JMM Bihar Expansion: 2024 के झारखंड विधानसभा चुनावों में शानदार जीत दर्ज करने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) अब बिहार की राजनीति में भी अपनी पकड़ मजबूत करने की तैयारी में जुट गया है।
पार्टी ने 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों के लिए 16 सीटों पर दावा ठोकते हुए गठबंधन सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव को सीधे तौर पर एक राजनीतिक संकेत दे दिया है।
16 सीटों पर दावा, 12 पर तैयारी पूरी
JMM के प्रवक्ता मनोज पांडेय ने स्पष्ट किया कि पार्टी बिहार की 16 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना चुकी है, जिनमें से 12 सीटों पर तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है।
इन सीटों में चकाई, कटोरिया, ठाकुरगंज, कोचाधामन, रानीगंज, बनमनखी, रुपौली, धमदाहा, पूरनपुर, झाझा, छातापुर, सोनबरसा, रामनगर, जमालपुर, तारापुर और मनिहारी शामिल हैं।
JMM ने निभाया फर्ज, अब RJD की बारी
मनोज पांडेय ने कहा कि झारखंड में JMM ने RJD को गठबंधन धर्म निभाते हुए चार सीटें जितवाने में मदद की थी।
इसलिए अब JMM को उम्मीद है कि बिहार में RJD ‘बड़े भाई’ की भूमिका में रहकर गठबंधन की मर्यादा निभाएगा और JMM को उसकी राजनीतिक हैसियत के अनुसार सीटें देगी।
उन्होंने जोर देकर कहा कि INDIA गठबंधन को मजबूत करने के लिए सभी दलों को सहयोगात्मक रवैया अपनाना होगा।
JMM ने यह भी घोषणा की है कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के स्टार प्रचारक हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन बिहार चुनाव प्रचार में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर बढ़ी बेचैनी
JMM की इस मांग ने RJD के नेतृत्व वाले महागठबंधन की अंदरूनी राजनीति को और जटिल बना दिया है।
महागठबंधन में पहले से ही तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाए जाने को लेकर कुछ सहयोगी दलों में मतभेद हैं।
ऐसे में JMM की 16 सीटों की मांग ने तेजस्वी की चुनौतियों में इजाफा कर दिया है।
वहीं, यह भी चर्चा है कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) से अलग हुए पशुपति पारस भी महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं।
ऐसे में सीटों का गणित और उलझ सकता है क्योंकि उन्हें भी सीटें देनी होंगी।
बिहार में सीट बंटवारे का अंतिम फैसला
JMM की मांग पर झारखंड RJD की प्रदेश उपाध्यक्ष अनीता यादव ने कहा कि बिहार में सीट बंटवारे का अंतिम फैसला तेजस्वी यादव करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह झारखंड में JMM ने गठबंधन धर्म निभाया, उसी तरह RJD भी सभी सहयोगी दलों को उनकी ताकत के मुताबिक हिस्सेदारी देगी।
वहीं, झारखंड कांग्रेस के प्रदेश महासचिव विनय सिन्हा ‘दीपू’ ने कहा कि बड़ा भाई, छोटा भाई, मंझिला भाई सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
जब गठबंधन के सभी दलों के नेता बैठक करेंगे, तब तय होगा कि कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा?
उन्होंने JMM की मांग को स्वाभाविक बताया और कहा कि हेमंत सोरेन एक उभरते हुए राष्ट्रीय नेता हैं, जिनका प्रभाव बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों में है।
बढ़ सकती है तेजस्वी यादव की मुश्किलें
जेएमएम द्वारा की गई 16 सीटों की मांग से तेजस्वी यादव और महागठबंधन की पेरशानी बढ़ सकती है।
दरअसल महागठबंधन खेमे में अभी भी तेजस्वी के सीएम फेस को लेकर रार मचा हुआ है।
वहीं, महागठबंधन में शामिल सभी दलों की कोशिश अधिक से अधिक सीटें पाने की भी है।
ऐसे में अगर तेजस्वी यादव JMM की मांग को नजरअंदाज करते हैं तो गठबंधन में दरार आने की आशंका बन सकती है।
हालांकि, किस दल को कितने सीटें मिलती हैं, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
लेकिन, यह देखना दिलचस्प होगा कि सीटों के इस समीकरण में किसका पलड़ा भारी पड़ता है।
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