नई दिल्ली। धर्म के आधार पर भारत विभाजन को गलती बताने वाले राजनाथ सिंह को फारूक अब्दुल्ला का साथ मिला है। रक्षामंत्री के बयान से सहमति जताते हुए नेशनल कांफ्रेंस ने कहा कि वह राजनाथ सिंह के बयान से सहमत हैं। अब्दुल्ला ने कहा कि भारत विभाजन के चलते भारतीय मुसलमानों को तकलीफ उठानी पड़ती है।
नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि वह राजनाथ सिंह के इस बयान से सहमत हैं कि देश का बंटवारा एक ऐतिहासिक गलती थी। उन्होंने दिल्ली में संसद के बाहर यह बात कही।
अब्दुल्ला ने कहा कि इसके चलते भारतीय मुसलमानों को मुश्किलों से गुजरना पड़ रहा है। फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली लड़ाइयां देश में धार्मिक तनाव भी पैदा करती हैं। अगर भारत और पाकिस्तान एक देश होते तो इस तरह से तनाव से बचा जा सकता था।
राजनाथ सिंह ने कही थी यह बात : गौरतलब है कि 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के उपलक्ष्य में में ‘स्वर्णिम विजय पर्व’ मनाया गया। इस कार्यक्रम के दौरान संबोधित करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि 1971 के युद्ध ने दिखाया कि ब्रिटिश शासन से आजादी के समय धर्म के नाम पर भारत का विभाजन एक ऐतिहासिक गलती थी।
राजनाथ सिंह ने कहाकि पाकिस्तान का जन्म एक धर्म के नाम पर हुआ था, लेकिन इसके बावजूद यह एक नहीं रह सका था। बता दें कि 1971 के युद्ध में पाकिस्तान हार गया था, जिसके बाद अलग बांग्लादेश के रूप में अलग देश बना था।
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