महंगा हो सकता है आई फ़ोन

महंगा हो सकता है आई फ़ोन

Tariff Terror… तो पाकिस्तान में आई फ़ोन मिलेगा दस लाख का

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Tariff Terror-दिल्ली/इस्लामाबाद । अमेरिका और चीन ने एक-दूसरे पर जो टैरिफ़ लगाए हैं, उससे लोगों की रोज़मर्रा की ज़िंदगी पर असर पड़ सकता है। इसे लेकर आम आदमी के मन में कई तरह की उलझनें हैं। आज सुबह की खबर पढ़ें तो अमेरिका ने चीन पर 104 प्रतिशत टेरिफ लगाया है। लेकिन इसके मायने क्या हैं ? हर इंसान अपने हिसाब से अंदाज़ लगा रहा है। वहीँ बाजार की हालत देखें तो कुछ शेयर घटने- बढ़ने से लोगों के मन में कई सारे सवाल भी उठ रहे हैं। इसे समझने के लिए हम स्मार्टफोन कंपनी एप्पल के लोकप्रिय प्रोडक्ट आईफोन का उदाहरण ले सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक़ यह फोन अब काफ़ी महंगा हो सकता है। यहाँ तक कि पाकिस्तान में आई फ़ोन की कीमत दस लाख रुपये भी हो सकती है। 

व्यापार कर या टैरिफ़ सेवाओं पर नहीं लगते हैं, यह वस्तुओं पर लगाया जाता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनियाभर से अमेरिका में आयात किए जाने वाली वस्तुओं पर टैरिफ़ लगा दिया है। हालाँकि आईफोन जैसे कई अमेरिकी प्रोडक्ट चीन में भी बनाए जाते हैं। आयात की जाने वाली वस्तुओं पर लगने वाले इस टैक्स को वैश्विक व्यापार प्रणाली के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।

चीन में बनते हैं कई अमेरिकी उत्पाद

अगर हम एलन मस्क की कंपनी टेस्ला या एप्पल के आईफोन की बात करें तो ये अमेरिकी उत्पाद आमतौर पर चीन में बनाए जाते हैं। चीन वह देश है जिस पर अमेरिका ने कुल 54% अतिरिक्त टैरिफ लगाया है। यदि ये टैरिफ़ लागू रहे तो एप्पल जैसी कंपनियों के पास केवल दो विकल्प होंगे, या तो वे ख़ुद इसका नुक़सान उठाएं या इसका बोझ उपभोक्ताओं पर डाल दें।

9.3 प्रतिशत गिर चुके हैं एप्पल के शेयर

डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ़ की घोषणा के बाद से गुरुवार तक एप्पल के शेयर की कीमत में 9.3% की गिरावट आ चुकी है। यह मार्च 2020 के बाद अपने सबसे निचले स्तर पर है। एप्पल हर साल 22 करोड़ आईफोन बेचता है। अमेरिका, चीन और यूरोप इसके सबसे बड़े खरीदार हैं। लेकिन इसके अलावा भारत, पाकिस्तान जैसे कई एशियाई देशों में भी बड़ी संख्या में लोग इसे ख़रीदते हैं। अगर एप्पल टैरिफ़ का बोझ उपभोक्ताओं पर डालता है तो इसकी क़ीमत में क़रीब 43 फ़ीसदी की बढ़ोतरी होगी।

आई फ़ोन की कीमत का गणित

आई फ़ोन
आई फ़ोन

-अमेरिका में सबसे सस्ते आईफ़ोन16 मॉडल की कीमत क़रीब 799 डॉलर यानी 2 लाख 24 हज़ार पाकिस्तानी रुपए है।

-लेकिन रोसेनब्लाट सिक्योरिटीज़ के मुताबिक़ ये क़ीमत बढ़कर 1142 डॉलर यानी 3 लाख 20 हज़ार पाकिस्तानी रुपए तक हो सकती है।

-वहीं अमेरिका में सबसे महंगे मॉडल आईफोन 16 प्रो मैक्स की कीमत 1,599 डॉलर यानी 4,50,000 पाकिस्तानी रुपए है।

-अगर 43% की इस बढ़ोतरी का बोझ उपभोक्ताओं पर डाल दिया जाता है तो इसकी नई कीमत साढ़े छह लाख रुपये होगी।

-अब एप्पल के इन्हीं मॉडल्स की पाकिस्तान में क़ीमत की बात करें तो वहां एप्पल के डिस्ट्रिब्यूटर मर्केंटाइल के मुताबिक़ देश में आईफोन-16 मॉडल की कीमत 3 लाख 17 हज़ार पाकिस्तानी रुपये है।

-सबसे महंगे मॉडल आईफोन-16 प्रो मैक्स की कीमत 6 लाख़ 24 हज़ार पाकिस्तानी रुपये है।

-राजधानी इस्लामाबाद में इस समय ऐसी अफवाहें चल रही हैं कि पाकिस्तान में आईफोन की कीमतें 10 लाख पाकिस्तानी रुपये से ज़्यादा हो सकती हैं।

-लेकिन ऐसा तब होगा जब एप्पल खुद कीमतें बढ़ाएगा।

टैरिफ क्या है?

टैरिफ जिसे अक्सर सीमा शुल्क के रूप में संदर्भित किया जाता है। अंतरराष्ट्रीय व्यापार में शामिल वस्तुओं और सेवाओं पर लगाया जाने वाला कर है, जब वे राष्ट्रीय सीमाओं को पार करते हैं। ये कर आमतौर पर आयात करने वाले देश की सरकार द्वारा लगाए जाते हैं।

वस्तुओं और सेवाओं पर टैरिफ लगाने के कई कारण हैं, मुख्य कारण वस्तुओं के आयात में कमी और घरेलू उत्पादकों की सुरक्षा है। टैरिफ लगाने का दूसरा कारण राजस्व प्राप्त करना है । ये टैरिफ विनिमेय हो सकते हैं और इनके कई लाभ हैं, उदाहरण के लिए, सुरक्षा के लिए लगाया गया टैरिफ राजस्व प्राप्त कर सकता है जबकि राजस्व प्राप्त करने के लिए लगाया गया टैरिफ सुरक्षात्मक प्रभाव डाल सकता है।

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