भोपाल। हनी ट्रेप की सीडी लगता है मध्यप्रदेश में सरकार बचाने का बड़ा रक्षा कवच बनी हुई है। जानकारों का कहना है कि हनी ट्रेप के उजागर होने के बाद से ही नेता और अफसर उसी लाइन पर चलते हैं, जो सरकार उन्हें खींचकर देती है। विधायक चाहे कांग्रेस के हो या बीजेपी के इस सीडी में सबके अंतरंग संबंधों की बात आ रही है। कांग्रेसी भी बगावत खुलकर नहीं कर रहे, भाजपाई भी किसी मिशन को पूरा नहीं कर पा रहे। ताज़ा मामला बीजेपी विधायक एनपी त्रिपाठी का है।
नारायण त्रिपाठी सुबह भाजपा तो शाम कांग्रेस के दफ्तरों में चक्कर काटते दिख रहे हैं। असमंजस में डूबे त्रिपाठी के ऊपर हनी ट्रेप की तलवार लटकी है। कुछ साल पहले एक महिला मित्र के साथ उनका अंतरंग वीडियो प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला देने वाले हनीट्रैप का हिस्सा है। यही वजह है कि दिल्ली में भाजपा नेताओं के सामने मैया की कसम खाकर पार्टी का साथ देने का वादा करके आए नारायण त्रिपाठी को विमानतल से उतर कर ही मुख्यमंत्री निवास जाना पड़ा। वे चुप है और भोपाल में लगातार अपना ठिकाना बदल रहे हैं।
बीती रात नारायण त्रिपाठी दिल्ली से भोपाल आए थे। विमानतल से वे मुख्यमंत्री निवास पहुंचे थे उसके पहले उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति से मुलाकात की थी। निकलकर त्रिपाठी ने ऐसा कोई बयान तो नहीं दिया कि वह किसके साथ हैं। उच्च पदस्थ सूत्र बताते हैं कि त्रिपाठी ने हनी ट्रैप में फसने के बाद पाला लगभग बदल लिया है।
सूत्र बताते हैं कि गुरुवार को उन्होंने दिल्ली में मध्य प्रदेश से सांसद व केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में मैहर वाली माता की कसम खाकर पाला नहीं बदलने का वादा किया था।
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