Kolkata Law College Case: कोलकाता गैंगरेप केस में आई मेडिकल रिपोर्ट में पीड़ित छात्रा से रेप की पुष्टि हो गई है।
मेडिकल जांच कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (CNMC) में कराई गई थी।
कस्बा पुलिस के अधिकारी के मुताबिक आरोपियों ने पीड़ित के साथ मारपीट भी की थी।
छात्रा के साथ जबरदस्ती करने, शरीर पर काटने और नाखून से खरोंचने के निशान मिले हैं।
इस केस की जांच कसबा थाना पुलिस ने मामले में चौथी गिरफ्तारी कर ली है।
कोलकाता पुलिस ने अब कॉलेज के सुरक्षा गार्ड को भी गिरफ्तार कर लिया है।
इससे पहले मामले में तीन आरोपी छात्रों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
दोस्त ही दोस्त का रेप करे, तो क्या करें
बीतें दिनों इस मामले में भाजपा ने मामता सरकार को घेरते हुए कई सवाल उठाए थे और दावा किया था कि तीनों में से एक आरोपी का सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस से संबंध है।
उधर, TMC स्टूडेंट विंग के प्रमुख तृणकुर भट्टाचार्य ने कहा- हमने कभी नहीं कहा कि मनोजीत मिश्रा TMC की स्टूडेंट विंग से नहीं जुड़ा था।
लेकिन वो जूनियर मेंबर था, कॉलेज में TMC के छात्र विंग की एक्टिव यूनिट नहीं है।
वहीं अब इस मामले में TMC सांसद कल्याण बनर्जी का विवादित बयान सामने आया है।
उन्होंने कहा है कि अगर कोई दोस्त अपने दोस्त के साथ बलात्कार करता है तो क्या किया जा सकता है।
इस मामले में बंगाल सरकार में मंत्री शशि पांजा का कहना है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा में अपराजिता विधेयक (बलात्कार के दोषियों के लिए मौत की सजा) पारित किया गया था।
इसे अभी तक कानून नहीं बनाया गया है, क्योंकि भाजपा ने इसे रोक दिया।
मुख्य आरोपी एक लेकिन तीनों पर चलेगा केस
कोलकाता गैंगरेप केस के आरोपियों में मनोजीत मिश्रा, जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी शामिल हैं।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को 27 जून को अलीपुर कोर्ट में पेश किया था।
जिसके बाद अदालत ने सभी आरोपियों को 1 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
मनोजीत मुख्य आरोपी है और कॉलेज का पूर्व छात्र है, जबकि जैब और प्रमित कॉलेज के छात्र हैं।
बताया जा रहा है कि पीड़िता ने एक आरोपी का विवाह का प्रस्ताव ठुकरा दिया था।
जिसके बाद उसे जबरन कॉलेज कैंपस में एक सुनसान कमरे में ले जाकर शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
इस केस में एक आरोपी ने रेप किया, जबकि उसके दो साथी मददगार बने।
लेकिन, तीनों आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप के तहत एक्शन लिया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार, सामूहिक बलात्कार के मामलों में शामिल समूह के सभी व्यक्तियों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए, भले ही उन सभी ने बलात्कार का कृत्य न किया हो।
कौन हैं कोलकाता गैंगरेप केस के तीनों आरोपी
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मनोजीत मिश्रा (मुख्य आरोपी)
पीड़िता के बयान और शुरुआती जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
इनमें एक पूर्व छात्र नेता है, 31 साल का मनोजीत मिश्रा, जो मुख्य आरोपी है।
कभी छात्र राजनीति का चर्चित चेहरा रहा मनोजीत साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज यूनिट का पूर्व अध्यक्ष रह चुका है।
मध्यमवर्गीय बंगाली परिवार से ताल्लुक रखने वाले मनोजीत ने पढ़ाई के दौरान ही तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (TMCP) की राजनीति में प्रवेश किया था।
मनोजीत लगभग एक दशक से छात्र राजनीति से जुड़ा रहा है और कॉलेज परिसर में ‘पावर सेंटर’ के तौर पर पहचाना जाता था।
यूनियन विवादों के दौरान दबाव बनाने और धमकियों के आरोप तो पहले भी लगे, मगर कभी कोई औपचारिक शिकायत नहीं हुई।
सूत्रों का कहना है कि पार्टी से नजदीकी होने के कारण वो अक्सर अनुशासनात्मक कार्रवाई से बचता रहा।
हालांकि, पढ़ाई पूरी होने के बावजूद नियमित रूप से कॉलेज परिसर में देखा गया और छात्रों पर प्रभाव बनाए रखता था।
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जैब अहमद (सह-आरोपी)
साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में प्रथम वर्ष का छात्र, 19 का जैब।
टॉपसिया क्षेत्र का रहने वाला जैब एक साधारण कामकाजी परिवार से आता है।
2024-25 सत्र में उसने कॉलेज में दाखिला लिया था और धीरे-धीरे यूनियन गतिविधियों में हिस्सा लेने लगा।
छात्रों के मुताबिक, जैब शांत स्वभाव का है और आसानी से प्रभाव में आ जाता है।
उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है और ना ही पहले कोई अनुशासनात्मक चेतावनी दर्ज है।
माना जा रहा है कि कॉलेज यूनियन की गतिविधियों के दौरान उसकी मुलाकात मनोजीत मिश्रा से हुई, जिससे नजदीकी बढ़ी।
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प्रमित मुखर्जी उर्फ प्रमित मुखोपाध्याय (सह-आरोपी)
कलकत्ता लॉ कॉलेज में ही सेकंड ईयर का स्टूडेंट 20 साल का प्रमित बाकी दो आरोपियों की तुलना में अपेक्षाकृत लो-प्रोफाइल छात्र रहा है।
वो कॉलेज में राजनीति में सक्रिय नहीं था, लेकिन छात्रों के एक खास ग्रुप से उसकी नजदीकी थी।
निम्न-मध्यमवर्गीय बंगाली परिवार से आने वाले प्रमित को दोस्त ‘शांत और औसत छात्र’ के रूप में जानते हैं।
इस घटना से पहले उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड दर्ज नहीं है।
हाल के दिनों में उसे मनोजीत और जैब के साथ अक्सर शाम को देखा गया।
लिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसका इस मामले में सक्रिय रोल था या वो किसी दबाव या प्रभाव में शामिल हुआ।
जानें पूरा मामला, पीड़िता ने बताया अपना दर्द
यह घटना 25 जून को दक्षिण कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में हुई।
शाम 7:30 बजे से रात 10:50 बजे के बीच कॉलेज कैंपस के अंदर गार्ड रूम में छात्रा के साथ गैंगरेप किया गया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि युवती बुधवार दोपहर 12 बजे कॉलेज में परीक्षा संबंधी फॉर्म भरने आई थी।
पीड़िता ने बताया कि वो कॉलेज यूनियन रूम में बैठी थी।
इस बीच मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा आया और उसने कॉलेज का मुख्य गेट बंद करने का निर्देश दिया।
फिर उसे जबरन सुरक्षा गार्ड के कमरे में ले जाकर रेप किया गया।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि मनोजीत मिश्रा ने उसे शादी का प्रस्ताव दिया था।
लेकिन जब उसने यह कहकर इनकार कर दिया कि उसका पहले से प्रेमी है तो वो नाराज हो गया।
पीड़िता ने यह भी बताया कि आरोपियों ने दुष्कर्म का वीडियो बनाया।
उसे धमकी दी गई कि यदि उसने सहयोग नहीं किया तो वीडियो को सार्वजनिक कर दिया जाएगा।
उसने भागने की कोशिश की, विरोध किया, लेकिन आरोपियों ने उसे हॉकी स्टिक से मारने की कोशिश की, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं।
मेडिकल रिपोर्ट में छात्रा से दुष्कर्म और मारपीट की पुष्टि हुई है।
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