नई दिल्ली । बेंगलुरू में देश के पहले 3डी प्रिंटेड पोस्ट ऑफिस की विल्डिंग बनकर तैयार हो गई है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जिस पहली 3डी-प्रिंटेड पोस्ट ऑफिस की बिल्डिंग का उद्घाटन किया, उसे लार्सन एंड टुब्रो कंस्ट्रक्शन कंपनी ने 3डी कंक्रीट प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी से लगभग 1000 स्क्वायर फीट में बनाया है। पोस्ट ऑफिस का डिजाइन आईआईटी मद्रास ने अप्रूव किया है। इस टेक्नालॉजी की वजह से इस कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट को पूरा करने में केवल 45 दिन का ही समय लगा है। उल्लेखनीय है कि अगर इसे परंपरागत तरीके से बनाया गया होता, तो इसमें 6 से 8 महीने का समय लग जाता।
उल्लेखनीय है कि यह 3डी-प्रिंटेड पोस्ट ऑफिस बिल्डिंग 3 मई को ही पूरी हो गई थी, लेकिन इसके ड्रेनेज और वाटर नेटवर्क को विकसित करने में लगभग दो महीने का समय लग गया। इसके बाद इसके उद्घाटन के लिए लगभग एक माह इंतजार करना पड़ा क्योंकि केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव बेहद व्यस्त थे। नई 3डी-प्रिंटेड पोस्ट ऑफिस बिल्डिंग बनने के बाद अब हलासुरू बाजार में मौजूदा पोस्ट ऑफिस को बंद किया जाएगा। स्टाफ और सामान को नई बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर 3डी-प्रिंटेड पोस्ट ऑफिस बिल्डिंग का एक वीडियो शेयर किया है। जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा आत्मनिर्भर भारत की भावना। भारत का पहला 3डी-प्रिंटेड पोस्ट ऑफिस। कैम्ब्रिज लेआउट, बेंगलुरु। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस 3डी-प्रिंटेड पोस्ट ऑफिस की कुछ फोटोज एक्स पर शेयर कर लिखा कैंब्रिज लेआउट, बेंगलुरु में भारत का पहला 3डी-प्रिंटेड पोस्ट ऑफिस देखकर हर भारतीय को गर्व होगा। यह हमारे देश के इनोवेशन और प्रोग्रेस का एक प्रमाण है। यह आत्मनिर्भर भारत की भावना का भी प्रतीक है। उन लोगों को बधाई, जिन्होंने इस पोस्ट ऑफिस को बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है।’
उद्घाटन समारोह में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा बेंगलुरु शहर हमेशा भारत की एक नई तस्वीर पेश करता है। आज आपने इस 3डी-प्रिंटेड पोस्ट ऑफिस बिल्डिंग की जो नई तस्वीर देखी, वही आज भारत की भावना है। इसी भावना के साथ आज हमारा देश प्रगति कर रहा है। इस साल अप्रैल में लार्सन एंड टुब्रो कंस्ट्रक्शन ने एक प्रेस रिलीज में बताया था कि 3डी कंक्रीट प्रिंटिंग एक उभरती हुई टेक्नोलॉजी है, जिसमें कंस्ट्रक्शन प्रोसेस को तेज करके और बिल्ड क्वालिटी को बढ़ाकर कंस्ट्रक्शन प्रैक्टिस को ट्रांसफॉर्म करने की क्षमता है। रोबोटिक प्रिंटर का यूज करते हुए 3डी प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी 3डी-मॉडल ड्राइंग इनपुट के जरिए कंक्रीट लेयर-बाय-लेयर जमा करती है। इस प्रोसेस में कंक्रीट प्रॉपर्टीज के डेलिकेट बैलेंस यानी नाजुक संतुलन की आवश्यकता होती है।
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