Congress MLA Gets Death Threat: ग्वालियर के एपिल हॉस्पिटल में हुए कथित घोटाले का मुद्दा उठाना गोहद से कांग्रेस विधायक केशव देसाई (Keshav Desai) को भारी पड़ गया है। दरअसल, विधायक ने अस्पताल में घोटाले को लेकर विधानसभा में आवाज उठाई थी, जिसके बाद उन्हें जान से मारने की धमकी मिली है। इस संबंध में विधायक ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर शिकायत की है।
विधायक देसाई ने साफ कर दिया है कि वह इन धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। जनता की समस्याओं और घोटालों के खिलाफ आवाज उठाना ही उनका कर्तव्य है, जिसे वे हर हाल में निभाएंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें और उनके परिवार को गंभीर खतरा है, जिसे लेकर वे जल्द ही पुलिस से सुरक्षा की मांग करेंगे।
पूर्व विधायक की हत्या का उदाहरण, विस में प्रश्न वापस लेने का दबाव
गोहद विधायक केशव देसाई ने बताया कि एपिल हॉस्पिटल में सरकारी योजनाओं, खासकर आयुष्मान कार्ड योजना में बड़े पैमाने पर घोटाले हो रहे हैं। जब उन्होंने इस मामले को विधानसभा में उठाया, तो एपिल हॉस्पिटल के संचालक डॉ. अमित यादव और उसके भाई अंकित यादव ने उन्हें फोन कर धमकाया। फोन पर कहा गया कि पूर्व विधायक मलखान जाटव की हत्या से भी आपने कोई सबक नहीं लिया क्या? आपका परिवार भी इंदरगढ़ में रहता है और मैं भी वहीं रहता हूं। कभी भी कुछ भी हो सकता है।
कांग्रेस विधायक ने बताया कि अस्पताल संचालकों ने उन्हें विधानसभा में उठाया गया प्रश्न वापस लेने के लिए कहा और उनके इनकार करने पर धमकियों का सिलसिला और तेज हो गया। अगले ही दिन फिर फोन आया और कहा गया कि आपने सवाल वापस क्यों नहीं लिया? क्या आपको अपनी और अपने परिवार की चिंता नहीं है? इस पर विधायक ने साफ जवाब दिया कि जनता की आवाज उठाने के लिए ही जनता ने हमें चुना है। हम डरने वाले नहीं हैं।
कांग्रेस हाईकमान को दी जानकारी, आरोपी का व्यापम कनेक्शन
मामले की गंभीरता को देखते हुए विधायक ने न केवल मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा, बल्कि कांग्रेस हाईकमान को भी पूरे घटनाक्रम से अवगत करा दिया है। विधायक ने मुख्यमंत्री से मिलने का समय भी मांगा है, हालांकि अब तक उन्हें समय नहीं मिला है। केशव देसाई ने कहा कि वे पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराएंगे ताकि उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
इस मामले में पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह (Dr. Govind Singh) ने आरोप लगाया कि एपिल हॉस्पिटल के संचालक अमित यादव पहले भी चर्चित व्यापम घोटाले के आरोपी रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे लोगों को संरक्षण दे रही है, जिसके चलते वे खुलेआम जनप्रतिनिधियों को धमकाने की हिम्मत कर रहे हैं। डॉ. सिंह ने कहा कि एपिल हॉस्पिटल में आयुष्मान योजना और अन्य सरकारी योजनाओं में बड़े पैमाने पर घोटाले हो रहे हैं और जो भी इन गड़बड़ियों के खिलाफ आवाज उठाता है, उसे धमकाया जा रहा है।
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