Pak Banned Indian Songs: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव ने अब सांस्कृतिक मोर्चे पर भी रुख अख्तियार कर लिया है।
भारत द्वारा पाकिस्तानी कलाकारों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध लगाने के बाद, पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए देशभर के एफएम रेडियो स्टेशनों पर भारतीय गानों के प्रसारण पर पूरी तरह से रोक लगा दी है।
यह निर्णय पाकिस्तान ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (PBA) द्वारा 1 मई 2025 को लिया गया, जिसकी पुष्टि PBA के महासचिव शकील मसूद ने की।
पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तारड़ ने इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय एकता और संप्रभुता के हित में लिया गया फैसला है।
भारत ने लगाया पाक कलाकार और चैनल्स बैन
इससे दो दिन पहले भारत सरकार ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद कई सख्त कदम उठाए थे।
इस हमले में 26 हिंदू पर्यटकों की जान गई थी और भारत ने इसके लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया।
इसके जवाब में भारत सरकार ने न सिर्फ पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन लगाया, बल्कि सोशल मीडिया और यूट्यूब पर मौजूद कई प्रमुख पाकिस्तानी चैनलों को भी भारत में प्रतिबंधित कर दिया।
प्रतिबंधित यूट्यूब चैनलों में पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर, पत्रकार आरज़ू काज़मी और सैयद मुज़म्मिल शाह के चैनल शामिल हैं।
इसके साथ ही, पाकिस्तानी टीवी नेटवर्क ‘हम टीवी’, जो भारत में लोकप्रिय पाकिस्तानी सीरियल्स प्रसारित करता था को भी यूट्यूब पर “विद-हेल्ड” कर दिया गया है।
इतना ही नहीं, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट भी भारत में ब्लॉक कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने एक इंटरव्यू में दावा किया था कि पहलगाम हमला भारत द्वारा खुद रचा गया है।
पाक की प्रतिक्रिया, “सांस्कृतिक आक्रामकता” का जवाब
पाकिस्तान सरकार ने भारत की इन कार्रवाइयों को “एकतरफा और सांस्कृतिक आक्रामकता” बताया है।
सूचना मंत्रालय की ओर से जारी एक आधिकारिक पत्र (सं. 3(35)/2025-MIB) में कहा गया कि भारतीय गानों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला मौजूदा हालात में राष्ट्रीय एकता बनाए रखने और जनता की भावनाओं के अनुरूप है।

सूचना मंत्री अताउल्लाह तारड़ ने मीडिया से अपील की कि वे भी इस कठिन समय में राष्ट्रहित में एकजुट होकर काम करें।
उन्होंने कहा, “यह निर्णय देश की सामूहिक भावना का प्रतीक है और संकट के समय हमारी एकता का परिचायक है।”
भारतीय गानों की लोकप्रियता बनी चुनौती
पाकिस्तान में भारतीय गाने दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं। खासतौर पर लता मंगेशकर, मोहम्मद रफी, किशोर कुमार और मुकेश जैसे दिग्गज गायकों के गीत आज भी पाकिस्तानी जनता के बीच सुने जाते हैं और एफएम चैनलों पर नियमित रूप से बजाए जाते हैं।
अब इन गानों पर लगे बैन से आम जनता के एक बड़े वर्ग में नाराजगी और निराशा देखी जा रही है।
भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहा यह सांस्कृतिक संघर्ष दिखाता है कि कैसे आतंकवादी घटनाएं केवल राजनीतिक और सुरक्षा संबंधों को ही नहीं बल्कि कला, संगीत और आपसी सांस्कृतिक रिश्तों को भी गहरा प्रभावित करती हैं।
आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह तनाव क्या और गहराता है या दोनों देश फिर से संवाद की राह पर लौटते हैं।
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