MP Moong Kharidi 2025: मध्यप्रदेश सरकार द्वारा मूंग और उड़द की समर्थन मूल्य पर खरीदी के निर्णय के बाद इस फैसले का श्रेय लेने को लेकर राजनीतिक संग्राम छिड़ गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार रात घोषणा की कि मूंग और उड़द की खरीदी के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है और 19 जून से किसानों का पंजीयन शुरू होगा।
इसके तुरंत बाद भारतीय किसान संघ और कांग्रेस, दोनों ने ही इस निर्णय को अपनी जीत बताना शुरू कर दिया।
किसान संघ ने जताया सीएम का आभार
भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी शुक्रवार देर रात ही मुख्यमंत्री निवास पहुंचे और डॉ. मोहन यादव से मुलाकात कर उनका आभार व्यक्त किया।
किसान संघ ने इस फैसले को मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता का परिणाम बताया और कहा कि सरकार ने किसानों के हित में महत्वपूर्ण फैसला लिया है।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश सरकार किसानों की समृद्धि के लिए निरंतर प्रयासरत है।
मध्यप्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग और उड़द के उपार्जन के लिए 19 जून से पंजीयन प्रारम्भ होगा। इस संबंध में मेरी माननीय केंद्रीय कृषि मंत्री श्री… pic.twitter.com/AziBKir1Ds
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) June 13, 2025
मूंग को ‘ज़हर’ बताने वाले अधिकारी झुके
इधर कांग्रेस ने इस फैसले को अपनी और किसानों की संयुक्त लड़ाई का परिणाम बताया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, यह किसानों की जीत है।
जो अधिकारी मूंग को जहर बता रहे थे, अब उन्हें किसान की ताकत का अंदाज़ा हो गया है।
उन्होंने कहा कि किसान संघ किसानों के साथ नहीं खड़ा था और पहली बार मुख्यमंत्री मोहन यादव एक संवेदनशील व्यक्ति के रूप में सामने आए हैं।
मुख्यमंत्री जी,
गेहूं, धान और सोयाबीन के पूरे समर्थन मूल्य का वादा अधूरा है! किसान के इस हक के लिए भी कांग्रेस निर्णायक लड़ाई लड़ेगी!मूंग खरीदी के लिए आपको धन्यवाद!@DrMohanYadav51 @CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/EiD7BqU2cc
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) June 14, 2025
सिंघार ने सरकार को आंदोलन की याद दिलाई
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह किसान संघ की नहीं, किसानों की असली जीत है।
हमने सरकार को पत्र लिखे, लेकिन किसानों को सरकार की नीतियों के कारण अर्धनग्न प्रदर्शन करना पड़ा।
सिंघार ने यह भी लिखा कि अंततः किसानों की एकजुटता और कांग्रेस के संघर्ष के सामने सरकार को झुकना पड़ा।
"यह किसान संघ की नहीं, बल्कि किसानों की असली जीत है"
मेरे द्वारा सरकार को मूंग खरीदी के लिए पत्र लिखा गया था, लेकिन सरकार की विफल नीतियों के कारण किसानों को अर्धनग्न होकर सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
आज की यह जीत कांग्रेस और आम किसानों की संयुक्त आवाज की जीत… pic.twitter.com/Uar5sKz5he— Umang Singhar (@UmangSinghar) June 14, 2025
8682 रुपए क्विंटल है मूंग का समर्थन मूल्य
सरकार के अनुसार, कृषि लागत एवं मूल्य आयोग द्वारा मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य 8682 रुपये प्रति क्विंटल और उड़द का 7400 रुपये तय किया गया है।
मूंग की खरीदी प्रदेश के 36 जिलों में और उड़द की खरीदी 13 जिलों में होगी।
पंजीयन के लिए किसानों को फसल का नाम, आधार नंबर, बैंक खाता विवरण और भू-अधिकार पुस्तिका की स्वप्रमाणित प्रति देना होगी।
बैंक खाता राष्ट्रीयकृत बैंक और जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की शाखा का होना अनिवार्य है।
सिकमी और बटाई काश्तकारों को अपने अनुबंध की प्रति भी देना जरूरी होगा।
बता दें प्रदेश में मूंग की फसल का संभावित क्षेत्रफल 14.35 लाख हेक्टेयर और उत्पादन 20.23 लाख मीट्रिक टन है।
वहीं उड़द का क्षेत्रफल 0.95 लाख हेक्टेयर और उत्पादन 1.24 लाख मीट्रिक टन आंका गया है।
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