Bageshwar Dham Tent Collapse

Bageshwar Dham Tent Collapse

बागेश्वर धाम हादसा: टिन शेड गिरने से एक श्रद्धालु की मौत, धीरेंद्र शास्त्री का जन्मदिन मनाने पहुंचे थे हज़ारों भक्त

Share Politics Wala News

 

Bageshwar Dham Tent Collapse: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बागेश्वर धाम में गुरुवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया।

बाबा बागेश्वर के नाम से प्रसिद्ध पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जन्मदिन मनाने पहुंचे श्रद्धालुओं के बीच अफरा-तफरी मच गई, जब आरती के दौरान टिन शेड का एक हिस्सा भरभराकर गिर पड़ा।

हादसे में एक श्रद्धालु की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 10 से अधिक लोग घायल हो गए। हादसे के पीछे बारिश और निर्माण की खामी को वजह बताया जा रहा है।

जानें कैसे हुआ ये हादसा?

जानकारी के अनुसार, गुरुवार सुबह करीब 7 बजे आरती के दौरान अचानक मौसम खराब हो गया और तेज बारिश शुरू हो गई।

बारिश से बचने के लिए श्रद्धालु बड़ी संख्या में टिन शेड के नीचे एकत्र हो गए।

लगातार बारिश के कारण शेड पर पानी भर गया और उसका भार बढ़ गया।

इसी बीच अचानक टिन शेड का एक हिस्सा नीचे गिर पड़ा।

लोहे के एंगल और पाइप श्रद्धालुओं पर गिरे जिससे भगदड़ मच गई।

करीब 20 लोग टेंट के नीचे दब गए और कई चोटिल हो गए।

घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बारिश से बचने के लिए सैकड़ों श्रद्धालु टेंट के नीचे आ गए थे।

शेड की छत पर पानी भरने से उसका संतुलन बिगड़ गया और वह टूटकर नीचे गिर पड़ा।

अफरा-तफरी में दर्जनों लोग नीचे गिर पड़े, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और 10 से ज्यादा घायल हो गए।

हादसे में एक श्रद्धालु की मौत

इस हादसे में 50 वर्षीय श्यामलाल कौशल की मौके पर ही मौत हो गई।

वे उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के निवासी थे और अपने दामाद राजेश कुमार कौशल के साथ परिवार सहित बागेश्वर धाम पहुंचे थे।

राजेश ने बताया कि वह और उनका परिवार बुधवार रात को ही कार से बागेश्वर धाम पहुंचे थे।

गुरुवार सुबह वे धाम के दर्शन के लिए निकले थे कि तभी यह हादसा हो गया।

राजेश ने बताया कि लोहे का एंगल सीधे उनके ससुर श्यामलाल कौशल के सिर में लगा, जिससे उनकी तत्काल मृत्यु हो गई।

इसके अलावा राजेश सहित उनकी पत्नी सौम्या, बेटी पारुल, उन्नति समेत परिवार के अन्य सदस्य भी घायल हुए हैं।

हादसे में घायल हुए सभी लोगों को तत्काल छतरपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, अधिकतर घायलों को सिर, हाथ-पैर और पीठ में चोटें आई हैं।

एक महिला को गंभीर चोट आने के कारण सीटी स्कैन के लिए भेजा गया है।

क्या थी घटना की वजह?

हादसे के समय श्रद्धालु सुबह की आरती में भाग ले रहे थे।

बारिश के कारण कई लोग मंच के पास शेड के नीचे आ गए थे, तभी यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घट गई।

प्रशासन और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे की दो प्रमुख वजहें सामने आई हैं:

  1. भारी बारिश: सुबह से हो रही मूसलधार बारिश के कारण टिन शेड पर पानी जमा हो गया था, जिससे उसका भार बढ़ गया और वह गिर गया।
  2. निर्माण की खामी: बताया जा रहा है कि टेंटनुमा शेड की गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं उतरी। ढांचा कमजोर होने के कारण वह अचानक गिर पड़ा।

प्रशासन की कार्रवाई और सुरक्षा पर उठे सवाल

घटना की सूचना मिलते ही बमीठा थाना प्रभारी आशुतोष श्रोत्रिय पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया गया।

प्रशासन की ओर से घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की गई।

मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

इतने बड़े धार्मिक आयोजन में सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर प्रशासन की तैयारी पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

हजारों लोगों की भीड़ जुटने के बावजूद अस्थायी टिन शेड की गुणवत्ता की जांच क्यों नहीं की गई?

क्या मौसम विभाग की चेतावनी को नजरअंदाज किया गया?

बागेश्वर धाम जन सेवा समिति और प्रशासन को अब आने वाले कार्यक्रमों में सुरक्षा के सभी मानकों को सुनिश्चित करना होगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं।

धीरेंद्र शास्त्री के जन्मदिन के लिए सजा गांव

दरअसल, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का 4 जुलाई को जन्मदिन मनाया जाना है।

जन्मदिन और गुरुपूर्णिमा अवसर के चलते बागेश्वर धाम में विशेष धार्मिक आयोजन होंगे।

जिसमें देश-विदेश से 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं के जुटने की उम्मीद है।

इसके लिए गढ़ा गांव में तैयारियां शुरू हो गई है और धाम को खूबसूरती के साथ सजाया जा रहा है।

1 जुलाई से ही बालाजी का दिव्य दरबार लगाया जा रहा है, जो 3 जुलाई तक चलेगा।

4 जुलाई को जन्मोत्सव के बाद 7 और 8 जुलाई को गुरुदीक्षा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा, जिसमें हजारों भक्तों को गुरुमंत्र दिया जाएगा।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *