सोशल मीडिया पर चल रहे मेसेज में फैलाया जा रहा है कि अधिकारी रमेश सिंह ने अपना इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि कांग्रेस उन्हें अनूपरपुर से प्रत्याशी बना रही है
सूत्रों के मुताबिक ये हताश भाजपा कि चाल है कांग्रेस अनूपपुर से विश्वनाथ कुंजाम को टिकट दे चुकी है, और वे ही जीत रहे है
इंदौर। राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रमेश कुमार सिंह ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के साथ ही संयुक्त कलेक्टर रैंक के इस अफसर के कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की चर्चा चल पड़ी। जो पड़ताल में पूरी तरह निराधार साबित हुई। बड़ी तेज़ी से एक मेसेज सोशल मीडिया पर चला जिसमे दावा किया गया कि रमेश सिंह ने हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से मुलाकात की है। कांग्रेस उंन्हे अनूपपुर से उपचुनाव का प्रत्याशी बनाने जा रही है।
कॉग्रेस के करीबी सूत्रों ने बताया कि ये खबर पूरी तरह से झूठी है। कांग्रेस अनूपपुर से विश्वनाथ सिंह कुंजाम को प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। बताया जा रहा है कि भाजपा के इशारे पर इस तरह की ख़बरें फैलाई जा रही है। अनूपपुर में कांग्रेस के प्रत्याशी कुंजाम के लिए पूरी कांग्रेस प्रचार में जुटी है ऐसे में रमेश सिंह को प्रत्याशी बनाने की बात कहां से आई ?
सूत्रों के मुताबिक अनूपपुर में कांग्रेस प्रत्याशी विश्वनाथ कुंजाम के बढ़ते प्रभाव से घबराकर राजनीतिक विरोधी इस तरह की अफवाहें फैला रहे हैं। कांग्रेस से भाजपा में आये मंत्री बिसाहूलाल सिंह भाजपा से यहां चुनाव लड़ रहे हैं। बिसाहूलाल को यहां भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
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पिछले सप्ताह अनूपपुर में भाजपा के एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के सामने भाजपा के चुनाव प्रभारी ने बगावत कर दी थी। पूर्व विधायक रामलाल रौतेल भाजपा से और साहू से इतना नाराज है कि मुख्यमंत्री के बुलाने अधिकारीयों के समझाने के बावजूद मंच पर नहीं आये।
प्रदेश के राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि 27 में से लगभग 20 सीट पर बगावत और कमजोर पड़ रही भाजपा सोशल मीडिया पर रमेश सिंह जैसे कई हथकंडे अपना सकती है। कांग्रेस के प्रत्याशियों के लिए जरुरी है कि वे अपने प्रचार से भटकने के बजाय अपना काम करते रहें।
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