पहले मिर्च पाउडर फेंका, फिर बांधकर चाकू से गोदा
karnataka DGP Murder case- कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) ओम प्रकाश रविवार को रहस्यमय परिस्थितियों में बेंगलुरु स्थित अपने आवास में मृत पाए गए। उनकी पत्नी ने क़ुबूल कर लिया है कि हत्या उसी ने की।
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बेंगलुरु के पॉश इलाके एचएसआर लेआउट की 14वीं क्रॉस रोड में रविवार को पूर्व डीजीपी का मर्डर हुआ। इस केस की जाँच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पूर्व डीजीपी की पत्नी ने स्वीकार कर लिया है कि उन्होंने ही अपने पति को मारा है। किसी पत्नी द्वारा पति को मारने के इस तरीके ने जाँच करने वाले विभाग के साथ सभी के रौंगटे खड़े कर दिए हैं।
पुलिस को पता चला है कि पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की पत्नी पल्लवी ने चाकू मारने से पहले उनके चेहरे पर मिर्च पाउडर फेंका था। मिर्च पाउडर पड़ने के बाद ओम प्रकाश को जलन होने लगी। जलन से राहत पाने के लिए वह इधर-उधर भाग रहे थे, तभी पल्लवी ने उनका हाथ-पैर बांधा, फिर चाकू से कई बार वार किए। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
68 वर्षीय रिटायर्ड डीजीपी के शरीर पर पेट और सीने पर चाकू के कई घाव मिले हैं। सूत्रों के अनुसार, उनकी पत्नी ने संपत्ति विवाद को लेकर उनसे झगड़ा किया, जिसमें उसने कथित तौर पर मिर्च पाउडर फेंका, उन्हें रस्सी से बांधा और फिर चाकू से गोदकर हत्या कर दी। पत्नी ने पति पर हमले के लिए एक कांच की बोतल का भी इस्तेमाल किया कर्नाटक में पूर्व DGP की हत्या का खौफनाक खुलासा-पत्नी ही कातिल
मां और बेटी से अब करीब 12 घंटे तक पूछताछ
हत्या के बाद, रिटायर्ड अधिकारी की पत्नी ने एक अन्य पुलिसकर्मी की पत्नी से बात की और उसे बताया कि उसने अपने पति की हत्या कर दी है। इसके बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और ओम प्रकाश की पत्नी और उनकी बेटी को हिरासत में ले लिया। मां और बेटी से अब करीब 12 घंटे तक पूछताछ की गई है। पूर्व पुलिस प्रमुख की चौंकाने वाली हत्या में पत्नी ही मुख्य संदिग्ध है।
बेटे की शिकायत के पर केस दर्ज
ओम प्रकाश के शरीर पर पेट और छाती पर चाकू के कई घाव हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ओम प्रकाश और उनकी पत्नी के बीच एक रिश्तेदार को उस संपत्ति को लेकर झगड़ा हुआ था, जो उन्होंने किसी और को ट्रांसफर कर दी थी। पूर्व अधिकारी पर चाकू से वार करने का संदेह है। पुलिस जांच कर रही है कि हत्या में उनकी बेटी की भूमिका थी या नहीं। ओम प्रकाश के बेटे की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है।
कौन थे कर्नाटक के डीजीपी ओम प्रकाश
बेंगलुरु के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त विकास कुमार ने कहा कि पुलिस को सुबह करीब 4 बजे सेवानिवृत्त अधिकारी की मौत की सूचना मिली। ओम प्रकाश 1981 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी थे। उन्हें मार्च 2015 में पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था। इससे पहले, उन्होंने अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं और होम गार्ड का भी नेतृत्व किया था।
1981 बैच के आईपीएस अधिकारी ओम प्रकाश बिहार के चंपारण से ताल्लुक रखते थे। भूविज्ञान में एमएससी की डिग्री हासिल करने वाले ओम प्रकाश ने अपने करियर की शुरुआत बल्लारी जिले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के तौर पर की थी। शिमोगा, उत्तर कन्नड़, और चिक्कमगलूर जैसे जिलों में पुलिस अधीक्षक के रूप में उनकी तैनाती रही। लोकायुक्त, आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी), और अग्निशमन सेवाओं में डीआईजी के रूप में उन्होंने अपनी छाप छोड़ी। 2015 में वे कर्नाटक के डीजीपी बने और 2017 में रिटायर हुए। बेंगलुरु में 2013 के बीजेपी मुख्यालय बम विस्फोट और 2014 के चर्च स्ट्रीट ब्लास्ट की जांच में उनकी भूमिका अहम रही थी।
सूत्रों के मुताबिक, ओम प्रकाश ने अपने करीबी दोस्तों से जिक्र किया था कि उनकी जान को खतरा है।
जांच में अब तक ये सामने आया
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पल्लवी मुख्य संदिग्ध के रूप में उभरी। सूत्रों ने बताया कि हत्या के बाद पल्लवी ने एक अन्य रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी की पत्नी को फोन किया और चौंकाने वाला बयान दिया- “मैंने उस राक्षस को मार डाला.” यह “राक्षस” कोई और नहीं, उनका पति ओम प्रकाश था। पल्लवी ने इसके बाद 112 पर कॉल करके पुलिस को सूचना दी। लेकिन जब पुलिस उनके घर पहुंची, तो पल्लवी और कृति ने दरवाजा खोलने से इनकार कर दिया। पुलिस को यह व्यवहार संदिग्ध लगा।
मानसिक तौर पर परेशान थी पल्लवी
पल्लवी से पूछताछ में पता चला कि वह मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थीं। जानकारी के मुताबिक उन्हें स्किजोफ्रेनिया जैसी बीमारी थी, और वे नियमित रूप से मानसिक स्वास्थ्य केंद्रों में इलाज करवाती थीं। पुलिस को यह भी पता चला कि पल्लवी ने कुछ महीने पहले एचएसआर लेआउट पुलिस स्टेशन के बाहर धरना दिया था, क्योंकि उनकी शिकायत दर्ज नहीं की गई थी। लेकिन उनकी शिकायत क्या थी? यह अभी रहस्य बना हुआ था।
संपत्ति विवाद या कुछ और?
पुलिस की जांच में एक अहम सुराग संपत्ति विवाद सामने आया है। ओम प्रकाश अपनी सारी संपत्ति अपने बेटे कार्तिक को ट्रांसफर करना चाहते थे। इस फैसले से पल्लवी नाराज थीं। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि हत्या से पहले ओम प्रकाश और पल्लवी के बीच इस मुद्दे पर तीखी बहस हुई थी। क्या यह विवाद इतना गहरा था कि पल्लवी ने अपने पति की हत्या कर दी?
गहरे गुस्से की ओर इशारा
एक सीन ऑफ क्राइम ऑफिसर ने बताया, “ऐसा लगता है कि हमलावर ने पहले ओम प्रकाश के चेहरे पर मिर्च पाउडर फेंका, जिससे वे असहाय हो गए। फिर चाकू से कई बार वार किया गया.” ओम प्रकाश के गले और पेट पर लगभग 12 घाव थे, जिनमें से एक गहरी चोट उनकी गर्दन पर थी। यह क्रूरता किसी गहरे गुस्से की ओर इशारा कर रही थी।
” इस हत्या ने कर्नाटक की कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठाए. सोशल मीडिया पर कई लोगों ने लिखा, “जब एक पूर्व डीजीपी अपने घर में सुरक्षित नहीं, तो आम आदमी का क्या होगा?”
भले ही डीजीपी की पत्नी ने हत्या का अपराध क़ुबूल कर लिया है लेकिन इस कहानी का अंत अभी बाकि है।
“सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश की हत्या कर दी गई है। प्रारंभिक जानकारी से पता चलता है कि उनकी पत्नी ने अपराध किया है,
लेकिन इसकी जांच चल रही है। हमें इंतजार करना होगा। 2015 में जब मैं गृह मंत्री था, तब उन्होंने मेरे साथ काम किया था। वह एक अच्छे
अधिकारी और अच्छे इंसान थे। ऐसा नहीं होना चाहिए था, जांच से सब कुछ सामने आ जाएगा। “
जी परमेश्वर, गृह मंत्री, कर्नाटक
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