Priyank Kharge Ban RSS

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मल्लिकार्जुन के बेटे के बयान पर बवाल, प्रियांक खड़गे ने कहा- केंद्र की सत्ता में कांग्रेस आई तो RSS को करेंगे बैन

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Priyank Kharge Ban RSS: कर्नाटक सरकार में मंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे के बयान से देश की राजनीति में नया विवाद खड़ा हो गया है।

उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस केंद्र की सत्ता में आती है, तो वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर देशभर में प्रतिबंध लगाएगी

प्रियांक खड़गे ने कहा, “RSS धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद के खिलाफ काम करता है। यह संगठन न तो समानता में विश्वास करता है, न ही आर्थिक न्याय में। कांग्रेस ने इतिहास में दो बार इस संगठन को बैन किया था, लेकिन आज अफसोस होता है कि हमने वह बैन हटा लिया। अब अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनती है, तो कानूनी प्रक्रिया के तहत RSS को बैन किया जाएगा।”

पहले भी उठा चुके हैं बैन की मांग

यह पहली बार नहीं है जब प्रियांक खड़गे ने संघ पर प्रतिबंध लगाने की बात कही हो।

मई 2023 में उन्होंने कर्नाटक में सरकार बनने के बाद कहा था कि जो संगठन राज्य में शांति भंग करेंगे या सांप्रदायिकता फैलाएंगे, उन्हें बैन किया जाएगा।

उन्होंने तब स्पष्ट किया था कि चाहे वह RSS हो, बजरंग दल हो या कोई अन्य संगठन, कानून से ऊपर कोई नहीं।

कांग्रेस ने अपने कर्नाटक चुनावी घोषणापत्र में भी इस बात को शामिल किया था कि वह धार्मिक आधार पर नफरत फैलाने वाले संगठनों जैसे PFI, बजरंग दल आदि पर सख्त कार्रवाई करेगी।

संघ पर लगाए गंभीर आरोप

प्रियांक खड़गे ने अपने बयान में संघ पर कई गंभीर आरोप लगाए।

उन्होंने कहा कि RSS भाजपा से सवाल नहीं करता, जैसे—देश में बेरोजगारी क्यों बढ़ी, या फिर कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला कैसे हुआ।

उन्होंने कहा, “RSS समाज में नफरत फैला रहा है, लेकिन सत्ता में बैठी सरकार संघ पर कोई जांच नहीं करती। आखिर संघ के पास इतना पैसा कहां से आ रहा है? उनकी फंडिंग का स्रोत क्या है?”

उन्होंने सवाल उठाया कि ईडी, इनकम टैक्स और CBI जैसी संस्थाएं सिर्फ विपक्ष के नेताओं के खिलाफ ही क्यों सक्रिय हैं? क्या संघ के नेताओं की जांच नहीं होनी चाहिए?

तेजस्वी सूर्या पर पलटवार

भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या द्वारा कांग्रेस के हाईकमान को “भूत की तरह दिखने वाला” बताने पर प्रियांक खड़गे ने तीखा जवाब दिया।

उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, कांग्रेस में कोई वन मैन शो नहीं है, यह एक लोकतांत्रिक संगठन है। लेकिन बीजेपी का हाईकमान कौन है? आपके कार्यकर्ताओं को अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम भी नहीं पता। उनके लिए मोदी ही प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और पंचायत सचिव तक हैं।”

उन्होंने तेजस्वी को चुनौती दी, अगर हिम्मत है, तो ऊंची आवाज में कहो कि तुम्हें RSS की जरूरत नहीं है, मोदी और नड्डा ही तुम्हारे लिए हाईकमान हैं, अभी और हमेशा रहेंगे। तब आकर कांग्रेस पर सवाल उठाना।”

भाजपा का कड़ा पलटवार

प्रियांक खड़गे के इस बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस बार-बार संघ पर हमला करके अपने वोटबैंक की राजनीति करना चाहती है, लेकिन देश की जनता सब जानती है।

कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा, “RSS एक राष्ट्रभक्त संगठन है, जिसकी जड़ें इतनी गहरी हैं कि दशकों से कोई भी उसे मिटा नहीं पाया। कांग्रेस जैसी पार्टियों को पहले अपनी राजनीतिक जमीन की चिंता करनी चाहिए, बजाय देशभक्त संस्थाओं पर हमला करने के।”

इतिहास में तीन बार लग चुका है बैन

RSS की स्थापना 27 सितंबर 1925 को विजयादशमी के दिन डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी। इसके बाद से अब तक तीन बार इस संगठन पर प्रतिबंध लग चुका है:

  1. 1948: महात्मा गांधी की हत्या के बाद संघ पर बैन लगा, जो 18 महीने तक जारी रहा।
  2. 1975: आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी सरकार ने संघ पर प्रतिबंध लगाया।
  3. 1992: बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद संघ पर कुछ समय के लिए बैन लगा था, जो 6 महीने में हटा लिया गया।

 

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