Sheikh Hasina

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दिल्ली से अपने ‘दुश्मनों’ पर गरजीं हसीना, कहा- मैं जिंदा हूं और अभी भी बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हूं

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Sheikh Hasina: मैं जिंदा हूं… मैं अभी भी बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हूं… मैं जल्द वापस लौटूंगी...

ये कहना है बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और अवामी लीग की प्रमुख शेख हसीना का।

उन्होंने दिल्ली से अपने दुश्मनों समेत मौजूदा अंतिरम सरकार पर तीखा हमला बोला।

मोहम्मद युनूस को तो शेख हसीना ने धोखेबाज, भ्रष्ट और आतंकवादी करार दे दिया।

‘यूनुस ने झूठे वादों के दम पर सत्ता हथियाई’

बांग्लादेश में जारी राजनीतिक संकट के बीच भारत में शरण लिए बैठीं पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना वर्चुअल संबोधन में अपने दुश्मनों पर गरजीं।

उन्होंने आरोप लगाया कि यूनुस ने विदेशी फंडिंग और झूठे वादों के दम पर सत्ता हथियाई है।

उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को दुनिया गरीबों का मसीहा मानती रही, असल में वह गरीबों का शोषण करने वाला है।

हसीना ने दावा किया कि यूनुस ने गरीबों को ऊंची ब्याज दर पर कर्ज दिए और उससे दुनियाभर में ऐशो-आराम की जिंदगी बिताई

उन्होंने कहा कि पहले लोग यूनुस को समझ नहीं पाए, इसलिए मदद करते रहे, लेकिन अब उनकी हकीकत समझ में आ चुकी है। वह सत्ता के लालच में बांग्लादेश को बर्बाद कर रहा है।

बांग्लादेश आतंकी देश बन गया है – हसीना

अपने संबोधन में शेख हसीना ने बांग्लादेश के निर्माण की याद दिलाते हुए कहा कि इस देश का नाम बंगबंधु शेख मुजीब ने रखा था।

अवामी लीग ने ही देश को आजादी दिलाई थी और आज बांग्लादेश एक आतंकी देश बन गया है, जहां अवामी लीग, पुलिस, वकील, पत्रकार और कलाकारों तक को मारा जा रहा है।

मीडिया को काम नहीं करने दिया जा रहा और अपराधों की रिपोर्टिंग तक पर पाबंदी है।

बता दें बांग्लादेश में जून 2024 में उच्च न्यायालय द्वारा सरकारी नौकरियों में स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों को 30% आरक्षण दिए जाने के फैसले के बाद छात्रों ने देशव्यापी प्रदर्शन शुरू कर दिया था।

यह विरोध इतना बढ़ गया था कि अगस्त में शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा और अंतरिम सरकार की स्थापना की गई।

हसीना का पासपोर्ट रद्द और गिरफ्तारी वारंट जारी

शेख हसीना पर बांग्लादेश में अंतरिम सरकार द्वारा 225 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें हत्या, अपहरण और देशद्रोह जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।

उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है और इंटरनेशनल क्रिमिनल ट्रिब्यूनल ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। हसीना को 12 फरवरी तक अदालत में पेश होने का आदेश भी दिया गया था।

वहीं बांग्लादेश सरकार भारत से हसीना को डिपोर्ट करने की अपील कर चुकी है, लेकिन भारत सरकार ने उनका वीजा बढ़ा दिया है, जिससे संकेत मिलता है कि निकट भविष्य में ऐसा नहीं होने जा रहा।

‘अल्लाह ने मुझे किसी मकसद के लिए बचाया है’

शेख हसीना का दावा है कि वह जल्द ही बांग्लादेश वापस लौटेंगी और न्याय सुनिश्चित करेंगी।

उन्होंने कहा कि अल्लाह ने मुझे किसी मकसद के लिए बचाया है। जिन्होंने हमारे नेताओं को मारा है, वे एक दिन जरूर सजा पाएंगे। मैं आऊंगी, यह मेरा वादा है।

राजनीतिक जानकारों की मानें तो राजनीतिक अस्थिरता अब बांग्लादेश का आंतरिक मामला नहीं रह गया है।

शेख हसीना और मोहम्मद यूनुस के बीच की लड़ाई ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही है।

एक तरफ यूनुस जहां नोबेल पुरस्कार विजेता हैं, वहीं दूसरी ओर हसीना लंबे समय तक बांग्लादेश की सत्ता संभाल चुकी हैं।

हसीना की भारत में मौजूदगी और लगातार बयानबाजी दर्शाती है कि आने वाले समय में बांग्लादेश की राजनीति में कुछ बड़ा देखने को मिल सकता है।

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