Bihar Election 2025

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बिहार चुनाव 2025: 10 सीटों पर महागठबंधन में ‘दोस्ताना जंग’, आपसी फाइट से किसे नफा, किसे नुकसान?

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Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का माहौल अब दिलचस्प होता जा रहा है।

जहां एक ओर महागठबंधन (RJD, कांग्रेस, वामदल और VIP) एनडीए को सत्ता से हटाने के लिए पूरी ताकत झोंक रहा है।

वहीं अंदरूनी मतभेद और सीट बंटवारे की खींचतान ने गठबंधन की एकजुटता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

बिहार की 243 सीटों में से 10 विधानसभा सीटों पर अब महागठबंधन के घटक दल आपस में ही मुकाबले में उतर आए हैं।

पहले ये 12 सीटें थी, लेकिन फिर 3 सीटों पर टकराव खत्म करते हुए नामांकन वापस लिए गए हैं।

इसमें कांग्रेस के कैंडिडेट ने प्राणपुर और वारसिलीगंज से नामांकन वापस लिया है।

वहीं, मधुबनी जिले के बाबूबरही से VIP कैंडिडेट ने नॉमिनेशन वापस लिया है।

इन तीनों जगहों पर राजद के कैंडिडेट्स से मुकाबला था।

10 सीटों पर महागठबंधन की आपसी फाइट

महागठबंधन ने कुल 243 सीटों पर 254 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं।

इनमें राजद ने 143, कांग्रेस ने 61, सीपीआई (एम-एल) ने 20, सीपीआई ने 9, सीपीएम ने 6 और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (VIP) ने 15 उम्मीदवार उतारे हैं।

लेकिन सीट बंटवारे में तालमेल न बन पाने के चलते 10 सीटों पर गठबंधन के ही दलों के उम्मीदवार एक-दूसरे के खिलाफ ताल ठोक रहे हैं।

इनमें 5 सीटें ऐसी हैं जहां RJD और कांग्रेस आमने-सामने हैं, 4 सीटों पर CPI और कांग्रेस में सीधी टक्कर है, जबकि 1 सीट पर VIP और RJD के बीच संघर्ष देखने को मिल रहा है।

यह ‘दोस्ताना जंग’ न सिर्फ सियासी समीकरणों को जटिल बना रही है। बल्कि गठबंधन की अंदरूनी रणनीति और नेतृत्व क्षमता पर भी सवाल उठा रही है।

RJD बनाम कांग्रेस — 6 सीटों पर सीधी जंग

राजद और कांग्रेस के बीच तालमेल की कमी सबसे ज्यादा 5 सीटों पर दिखाई दे रही है।

  1. वैशाली: RJD प्रत्याशी अजय कुशवाहा बनाम कांग्रेस के संजीव कुमार
  2. सिकंदरा: कांग्रेस के विनोद चौधरी बनाम RJD के उदय नारायण चौधरी
  3. कहलगांव: कांग्रेस के प्रवीण कुशवाहा बनाम RJD के रजनीश आनंद
  4. सुल्तानगंज: कांग्रेस के ललन यादव बनाम RJD के चंदन सिन्हा
  5. नरकटियागंज: कांग्रेस के शाश्वत केदार पांडे बनाम RJD के दीपक यादव

इन सभी सीटों पर दोनों पार्टियों के नेता और कार्यकर्ता आपसी भिड़ंत में जुट गए हैं। जबकि विपक्षी NDA खेमे में इस स्थिति को ‘महागठबंधन की फूट’ करार दिया जा रहा है।

CPI बनाम कांग्रेस — 4 सीटों पर वाम-कांग्रेस की जंग

वामदलों और कांग्रेस के बीच भी 4 सीटों पर मुकाबला बना हुआ है, जिससे स्पष्ट है कि सीट बंटवारे की प्रक्रिया महज औपचारिकता बनकर रह गई।

  1. बछवारा: CPI के अवधेश कुमार राय बनाम कांग्रेस के शिव प्रकाश गरीबदास
  2. राजापाकर: CPI के मोहित पासवान बनाम कांग्रेस की प्रतिमा दास
  3. बिहार शरीफ: CPI के शिव कुमार यादव बनाम कांग्रेस के उमेर खान
  4. करगहर: CPI के महेंद्र गुप्ता बनाम कांग्रेस के संतोष मिश्रा

इन क्षेत्रों में कांग्रेस और वाम समर्थक मतों का बंटवारा NDA के प्रत्याशियों को अप्रत्यक्ष फायदा पहुंचा सकता है।

VIP बनाम RJD — 2 सीटों पर टक्कर

विकासशील इंसान पार्टी (VIP) और RJD के बीच भी 1 सीटों पर सीधा मुकाबला है।

चैनपुर में VIP के बाल गोविंद बिंद बनाम RJD के बृजकिशोर बिंद

मुकेश सहनी की पार्टी ने पहले 40 से 50 सीटों की मांग की थी और सरकार बनने पर डिप्टी CM पद का दावा भी किया था, लेकिन अंततः 16 सीटों पर समझौता करना पड़ा।

अब VIP के कुछ उम्मीदवार RJD से नाराज होकर ‘अपनी जमीन बचाने’ की लड़ाई लड़ रहे हैं।

महागठबंधन के घटक दल और सीटों का बंटवारा

महागठबंधन में प्रमुख भूमिका निभा रही RJD ने 143 उम्मीदवार उतारे हैं।

यह वही दल है जो 2020 में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी।

कांग्रेस इस बार 61 सीटों पर लड़ रही है, जो पिछले चुनाव की तुलना में 5 सीटें कम हैं।

2020 में कांग्रेस को सिर्फ 19 सीटें मिली थीं, जिसके कारण महागठबंधन की हार का ठीकरा भी उसके सिर फोड़ा गया था।

वामदलों में भाकपा (माले) 20 सीटों, भाकपा 9 सीटों और माकपा 4 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

सीट बंटवारे पर खींचतान से गहराया असंतोष

गठबंधन के अंदर यह स्थिति यह दर्शाती है कि शीर्ष नेतृत्व के बीच भी तालमेल की कमी बनी हुई है।

तेजस्वी यादव और कांग्रेस के आलाकमान के बीच सीट बंटवारे पर कई बार मतभेद सामने आए। वहीं, वामदलों का आरोप रहा कि RJD ने कई परंपरागत सीटें अपने कब्जे में रख लीं।

इन 12 सीटों पर ‘दोस्ताना जंग’ का असर न केवल महागठबंधन की एकजुटता पर पड़ेगा, बल्कि विपक्षी NDA को भी अप्रत्यक्ष रूप से लाभ दे सकता है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि यह स्थिति बनी रही तो गठबंधन का वोट बैंक बंट जाएगा और कई सीटें आसानी से NDA की झोली में जा सकती हैं।

बिहार चुनाव 2025 का शेड्यूल

चुनाव आयोग के मुताबिक, बिहार विधानसभा के चुनाव दो चरणों में होंगे —

  • पहला चरण: 6 नवंबर (121 सीटें)
  • दूसरा चरण: 11 नवंबर (122 सीटें)
  • मतगणना: 14 नवंबर

पहले चरण में 1314 उम्मीदवार मैदान में हैं।

अब तक 300 से अधिक नामांकन रद्द हो चुके हैं और 61 प्रत्याशियों ने नाम वापस ले लिए हैं।

बिहार में इस बार कुल 7.43 करोड़ मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग करेंगे।

जिनमें 3.92 करोड़ पुरुष, 3.50 करोड़ महिलाएं और 1,725 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं।

भले ही महागठबंधन का उद्देश्य भले ही ‘एनडीए को सत्ता से हटाना’ हो, लेकिन 12 सीटों पर आपसी मुकाबले ने उसकी एकजुटता पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।

यह ‘दोस्ताना जंग’ चुनावी रणनीति में भ्रम पैदा कर सकती है और मतदाताओं में भी असमंजस की स्थिति बना सकती है।

राजनीतिक तौर पर देखा जाए तो यदि गठबंधन अपने आंतरिक मतभेदों को नहीं सुलझा पाया, तो 2025 का बिहार चुनाव उसके लिए उतना ही चुनौतीपूर्ण साबित होगा जितना 2020 में हुआ था।

 

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