भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह भाजपा के लिए मुश्किलें बढ़ाते दिख रहे हैं। दिग्विजय ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर को कांग्रेस में आकर लोकसभा चुनाव लड़ने का आफर भी दे दिया है. इस पर मीडिया में गौर ने प्रतिक्रिया दी है कि वे अभी तो ‘लड़की देख रहे हैं, जो पसंद आएगी उससे शादी कर लेंगे। दस बार से बीजेपी के विधायक रहे गौर यदि कांग्रेस से रिश्ता जोड़ते हैं, तो लोकसभा चुनाव में भाजपा का मंडप बिगड़ जाएगा।
लोकसभा चुनाव को लेकर मध्यप्रदेश में राजनीतिक रंग जमने लगा है. राज्य के मुख्य राजनीतिक दलों के नेता भी अपना वजन देख रहे हैं, साथ ही टिकट के लिए हर तरह की जोड़-तोड़ भी कर रहे हैं. इस जोड़-तोड़ में माहिर कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले दिग्विजय सिंह फिर से सक्रिय हो गए है. उन्होंने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर को कांग्रेस में आकर लोकसभा चुनाव लड़ने का आफर भी दे दिया है. इस पर मीडिया में गौर ने प्रतिक्रिया दी है कि वे अभी तो ‘लड़की देख रहे हैं, जो पसंद आएगी उससे शादी कर लेंगे’.
70 से अधिक उम्र के क्राइट एरिया के तहत पहले मंत्री पद से हटाया फिर 2018 के विधानसभा चुनाव में गौर को टिकट नहीं दी. इससे वे लगातार भाजपा से नाराज चल रहे हैं. कांग्रेस के दबाव में आकर जैसे-तैसे वे अपनी बहू कृष्णा गौर को टिकट दिला पाए थे. इसके बाद से भाजपा के कुछ नेताओं से उनकी नाराजगी लगातार बनी हुई है. इस नाराजगी का फायदा एक बार फिर कांग्रेस उठाना चाहती है. इसके तहत गौर को कांग्रेस में लाकर भोपाल संसदीय क्षेत्र से मैदान में उतारना चाहती है. इसके लिए सक्रियता बढ़ाई है पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने. 18 जनवरी को सिंह गौर के यहां खाने पर गए और उन्हें कांग्रेस में शामिल होकर लोकसभा का चुनाव लड़ने का आफर दे आए. गौर ने भी आठ दिनों तक यह बात नहीं बताई, मगर जब भोपाल से करीना और प्रियंका गांधी को उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मांग उठी तो गौर ने यह पांसा फेंक अपनी ओर ध्यान आकर्षित कर लिया. गौर ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने उन्हें कांग्रेस से चुनाव लड़ने का आफर दिया है, वे उस पर विचार कर रहे हैं.
You may also like
-
33 साल बाद कोर्ट का निर्णय .. ज्ञानवापी के पूरे परिसर का सर्वे नहीं होगा
-
वसीयतनामा.. रतन टाटा की वसीयत में मैनेजर शांतनु और डॉग टीटो को भी मिली हिस्सेदारी
-
वित्तमंत्री पर वसूली की एफआईआर … इलेक्टोरल बांड के जरिये वसूले तीन सौ करोड़
-
हाय! हाय ! इंडिगो …. इंडिगो की यात्रा यानी त्रासदी की गारंटी
-
हरियाणा में मायावती vs चंद्रशेखर….दलित वोटर्स बिगाड़ेंगे बीजेपी, कांग्रेस का गणित