Kubereshwar Dham Stampede: मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में स्थित कुबेरेश्वर धाम में बुधवार को कांवड़ यात्रा के दौरान दो और श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि तीन महिलाएं घायल हो गईं।
यह हादसा ऐसे समय हुआ जब सिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की अगुवाई में विशाल कांवड़ यात्रा निकाली जा रही है।
इससे पहले मंगलवार को भी भगदड़ के दौरान दो महिलाओं की मौत हो चुकी है।
इस तरह दो दिन में श्रद्धालुओं की जान जाने की संख्या चार हो चुकी है, वहीं कई लोग घायल हैं।
दो और श्रद्धालुओं की मौत, तीन घायल
बुधवार को मृतकों की पहचान ईश्वर सिंह (65 वर्ष) निवासी रोहतक (हरियाणा) और चतुर सिंह (50 वर्ष) निवासी पंचावल (गुजरात) के रूप में हुई है।
जानकारी के मुताबिक, चतुर सिंह की मौत कुबेरेश्वर धाम परिसर में अचानक चक्कर आने और गिरने से हुई।
जबकि ईश्वर सिंह एक होटल के सामने खड़े थे, तभी वे अचानक नीचे गिर पड़े और उनकी मौत हो गई।
बुधवार को ही हरियाणा की सुनीता नाम की महिला कांवड़ यात्रा के दौरान भोपाल-इंदौर हाईवे पर गिरकर घायल हो गईं।
इसी तरह मथुरा से आईं पूजा सैनी कुबेरेश्वर धाम परिसर में गिरने से चोटिल हो गई।
वहीं नागपुर की मनीषा धाम परिसर में बेहोश होकर गिर गईं।
तीनों घायलों को तत्काल उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा गया है।
मंगलवार को भी भगदड़ में गई थीं दो जानें
इससे एक दिन पहले मंगलवार को रुद्राक्ष वितरण के दौरान मची भगदड़ में दो महिलाओं की मौत हो गई थी।
मृतकों की पहचान जसबंती बेन (56 वर्ष) निवासी ओमनगर राजकोट (गुजरात) और संगीता गुप्ता (48 वर्ष) निवासी फिरोजाबाद (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है।
घटना उस समय हुई जब श्रद्धालु रुद्राक्ष लेने के लिए काउंटर पर कतार में खड़े थे।
एक महिला अचानक गिर पड़ी, उसे उठाने एक और महिला झुकी तभी किसी ने धक्का दे दिया और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
मौके पर मौजूद पुलिस को घायलों को निकालने में करीब डेढ़ घंटे लगे। इस हादसे में 10 से अधिक लोग घायल भी हुए।
प्रशासन पर भारी पड़ी भीड़, व्यवस्थाओं पर उठे सवाल
बताया जा रहा है कि इस कांवड़ यात्रा में देशभर से करीब ढाई लाख श्रद्धालु पहुंचे हैं।
मंगलवार रात से ही इंदौर-भोपाल हाईवे पर लंबा जाम लगा हुआ है।
बुधवार को कांवड़ यात्रा सीवन नदी से शुरू होकर कुबेरेश्वर धाम तक लगभग 12 किलोमीटर तक निकाली गई।
प्रशासन ने सीहोर से कुबेरेश्वर धाम तक का ट्रैफिक डायवर्ट किया, लेकिन भारी भीड़ के आगे व्यवस्थाएं बेबस नजर आईं।
हाईवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया, जिससे आम यात्रियों को भी परेशानी झेलनी पड़ी।
कांवड़ यात्रा में शामिल एक महिला श्रद्धालु ने बताया, हम 7-8 लोग आए हैं। यहां इतनी भीड़ है कि पैर रखने की भी जगह नहीं मिल रही।
आयोजन के प्रमुख पंडित प्रदीप मिश्रा ने श्रद्धालुओं से अपील की कि यात्रा के दौरान संयम बनाए रखें और किसी भी स्थिति में अफरा-तफरी न फैलाएं।
बहरहाल, लगातार हो रही मौतों और घायलों की संख्या बढ़ने के बाद कुबेरेश्वर धाम में जारी इस आयोजन की व्यवस्थाएं सवालों के घेरे में हैं।
श्रद्धालुओं की संख्या का सही अनुमान न होने और भीड़ नियंत्रण के पर्याप्त इंतजाम न होने से यह स्थिति बनी है।
हालांकि पुलिस और प्रशासन मुस्तैद है, लेकिन लगातार हो रही घटनाएं यह साबित करती हैं कि मौजूदा इंतजाम नाकाफी हैं।
You may also like
-
सबूतों के साथ राहुल: वोटर लिस्ट वैरिफिकेशन में गड़बड़ियों पर प्रजेंटेशन, बोले- EC ने BJP के साथ चुनाव चुराया
-
जस्टिस वर्मा को सुप्रीम कोर्ट से झटका: अब बचे हैं सिर्फ 2 रास्ते, इस्तीफा सौंप दें या महाभियोग का सामना करें
-
J-K के उधमपुर में बड़ा हादसा: 200 फीट गहरी खाई में गिरी CRPF की गाड़ी, 3 जवान शहीद, 15 घायल
-
ट्रंप के टैरिफ अटैक पर PM मोदी का जवाब, बोले- पता है इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, लेकिन तैयार हूं
-
ट्रंप का भारत पर टैरिफ एक्शन: अमेरिकी राष्ट्रपति बोले- अभी बहुत कुछ बाकी है, सेकेंडरी सैंक्शंस भी लगेंगे, जाने क्या है ये?