मध्यप्रदेश के वनमंत्री ने कहा -शिवराज के अलावा तत्कालीन वन मंत्रीशेजवार और 6 अफसरों के खिलाफ जांच के निर्देश दिए किसी को बक्शा नहीं जाएगा
INDORE .प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाबलीपुरम के समंदर किनारे आज सुबह सफाई करते नजर आये। प्रधानमंत्री ने किनारों से प्लास्टिक और दूसरा कचरा हटाया। ये मोदी की पर्यावरण बचाने की पहल है, दूसरी तरफ मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज पर पौधरोपण में करीब 455 करोड़ के घोटाले का मामला दर्ज होने जा रहा है। शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। उनके खिलाफ 2017 में किए गए पौधरोपण अभियान में धांधली का आरोप है। शिवराज सिंह के साथ ही उस समय के वन मंत्री गौरीशंकर शेजवार और 6 से ज्यादा अधिकारियों की भी भूमिका की जांच की जाएगी। प्रदेश के वन मंत्री उमंग सिंघार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। वन मंत्री सिंघार ने आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्लू) को पत्र लिखकर जांच करने के लिए कहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि नर्मदा नदी के किनारे 6 करोड़ से ज्यादा पेड़ लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए 20 रुपए मूल्य के पौधों को 200 रुपए से ज्यादा कीमत पर खरीदना पाया गया।
प्रदेश के वन मंत्री उमंग सिंघार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने 2 जुलाई 2017 को एक दिवसीय कार्यक्रम में 5 करोड़ पौधे रोपने का लक्ष्य रखा था। इस पौधारोपण को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने के भी निर्देश दिए गए थे। इसमें 455 करोड़ों रुपए खर्च किए गए थे।
वन मंत्री ने बताया कि जब इसकी जांच के लिए बैतूल के एक इलाके को चुना गया तो वहां 15625 पौधों की जगह सिर्फ 9985 गड्ढे ही पाए गए। पौधों को जीवित रखने के लिए पिछली सरकार ने जो दावे किए थे वह भी सिर्फ 15% ही सही थे। उन्होंने इस पूरे मामले की जांच ईओडब्ल्यू से कराने की अनुशंसा की है। इसमें उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूर्व वन मंत्री श्री शेजवार तत्कालीन तथा वर्तमान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख, तत्कालीन तथा वर्तमान अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक तथा इस कार्यक्रम के नोडल अधिकारी बीबी सिंह के विरुद्ध ईओडब्ल्यू में शिकायत करने के लिए कहां है। वन विभाग के अफसरों के खिलाफ आरोप पत्र जारी करने की निर्देश भी दिए हैं।