुल गांधी के दफ्तर पर सेटिंग जमा रहे हैं। इंदौर लोकसभा के लिए साफ छवि के उम्मीदवार की तलाश कांग्रेस बीते दो साल से कर रही है। उसके लिए सुरेश का मुफीद हो सकता है। जिस जरिए से विशाल ने देपालपुर का टिकट हासिल किया था अब वो ही रास्ता राहुल गांधी के दफ्तर में सुरेश को ले जा रहा है। विशाल ने खाका तैयार किया है, जिसमें विधानसभावार वोटों का गणित दिखाया गया है। सामाजिक समीकरण किस तरह 35 बरस से जमे भाजपा के सिहासन को हिला सकते हैं, इसकी जानकारी भी विशाल के दिए दस्तावेजों में शामिल है। मुख्यमंत्री कमलनाथ, प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के पास ये दस्तावेज भेजे जा चुके हैं। अब इंतजार वहां से जवाब का है। शहर के तमाम जूने कांग्रेसियों को तो अजमाया जा चुका है। पेराशुट से यहां आने को तैयार नहीं है। ऐसे में सुरेश को इंदौर से टिकट मिल सकता है।
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