Indore Couple Missing in Meghalaya

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हनीमून पर मेघालय गए इंदौर के नवविवाहित दंपती लापता: खाई में मिले बैग, 24 मई से दोनों के मोबाइल भी बंद

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Indore Couple Missing Case: इंदौर के एक नवविवाहित दंपती राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम अपने हनीमून पर मेघालय गए थे।

20 मई को रवाना हुए इस जोड़े का 24 मई से परिवार से संपर्क पूरी तरह टूट गया है।

अंतिम बार वे शिलॉन्ग के पास मावलखाइट गांव में देखे गए थे।

इसके बाद से न तो उनका मोबाइल चालू है और न ही कोई सुराग हाथ लगा था।

लेकिन 27 मई को स्थानीय पुलिस को उनके दो बैग झाड़ियों के पास खाई में पड़े मिले, जिससे मामले ने गंभीर मोड़ ले लिया है।

पूरे घटनाक्रम ने प्रशासनिक तंत्र से लेकर राजनीतिक हलकों तक को सक्रिय कर दिया है।

चाबी लगी एक्टिवा लावारिस हालात में मिली

राजा और सोनम 20 मई को इंदौर से बेंगलुरु होते हुए गुवाहाटी पहुंचे।

वहां मां कामाख्या के दर्शन के बाद वे मेघालय के शिलॉन्ग पहुंचे।

22 मई को उन्होंने शिलॉन्ग से सोहरा (चेरापूंजी) की ओर यात्रा की योजना बनाई।

इस दौरान उन्होंने शिलॉन्ग निवासी सागर सेन सामल से चार दिन के लिए एक एक्टिवा स्कूटर किराए पर लिया।

इस स्कूटर से दंपती मावलखाइट गांव पहुंचे और फिर एक गाइड की मदद से नोंग्रियाट गांव के प्रसिद्ध ‘डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज’ देखने के लिए निकले।

23 मई की सुबह गांव के मुखिया ने सूचना दी कि ‘गोल्डन पाइंस ढाबा’ के पास एक चाबी लगी लावारिस एक्टिवा खड़ी है।

जांच में यह वही स्कूटर निकली जो दंपती ने किराए पर ली थी। इसके बाद से ही परिवार और पुलिस की चिंता बढ़ गई।

खाई के पास झाड़ियों में मिले दो बैग

27 मई को चलाए गए तलाशी अभियान में पुलिस को सफलता मिली।

एक खाई के पास झाड़ियों में दो बैग मिले, जो दंपती के बताए गए हुलिए और यात्रा से मेल खाते थे।

यह बैग लावारिस स्कूटर से कुछ ही दूरी पर मिले। हालांकि, अब तक दंपती का कोई सुराग नहीं मिल सका है।

स्थानीय पुलिस का मानना है कि दंपती संभवतः ट्रैकिंग के दौरान किसी हादसे का शिकार हो सकते हैं या फिर यह कोई आपराधिक मामला भी हो सकता है।

खतरनाक ट्रैक और अपराधियों का गढ़

ईस्ट खासी हिल्स के एसपी विवेक सिएम के अनुसार, दंपती की आखिरी मोबाइल लोकेशन मावलखाइट गांव के पास मिली थी।

इसके बाद वे ‘डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज’ की ओर गए, जो बेहद घने जंगल और गहरे खाई वाले क्षेत्र में है।

वहां का ‘ओसरा हिल्स’ इलाका बहुत संवेदनशील माना जाता है। स्थानीय लोग भी इस इलाके में अकेले जाने से कतराते हैं।

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार यहां पहले भी लूटपाट और आपराधिक घटनाएं हो चुकी हैं।

यही नहीं, वहां एक ‘ओरसा’ नाम का रिसॉर्ट भी है, जिसे अपराधियों का अड्डा माना जाता है।

24 मई से दोनों के मोबाइल बंद

24 मई से दंपती से संपर्क टूटने के बाद उनके परिजनों ने खुद भी हरसंभव प्रयास शुरू किए।

सोनम के भाई गोविंद ने गूगल सर्च और गूगल मैप की मदद से लोकेशन निकालने की कोशिश की।

उन्होंने गूगल फोटो से आसपास के इलाके को ट्रेस किया और रेंटल एक्टिवा एजेंसी की जानकारी निकाली।

जब उन्होंने एजेंसी से संपर्क किया तो एजेंसी संचालक ने दंपती की एक तस्वीर भेजी, जिसमें वे एक्टिवा के साथ दिख रहे थे।

लेकिन कुछ ही देर में वह फोटो डिलीट कर दी गई, जिससे परिजनों की शंका और बढ़ गई।

इसके बाद परिवार ने इंदौर पुलिस से संपर्क किया और तत्काल शिलॉन्ग पहुंचकर जांच शुरू कर दी।

संपर्क में मेघालय और इंदौर पुलिस की टीम

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मेघालय और इंदौर की पुलिस टीमें लगातार संपर्क में हैं।

इंदौर पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह ने मामले की गंभीरता को समझते हुए क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश त्रिपाठी को जांच में लगाया है।

वे शिलॉन्ग पुलिस से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं और स्थानीय अफसरों से सर्चिंग में और लोगों को जोड़ने की अपील की गई है।

वर्तमान में 50 से अधिक लोगों की टीमें इस सर्चिंग ऑपरेशन में लगी हैं।

इनमें स्थानीय गांवों के लोग और ‘विलेज डिफेंस पार्टी’ के सदस्य भी शामिल हैं।

MP CM ने की मेघायल CM से फोन पर बात

घटना के बाद राजनीतिक हलकों में भी हलचल मच गई।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा से फोन पर बात की और त्वरित कार्रवाई का अनुरोध किया।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि नवदम्पत्ति की सुरक्षा को लेकर सरकार पूरी तरह गंभीर है और सभी स्तरों पर प्रयास किए जा रहे हैं।

इसी कड़ी में सांसद शंकर लालवानी भी शिलॉन्ग पहुंचे हैं। उन्होंने परिजनों से मुलाकात की और स्थानीय पुलिस अधिकारियों से इस मामले पर बैठक की।

वहीं, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस विषय की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी दी है।

दंपती के मिलने की उम्मीद अब भी कायम

दंपती के बड़े भाई सचिन रघुवंशी ने बताया कि भाषा की समस्या भी एक बड़ी बाधा बन रही है।

स्थानीय पुलिस और ग्रामीणों से संवाद में परेशानी हो रही है।

हालांकि अब प्रशासन ने एक स्थानीय दुभाषिए की मदद भी लगाई है ताकि संचार बाधा न बने।

दंपती के मोबाइल बंद हैं, लेकिन पुलिस को उम्मीद है कि वे किसी सुरक्षित स्थान पर हो सकते हैं।

पुलिस इस संभावना को भी खंगाल रही है कि वे जंगल में रास्ता भटक गए हों।

सभी टीमें इस उम्मीद के साथ काम कर रही हैं कि वे सकुशल मिलें।

 

 

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