इंदौर। मध्यप्रदेश में कमलनाथ की सरकार गिराने और भाजपा को फिर सत्ता में लाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को आखिर उस मेहनत का फल मिलने का वक्त आ ही गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के दो साल पूरे होने पर मंत्रिमंडल में फेरबदल की तैयारी में हैं।
इसमें महाराज का नाम मंत्री पद के लिएलगभग तय हो गया है। करीबी समर्थकों का दावा और उम्मीद है कि सिंधिया को कोई बड़ा विभाग मिलेगा।अटकलें रेल जैसे विभाग की भी हैं। दिल्ली के सूत्रों के मुताबिक सिंधिया को फिलहाल पर्यावरण या भारी उद्योग जैसे मंत्रालय मिल सकते हैं।
सिंधिया को भाजपा में शामिल हुए डेढ़ साल होने को आये हैं। लम्बे समय से समर्थक उनके मंत्री बनने के इंतज़ार में हैं। इधर मध्यप्रदेश में बदलती राजनीतिक परिस्थिति में भी महाराज को प्रतिनिधित्व न मिलने से समर्थक मायूस हैं। दूसरी तरफ मंत्री न बनाये जाने को लेकर कांग्रेस पर तंज़ कसती रहती है।
मनमोहन सरकार में मंत्री रहे सिंधिया ने उस वक्त अपनी सक्रिय छवि से सबको प्रभावित किया था। माना जा रहा है कि मोदी मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री के तौर पर सिंधिया अपने पुराने अनुभवों के आधार पर बेहतर काम करने वाले मंत्री साबित होंगे।
सूत्रों की मानें, तो भाजपा का फोकस अब पार्टी में यूथ लीडरशिप को डेवलप करना है। इसे ध्यान में रखते हुए मोदी मंत्रिमंडल में मध्यप्रदेश कोटे से ज्योतिरादित्य सिंधिया, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, ओडिशा के बैजयंत पांडा, महाराष्ट्र से देवेंद्र फडनवीस सहित कई युवा चेहरों को मौका मिल सकता है।
अभी चार मंत्रियों के पास है अतिरिक्त प्रभार
-केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को लोकजनशक्ति पार्टी नेता रामविलास पासवान के निधन के बाद अक्टूबर 2020 में उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय का जिम्मा भी है।
– केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के पास पहले से ही 3 मंत्रालय कृषि, ग्रामीण विकास और पंचायती राज हैं। अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफे के बाद सितंबर 2020 से खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी तोमर के पास है।
– केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के पास पर्यावरण के अलावा नवंबर 2019 से भारी उद्योग मंत्रालय का प्रभार भी है। हालांकि पहले इस पद की जिम्मेदारी शिवसेना के अरविंद सावंत के पास थी, लेकिन महाराष्ट्र में भाजपा से राह अलग होने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
– केंद्रीय खेल मंत्री किरन रिजिजू, श्रीपद नाइक के घायल होने के बाद से आयुष मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं। नाइक एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे।