Bageshwar Dham Tragedy: बागेश्वर धाम दर्शन करने आए श्रद्धालु एक बार फिर हादसे का शिकार हो गए।
हादसा छतरपुर जिले के गढ़ा गांव स्थित सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात करीब 3 बजे हुआ।
जब अचानक एक ढाबे में दीवार गिरने से मलबे में दबकर एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई।
मृतक महिला की पहचान अनीता देवी खरवार (40) के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के अदलहाट गांव की रहने वाली थी।
इसके अलावा हादसे में 12 अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 4 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
घायलों के परिजनों ने बताया कि वे गुरु पूर्णिमा (10 जुलाई) के अवसर पर बागेश्वर धाम के दर्शन के लिए आए थे और रात विश्राम के लिए ठहरे थे।
हादसे के समय सभी लोग ढाबे में सो रहे थे, तभी अचानक दीवार ढह गई और पूरा मलबा श्रद्धालुओं पर गिर पड़ा।
घायलों में 9 उत्तर प्रदेश, 1 उत्तराखंड और 2 बंगाल के श्रद्धालु
- मुंशीलाल कश्यप (72) – सैलानपुर, पिलह (उत्तर प्रदेश)
- पूनम देवी खरवार (38) – जोंगवा, मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश)
- प्रिया कुमारी खरवार (17) – जोंगवा, मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश)
- वीना देवी कश्यप (50) – सुजानपुर, बरेली (उत्तर प्रदेश)
- मंजू देवी कुर्मी (40) – नारायणपुर, मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश)
- अरविन्द कुमार पटेल (17) – नारायणपुर, मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश)
- अंशिका कुमारी कहार (18) – जोगवां, मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश)
- नामवर प्रसाद कहार (42) – जोगवां, मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश)
- सचिन कश्यप (28) – शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश)
- कौशल सैनी (18) – रुड़की, हरिद्वार (उत्तराखंड)
- गुलाबचंद साहू (55) – हावड़ा-2, पश्चिम बंगाल
- धनेश्वरी देवी साहू (48) – हावड़ा-2, पश्चिम बंगाल
चार गंभीर रूप से घायल ग्वालियर रेफर
इनमें से चार गंभीर रूप से घायल श्रद्धालुओं वीना देवी, मंजू देवी, कौशल सैनी और सचिन कश्यप को ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रेफर किया गया है।
बाकी घायलों का इलाज छतरपुर जिला अस्पताल में चल रहा है।
इधर छतरपुर प्रशासन ने हादसे की पुष्टि करते हुए कहा कि दीवार गिरने के कारणों की जांच की जा रही है।
जिला अस्पताल के सीएमएचओ डॉ. आर. पी. गुप्ता ने बताया कि घायलों को आवश्यक इलाज दिया जा रहा है।
मृतक महिला के परिजनों को शासन की ओर से मुआवजा दिया जाएगा।
बागेश्वर धाम में यह दूसरा हादसा
इससे पहले 3 जुलाई को बागेश्वर धाम परिसर में टेंट गिरने से एक श्रद्धालु श्यामलाल कौशल (50) की मौत हो गई थी। वह गोंडा जिले के निवासी थे।
बारिश से बचने के लिए टेंट के नीचे खड़े श्रद्धालुओं पर लोहे का एंगल गिरा था, जो श्यामलाल के सिर पर लगा। हादसे में 8 अन्य श्रद्धालु भी घायल हुए थे।
लगातार हो रहे हादसों ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
एक सप्ताह के भीतर एक श्रद्धालु की मौत टेंट गिरने से और एक की मौत दीवार गिरने से हो चुकी है।
घायलों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। प्रशासन की ओर से सुरक्षा मानकों की समीक्षा की मांग भी उठने लगी है।
पूरी खबर यहां पढ़ें – बागेश्वर धाम हादसा: टिन शेड गिरने से एक श्रद्धालु की मौत, धीरेंद्र शास्त्री का जन्मदिन मनाने पहुंचे थे हज़ारों भक्त
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