PM Modi Bihar Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दो दिवसीय बिहार दौरे के दौरान सासाराम और काराकाट में जनसभाओं को संबोधित किया।
पीएम ने आतंकवाद, नक्सलवाद, बिहार का विकास और विपक्षी दलों पर निशाना जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया।
उन्होंने ‘वचन’ और ‘प्रण’ को अपने भाषण की केंद्र बिंदु बनाते हुए कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद उन्होंने जो संकल्प लिया था, उसे अब पूरा करके बिहार की धरती पर दोबारा आए हैं।
PM मोदी का रोड शो और जनसमर्थन
काराकाट में पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के साथ रोड शो किया।
सभी नेता सनरूफ वाली गाड़ी में खड़े होकर लोगों का अभिवादन करते नजर आए।
सासाराम में आयोजित सभा में छह लाख से ज्यादा लोगों के शामिल होने का दावा किया गया, जिसमें चार लाख के बैठने की व्यवस्था की गई थी।
सभा स्थल 12 लाख स्क्वायर फीट में फैला था, जो बिहार की राजनीति में एक बड़ी जनसभा के रूप में देखा गया।
48,000 करोड़ की परियोजनाएं की दी सौगात
पीएम मोदी ने अपने दौरे के दौरान 48,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया।
इसमें औरंगाबाद के नबीनगर स्थित 2,400 मेगावाट के सुपर थर्मल पावर प्लांट की प्रमुख भूमिका है, जिसकी लागत करीब 29,900 करोड़ रुपये है।
उन्होंने बिजली उत्पादन पर जोर देते हुए कहा कि बिहार में बिजली की खपत अब दस साल पहले से चार गुना बढ़ गई है।
बिजली के बिना विकास अधूरा है। बिजली होती है तो उद्योग और जीवन दोनों चलते हैं।
रेलवे के क्षेत्र में भी बदलाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आज बिहार में वंदे भारत जैसी वर्ल्ड क्लास ट्रेनें चल रही हैं, रेलवे लाइनों का डबलिंग और मल्टी ट्रैकिंग हो रही है।
यह काम पहले भी हो सकता था लेकिन जिनके हाथ में जिम्मेदारी थी, उन्होंने नौकरी के नाम पर गरीबों की जमीन लूटने का काम किया।
मंच से पीएम का नाम भूले नीतीश कुमार
सभा में एक रोचक क्षण तब आया जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम मोदी का नाम लेते हुए गलती से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम ले लिया।
हालांकि उन्होंने तुरंत सुधार किया और मंच से सभी को खड़ा करवा कर पीएम मोदी का स्वागत करवाया।
नीतीश कुमार ने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि 2005 में जब उनकी सरकार बनी, तभी से महिलाओं के लिए विशेष काम शुरू हुए।
हमने 35% आरक्षण महिलाओं को दिया। राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य और पुल निर्माण जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
प्राण जाए पर वचन न जाए – पीएम मोदी
सासाराम की रैली में पीएम मोदी ने कहा, सासाराम के नाम में ही राम है।
यहां के लोग जानते हैं भगवान राम और उनकी कुल परंपरा क्या थी।
‘प्राण जाए पर वचन न जाए’ – यही भारत की नीति बन गई है।
उन्होंने याद दिलाया कि पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले में निर्दोष लोगों की जान गई थी और इसके एक दिन बाद ही वे बिहार आए थे।
उन्होंने वादा किया था कि आतंकियों को सजा मिलेगी और अब जब वे फिर बिहार आए हैं, तो उस वचन को पूरा करने के बाद आए हैं।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने पाकिस्तान में बैठकर हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था, हमारी सेना ने उनके ठिकानों को खंडहर में बदल दिया।
ऑपरेशन सिंदूर में दुनिया ने भारत की ताकत देखी है, लेकिन यह हमारे तरकश का केवल एक तीर है।
आतंक का फन फिर उठेगा तो उसे बिल से खींचकर कुचला जाएगा।
नीतीश सरकार ने कराई ‘जंगलराज’ की विदाई
पीएम मोदी ने नक्सलवाद पर सरकार की सफल कार्रवाई को रेखांकित करते हुए कहा कि 2014 से पहले देश के 125 जिले नक्सल प्रभावित थे, लेकिन अब यह संख्या घटकर केवल 18 रह गई है।
उन्होंने कहा कि बिहार के कई जिले, जैसे सासाराम और कैमूर, कभी नक्सली खौफ के गढ़ हुआ करते थे, जहां सड़क, स्कूल, अस्पताल जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं थीं।
उन्होंने कहा, पहले सरकारी योजनाएं नागरिकों तक पहुंचती नहीं थीं।
अब सरकार सड़क और रोजगार देकर युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ रही है।
वो दिन दूर नहीं जब माओवादी हिंसा पूरी तरह समाप्त हो जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि जब ‘जंगलराज’ वाली सरकार की विदाई हुई, तो नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विकास के रास्ते पर बढ़ने लगा।
कांग्रेस, RJD और लालू परिवार पर हमला
अपने भाषण में पीएम मोदी ने कांग्रेस और राजद (RJD) पर तीखा हमला बोला।
उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय के नाम पर जिन लोगों ने बिहार को सबसे ज्यादा ठगा, वही अब सामाजिक न्याय की बात कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, दशकों तक बिहार के दलित, पिछड़े और आदिवासी शौचालय, बैंक अकाउंट, बिजली और छत तक से वंचित थे।
कांग्रेस और आरजेडी ने सामाजिक न्याय के नाम पर सिर्फ अपनी राजनीति चमकाई। गरीबों को लूटा और खुद राजशाही की मौज की।
उन्होंने यह भी कहा कि यही लोग कभी विदेशी मेहमानों को बिहार की गरीबी दिखाने लाते थे, लेकिन अब वही बिहार विकास की राह पर है।
मखाना किसानों के लिए मखाना बोर्ड और GI टैग
पीएम मोदी ने बिहार के कृषि क्षेत्र की बात करते हुए कहा कि सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा, हमने मखाना बोर्ड की घोषणा की है और मखाना को GI टैग दिलाया है, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी मांग बढ़ेगी। साथ ही 14 फसलों का MSP भी बढ़ाया गया है।
बहरहाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह बिहार दौरा चुनावी माहौल में राजनीतिक दृष्टि से बेहद अहम रहा।
एक ओर जहां उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का हवाला देकर ‘नए भारत’ की छवि पेश की। व
हीं दूसरी ओर नक्सलवाद, बिजली, रेलवे, मखाना, और महिलाओं के उत्थान जैसे मुद्दों को छूते हुए विकास की बात भी जोर-शोर से रखी।
उनके भाषणों से आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को काफी लाभ मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
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