Rahul Gandhi

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राहुल गांधी समेत कांग्रेस के दिग्गज नेता करेंगे जिलाध्यक्षों को प्रशिक्षित, संगठन को मजबूत करने पर रहेगा फोकस

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Rahul Gandhi: मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी (MPCC) राज्य संगठन को जमीनी स्तर पर सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रही है।

पार्टी ने प्रदेश के 71 जिलाध्यक्षों के लिए 10 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया है।

यह शिविर 2 नवंबर से 11 नवंबर तक होशंगाबाद जिले के पचमढ़ी स्थित होटल हाईलैंड में होगा।

इस विशेष प्रशिक्षण सत्र में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी स्वयं जिलाध्यक्षों को प्रशिक्षित करेंगे और उनके साथ सीधा संवाद भी करेंगे।

पार्टी ने इस कार्यक्रम के लिए सभी जिलाध्यक्षों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।

वरिष्ठ नेताओं का मार्गदर्शन

इस ट्रेनिंग कैंप में कांग्रेस के कई शीर्ष नेता और रणनीतिकार शामिल होंगे।

इनमें राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, जयराम रमेश, सुप्रिया श्रीनेत, पवन खेड़ा और शशिकांत सेंथिल जैसे दिग्गज नेताओं के नाम प्रमुख हैं।

बिहार विधानसभा चुनावों की व्यस्तता के चलते राहुल गांधी के पचमढ़ी आगमन की तारीख अभी तय नहीं हुई है।

हालांकि, मध्य प्रदेश कांग्रेस की ओर से उन्हें दो दिन तक प्रशिक्षण शिविर में रहने का प्रस्ताव भेजा गया है।

राहुल करेंगे वन-टू-वन बातचीत

राहुल गांधी इस ट्रेनिंग शिविर में केवल संबोधन ही नहीं करेंगे, बल्कि हर जिलाध्यक्ष से व्यक्तिगत (वन-टू-वन) बातचीत भी करेंगे।

वे जिलाध्यक्षों से उनके जिले की सामाजिक और राजनीतिक परिस्थितियों, स्थानीय चुनौतियों, और भविष्य की रणनीति पर चर्चा करेंगे।

पार्टी की ओर से जिलाध्यक्षों को भेजे गए पत्र में लिखा गया है —
“आपको समय से पहले इसलिए सूचना दी जा रही है ताकि आप हर दृष्टि से तैयारी कर सकें। 2 नवंबर को सुबह 10 बजे तक प्रशिक्षण स्थल पर पहुंचकर अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें।”

इसके साथ ही स्पष्ट किया गया है कि जिलाध्यक्षों के गनमैन, ड्राइवर या पीए को एंट्री नहीं दी जाएगी।

संगठन मजबूती पर रहेगा मुख्य फोकस

इस प्रशिक्षण शिविर का मुख्य उद्देश्य जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करना है।

शिविर में जिलाध्यक्षों को बताया जाएगा कि वे अपने जिले में ब्लॉक, मंडलम, सेक्टर, वार्ड, ग्राम पंचायत और बूथ स्तर तक संगठनात्मक ढांचा कैसे तैयार करें।

यह प्रशिक्षण आगामी नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों के साथ-साथ 2028 के विधानसभा चुनाव और 2029 के लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए एक स्पष्ट और ठोस रोडमैप तैयार करने में मददगार साबित होगा।

पचमढ़ी बना कांग्रेस का ‘रणनीतिक मंथन स्थल’

पार्टी सूत्रों के अनुसार, पचमढ़ी का यह कैंप कांग्रेस के लिए सिर्फ एक प्रशिक्षण सत्र नहीं, बल्कि रणनीतिक मंथन का केंद्र बनने जा रहा है।

यहां संगठन की नीतियों, मीडिया मैनेजमेंट, जनसंपर्क अभियान और डिजिटल आउटरीच पर भी विशेष सेशन होंगे।

इसके अलावा, कांग्रेस के मीडिया सेल और सोशल मीडिया विभाग के विशेषज्ञ जिलाध्यक्षों को डिजिटल कम्युनिकेशन और ग्राउंड रिपोर्टिंग के आधुनिक तरीकों की जानकारी देंगे।

इस शिविर से पार्टी को उम्मीद है कि प्रशिक्षित जिलाध्यक्ष अपने जिलों में संगठनात्मक मजबूती, कार्यकर्ता जुड़ाव और चुनावी रणनीति को बेहतर ढंग से लागू करेंगे।

कांग्रेस की नजर आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों पर है, ऐसे में यह कैंप संगठन को एकजुट और मिशन मोड में लाने का प्रयास माना जा रहा है।

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