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देश की राजनीति में चाहे कितने भी बड़े फेरबदल हो जाएं, देश की दिशा दशा पर काम करने की बजाय कांग्रेस अपने पदाधिकारियों के प्रति निश्चित ही नहीं दिखती। एक बार फिर प्रदेश स्तर की कमान सम्हालने के लिए कांग्रेस में बड़े फेरबदल हुए हैं। कांग्रेस ने राज्यों में प्रभारियों में बड़े स्तर पर फेरबदल किए हैं। इसी के चलते कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी को मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है। हरीश चौधरी इससे पहले पंजाब के प्रभारी रह चुके हैं। वे राजस्थान के बाड़मेर जिले की बायतु सीट से विधायक हैं। कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं।
वहीं दिसंबर 2022 से राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा को प्रदेश प्रभारी पद पर बरकरार रखा गया है। रंधावा को अजय माकन की जगह राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई थी।
25 सितंबर 2022 को जयपुर में हुए विधायक दल की बैठक में काफी हंगामा हुआ था। विधायक दल का नेता चुनने का एक लाइन का प्रस्ताव पास नहीं हो पाया था। उस समय अजय माकन प्रभारी थे। उस दौरान तत्कालीन सीएम अशोक गेहलोत के समर्थक विधायकों ने नया नेता चुनने के प्रस्ताव के लिए बुलाए बैठक का विरोध किया था . परिणामस्वरूप सीएम समर्थक तीन नेताओं को नोटिस जारी किया गया था।
ये वो समय था जब राहुल गाँधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान से होकर गुजरनी थी। राहुल गांधी की यात्रा राजस्थान में आते ही अजय माकन की जगह रंधावा को राजस्थान प्रभारी की जिम्मेदारी दो थी। तब से रंधावा ही प्रभारी हैं।
राजस्थान में भी प्रभारी बदलने की चर्चाएं जोर पर थीं लेकिन वहां इस बार कोई बदलाव नहीं किया गया है। राजस्थान के लिए मीनाक्षी नटराजन का नाम प्रभारी के तौर पर काफी समय से चल रहा था लेकिन उन्हें तेलंगाना प्रभारी की जिम्मेदारी दे दी गयी है।
कई राज्यों में कांग्रेस के प्रभारी रह चुके मोहन प्रकाश से बिहार कांग्रेस प्रभारी की जिम्मेदारी ले ली गयी है। अब बिहार के प्रभारी रहेंगे यूथ कांग्रेस के नेता रहे कृष्णा अल्लाहवीरू।
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