Cabinet Meeting Rajwada

Cabinet Meeting Rajwada

इंदौर के राजवाड़ा में ऐतिहासिक MP कैबिनेट की बैठक, सभी की नजरें मंत्री शाह के आने पर टिकीं

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MP Cabinet Meeting in Indore: इंदौर का ऐतिहासिक राजवाड़ा एक बार फिर उस दौर की यादें ताजा कर रहा है, जब यहां होलकर शासन में दरबार सजता था और बड़े फैसले लिए जाते थे।

1945 के बाद पहली बार, सोमवार को मध्यप्रदेश की कैबिनेट बैठक राजवाड़ा के गणेश हॉल में आयोजित की जा रही है।

इस विशेष बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे, जिसमें प्रदेश के सभी मंत्री परंपरागत अंदाज में पटिए और गद्दों पर बैठेंगे।

इस बैठक को ऐतिहासिक बनाने के लिए सरकार ने सांस्कृतिक मूल्यों और परंपराओं को केंद्र में रखा, वहीं प्रदेश के विकास को लेकर कई अहम प्रस्तावों पर भी चर्चा की गई।

विवादों के बीच शाह पर सबकी नजरें

मंत्री विजय शाह, जो हाल ही में कर्नल सोफिया पर दिए गए बयान को लेकर विवादों में घिरे हैं, उनकी उपस्थिति पर भी सभी की निगाहें टिकी है।

हालांकि, उन्होंने मीडिया से बातचीत करने से परहेज किया, लेकिन अगर वह बैठक में शामिल होंगे या नहीं यह चर्चा का विषय बन गया है।

पारंपरिक स्वरूप में सजी कैबिनेट

गणेश हॉल को पूरी तरह से परंपरागत दरबार की तर्ज पर सजाया गया। मंत्रियों के बैठने के लिए कुर्सियों के बजाय पटिए और गद्दों की व्यवस्था की गई।

यह वही स्थान है जहां 1945 में यशवंतराव तृतीय की अध्यक्षता में अंतिम बार मंत्री परिषद की बैठक हुई थी

उस समय की तरह इस बार भी मंत्रियों के लिए लोट और सिंह आकृति से उकेरे गए लकड़ी के बर्तन रखे गए हैं।

बैठक के बाद सभी मंत्रियों को लकड़ी के बर्तनों में भोजन परोसा जाएगा, जिसे अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश राजौरा ने स्वयं जांचा और अनुमोदित किया है।

अधिकारियों को चेकिंग के बाद एंट्री

इस बैठक को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। राजवाड़ा क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया।

आसपास के सभी मार्गों पर बैरिकेडिंग की गई और आम नागरिकों की आवाजाही सीमित कर दी गई।

यहां तक कि पास में स्थित स्टेट बैंक तक जाने वाले कर्मचारियों और ग्राहकों को भी रोक दिया गया।

बैठक स्थल पर मंत्रियों के साथ आने वाले ओएसडी और अधिकारियों को भी पूरी जांच और पुष्टि के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है।

लालबाग में जीर्णोद्धार कार्यों का भूमिपूजन

कैबिनेट बैठक से पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर में कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लिया।

उन्होंने इंदौर जू में पक्षियों को दाना खिलाया और लालबाग में जीर्णोद्धार कार्यों का भूमिपूजन किया।

इसके बाद उन्होंने होलकर विज्ञान महाविद्यालय में विद्यार्थियों से संवाद करते हुए कहा कि युवाओं की ऊर्जा, आत्मविश्वास और नवाचार ही प्रदेश और देश की दिशा और दशा तय करते हैं।

मुख्यमंत्री ने छात्रों से मेहनत, अनुशासन और तकनीकी दक्षता को अपनाने का आह्वान किया और राष्ट्र निर्माण में उनकी भागीदारी को महत्वपूर्ण बताया।

 

इंदौर में बैठक को लेकर ये बोले सीएम-मंत्री

सीएम डॉ. यादव – होलकर साम्राज्य के संस्थापक मल्हार राव होलकर, अहिल्या माता और यशवंत राव जी, ऐसे कई इतिहास को समेटे इंदौर की इस महानगरी में कैबिनेट कर रहे हैं। आज अहिल्या माता की तिथि के हिसाब से पुण्यतिथि है, मल्हारराव होलकर की पुण्यतिथि है, अहिल्या माता के विवाह की वर्षगांठ है। इस अवसर पर हम इंदौर के लिए कई सौगातें लेकर आए हैं।

मंत्री प्रहलाद पटेल – माता देवी अहिल्या बाई की कोई तुलना नहीं है। हमें उनके जीवन से सीखना चाहिए। हम महेश्वर भी गए थे कैबिनेट के लिए तब भी यही कोशिश थी कि हम कुछ सीखकर यहां से जाएं।

मंत्री गोविंद सिंह राजपूत – माता देवी अहिल्या जी की नगरी में आने का हमें सौभाग्य मिला है। करीब 5 घंटे तक ये बैठक चलेगी। सीएम की इच्छा है कि सभी माता देवी अहिल्या जी के बारे में जाने, जिसके लिए उनकी फिल्म बनाई गई है जो हम सभी सीएम के साथ देखेंगे। राजवाड़ा में कैबिनेट करने के कई उद्देश्य हैं। आम आदमी के लिए सिंगल विंडो की व्यवस्था को लेकर चर्चा की जाएगी।

ऐतिहासिक अवसर पर विकास की योजनाएं

इस विशेष बैठक में मप्र मेट्रोपॉलिटन नियोजन एवं विकास अधिनियम 2025’ को पेश किया जाएगा।

यह अधिनियम प्रदेश में नगरीय विकास और नियोजन की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।

इसके अंतर्गत भोपाल और इंदौर मेट्रोपॉलिटन एरिया के विकास को लेकर विस्तृत प्रस्ताव पेश किए जाएंगे।

भोपाल मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र में भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा और राजगढ़ के ब्यावरा क्षेत्र को शामिल किया गया है।

वहीं इंदौर मेट्रोपॉलिटन एरिया में इंदौर, देवास, उज्जैन, धार और शाजापुर जिलों के 1756 गांवों को सम्मिलित किया गया है।

यह क्षेत्र लगभग 9000 वर्ग किमी में फैला होगा और इसकी अनुमानित जनसंख्या 55 लाख होगी।

विकास की जिम्मेदारी इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) को दी गई है, जो चार चरणों में इस क्षेत्र का विकास करेगी।

अद्वैत लोक के लिए 2200 करोड़ की मंजूरी

बैठक में ओंकारेश्वर में अद्वैत लोक’ (आदि शंकराचार्य संग्रहालय) के निर्माण के लिए 2200 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी जा सकती है।

यह संग्रहालय न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।

इसके अतिरिक्त प्रदेश के विजन डॉक्यूमेंट 2047’ पर भी बैठक में गंभीरता से चर्चा की जाएगी।

इस दस्तावेज के माध्यम से यह तय किया जाएगा कि स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूर्ण होने पर मध्यप्रदेश कैसा होगा, और उसे किस दिशा में लेकर जाना है। इस पर आठ समूहों में विचार-विमर्श किया गया है।

कुल मिलाकर राजवाड़ा की यह कैबिनेट बैठक प्रशासनिक दृष्टि से जितनी महत्वपूर्ण रही, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से भी उतनी ही स्मरणीय है।

यह बैठक इंदौर को विकास की नई दिशा देने के साथ-साथ मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक चेतना को भी पुनर्जीवित करने का माध्यम बनेगी।

 

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