उमंग केबयान को कड़वी चाय बताते हुए बोले दिग्विजय सिंह मैं डायबिटिक नहीं
भोपाल ।सिंधिया समर्थक मंत्रियों के बयान, भोपाल से दिल्ली तक मचे घमासान के चलते चुप्पी साधे रहे दिग्विजय सिंह दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात कर आए लेकिन तमाम बयानों-आरोपों पर चुप रहना समर्थकों के गले नहीं उतर रहा था। अंतत: दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार की दोपहर यह कहकर चुप्पी तोड़ दी है कि मंत्रियों के बयान ओर पत्रों का मामला सोनिया गांधी और कमलनाथ देखेंगे। हर पार्टी में अनुशासन होना चाहिये, अगर कोई तोड़ता है तो उस पर काईवाई होना चाहिए यह कहकर उन्होंने यह भी संकेत दे दिया है कि पार्टी के कौन लोग अनुशासन तोड़ रहे हैं।
यह भी कम ताज्जुब की बात नहीं कि दिग्विजय सिंह ने अपनी चुप्पी तोड़ी भी तो शिवराज सरकार में मंत्री रहे नरोत्तम मिश्रा के इस बयान के बाद कि दिग्विजय अपना मौन तोड़ें और जनता को सभी सवालों का सही जवाब दे। दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिस दिन से उन्होंने आईएसआई को सूचना देने के मामले में संघ परिवार और भाजपा पर आरोप लगाए उसी दिन से उन पर राजनीतिक आरोप ओर हमले शुरू हुए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी राजनेतिक लड़ाई भाजपा की विचारधारा से है। वे कभी इस मामले में समझौता नही करेंगे। सिंह ने आरोप लगाया कि ये वो विचार धारा है जो देश की एकता को तोड़ने का।काम करती है।
शुक्रवार को अपने आवास पर आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि जहां तक मीडिया में जो 4- 5 दिन से आ रहा है, ये पूरा प्रकरण में कमलनाथ और सोनिया गांधी पर छोड़ता हूँ।सिंह ने कांग्रेस जनों से अनुशासन का पालन करने की अपील की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिंह ने कहा कि बयान देकर भाजपा को मौका न दें। हर पार्टी में अनुशासन होना चाहिये अगर कोई तोड़ता है तो उस पर काईवाई होना चाहिए।
कमलनाथ सरकार में वनमंत्री उमंग सिंघार के एक के बाद एक आरोपों के बाद मीडिया के सामने आए दिग्विजय ने कहा कि सासंद होने के नाते पत्र लिखना मेरा अधिकार व कर्तव्य है, इसलिए मैने पत्र लिखकर जानकारी मांगी।उन्होंने कहा राजनीति में मुझे 50 साल हो गए। कई बार कई तरह हमले हुए पर मैं कभी विचलित नहीं हुआ। क्या ऐसा लग रहा है कि मैं उमंग के बयान से आहत हूं। मै डायबटिक नही, कड़वी नही, मीठी चाय पीता हू। एक सवाल के जवाब में कहा कि कमलनाथ जी इतने कमजोर नहीं कि उन्हें किसी की जरूरत पड़े।
पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदम्बरम के तिहाड़ जेल जाने को लेकर कहा कि चिदंबरम को झूठा फंसाया जा रहा है। केन्द्र सरकार गुजरात सरकार ऑफ गवर्नेस लागू कर रही है। बता दे कि बीते दिनों वनमंत्री उमंग सिंघार ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए थे।मंत्री ने दिग्विजय को ब्लैकमेलर रेत माफिया, सरकार चलाने वाला ,शराब माफिया कहा था। जिसके बाद कांग्रेस में हड़कंप मच गया था, बात हाईकमान के पास पहुंची थी। इसके बाद कमलनाथ ने मंत्री को बुलाकर नसीहत दी थी। इसके बाद आज सुबह दोनों की मुलाकात भी होना निश्चित हुई थी, लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी