BJP President Election: लोकसभा में बुधवार को वक्फ संशोधन बिल पेश किया गया, जिस पर 8 घंटे की चर्चा की जा रही है। इसी बीच सदन में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में देरी का मुद्दा भी उठा।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि पार्टी अपना अध्यक्ष तक नहीं चुन पा रही है। वहीं अखिलेश के सवालों का जवाब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में हंसते हुए दिया है।
अखिलेश यादव और अमित शाह आमने-सामने
भाजपा अध्यक्ष के चुनाव में हो रही देरी पर तंज कसते हुए सपा प्रमुख अखिलेश ने कहा कि बीजेपी में एक मुकाबला चल रहा है कि कौन बड़ा है। भाजपा खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहती है, लेकिन अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव नहीं कर पा रही।
अखिलेश यादव के इन सवालों का जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि मैं कहता हूं आप 25 साल तक अध्यक्ष रहोगे। गृह मंत्री ने हंसते हुए सदन में बोले- यहां सामने जितनी पार्टियां हैं, उनका राष्ट्रीय अध्यक्ष सिर्फ 5 लोगों को चुनना है और वो भी परिवार वालों को। हमारे यहां करोड़ों लोग हैं, तो यहां अध्यक्ष चुनने में वक्त लगता है।
सपा 33 साल पुरानी पार्टी, अखिलेश दूसरे अध्यक्ष
समाजवादी पार्टी की स्थापना 4 अक्टूबर 1992 को मुलायम सिंह यादव ने जनता दल से अलग होकर की थी। वह सपा के पहले अध्यक्ष बने और दो बार यूपी के सीएम भी रहे। इससे पहले मुलायम सिंह यादव एक बार जनता दल से यूपी के सीएम रह चुके थे।
मुलायम सिंह के बाद उनके बेटे अखिलेश यादव यूपी के सीएम और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। अखिलेश यादव वर्तमान में उत्तर प्रदेश की कन्नौज सीट से सांसद हैं। उन्होंने सांसदी जीतने के बाद विधायक पद छोड़ा था।
इसके अलावा अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव मैनपुरी सीट से सांसद हैं। डिंपल ने दूसरी बार इस सीट पर जीत हासिल की है।
जेपी नड्डा का कार्यकाल एक साल ज्यादा बढ़ा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मार्च को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में शामिल होने नागपुर गए थे। अखिलेश यादव ने इसे भी लेकर तंज कसा कि क्या ये 75 साल के एक्सटेंशन की यात्रा तो नहीं है। सूत्रों के मुताबिक भाजपा इस महीने के अंत तक नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव कर सकती है।
फिलहाल, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा पार्टी के अध्यक्ष हैं। जेपी नड्डा को 2019 में कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद जनवरी 2020 में वे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे। जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2023 में समाप्त होना था, लेकिन लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए उनका कार्यकाल जून 2024 तक बढ़ा दिया गया था।
अब जब जेपी नड्डा केंद्रीय मंत्री बन चुके हैं, तो पार्टी को नया अध्यक्ष चुनना है। भाजपा के लिए यह एक महत्वपूर्ण निर्णय इसलिए भी है, क्योंकि अगले कुछ सालों में कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और 2029 के लोकसभा चुनाव की तैयारी भी करनी होगी।
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