Pakistani Actors Account Ban: भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में बार-बार आने वाले तनाव का असर एक बार फिर कला और कलाकारों पर साफ दिखाई देने लगा है।
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तानी कलाकारों पर एक बार फिर से पूर्ण बैन लगा दिया है।
इस बैन के तहत न सिर्फ पाकिस्तानी कलाकारों का भारत में काम करना प्रतिबंधित किया गया है, बल्कि उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स और यूट्यूब चैनलों को भी भारत में ब्लॉक कर दिया गया है।
इस फैसले के बाद दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान एक बार फिर ठप हो गया है, वहीं पाकिस्तानी कलाकारों ने इस कदम को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं।
सोशल मीडिया अकाउंट भारत में बैन
भारतीय सोशल मीडिया यूज़र्स अब माहिरा खान, हानिया आमिर, अली जफर, माया अली, सजल अली, आयजा खान, इकरा अजीज, सनम सईद जैसे लोकप्रिय पाकिस्तानी एक्टर्स के इंस्टाग्राम, ट्विटर, फेसबुक जैसे अकाउंट्स एक्सेस नहीं कर सकते।
इन अकाउंट्स पर लिखा आ रहा है – “This account is not available in your country due to a legal request.”
इस प्रतिबंध के पीछे भारत सरकार की लीगल रिक्वेस्ट बताई गई है।
बताया जा रहा है कि यह निर्णय गृह मंत्रालय के निर्देश पर लिया गया है और इसका सीधा संबंध हालिया आतंकवादी घटना से है, जिसमें दर्जनों पर्यटक मारे गए थे।
फवाद खान के अकाउंट पर बैन नहीं
हालांकि, हैरानी की बात यह है कि जहां अधिकतर पाकिस्तानी कलाकारों के अकाउंट्स ब्लॉक कर दिए गए हैं।
वहीं फवाद खान, मावरा होकैन, सबा कमर, युमना जैदी, महविश हयात, वहाज अली और उरवा होकैन जैसे कुछ कलाकारों के अकाउंट अभी भी भारतीय यूज़र्स के लिए उपलब्ध हैं।
फवाद खान, जो लंबे समय से विवादों में चल रहे थे और ‘अबीर गुलाल’ से बॉलीवुड में कमबैक करने वाले थे, उनका अकाउंट ब्लॉक न किया जाना कई सवाल खड़े कर रहा है।
दूसरी ओर खबरों के मुताबिक फवाद खान की अपकमिंग फिल्म अबीर गुलाल की रिलीज पर भारत के बाद पाकिस्तान में भी रोक लगा दी गई है।
कहा जा रहा है कि जहां भारत को पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान से आपत्ति है।
वहीं पाकिस्तानी डिस्ट्रीब्यूटर इंडियन एक्ट्रेस वाणी कपूर की फिल्म पाकिस्तान में रिलीज करने से इनकार कर रहे हैं।
पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों भी भारत में बैन
गृह मंत्रालय की सिफारिश पर भारत सरकार ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों को ब्लॉक कर दिया है।
इनमें ARY Digital और HUM TV जैसे लोकप्रिय चैनल भी शामिल हैं, जो भारतीय दर्शकों में खासे पसंद किए जाते थे।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, इन चैनलों पर भारत, भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ भड़काऊ, सांप्रदायिक और झूठी खबरें फैलाने का आरोप है। यानी अब से इंडियन पाकिस्तानी शोज भी नहीं देख सकेंगे।
फिल्मों में बैन और इंडस्ट्री में सख्ती
2016 के उरी हमले के बाद पहली बार पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने पर रोक लगी थी।
उस समय माहिरा खान, फवाद खान जैसे सितारों को भारतीय फिल्मों से बाहर कर दिया गया था।
हालांकि, 2023 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने पाक कलाकारों पर बैन लगाने की याचिका खारिज करते हुए कहा था कि राजनीतिक तनाव की वजह से कलाकारों को सजा नहीं दी जा सकती। इसके बाद पाक कलाकारों को फिर से काम मिलना शुरू हुआ।
लेकिन अब, FWICE (फिल्म फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉयीज) ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को पत्र लिखकर साफ कहा है कि जो भी भारतीय कलाकार या फिल्मकार पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करेगा, उस पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाएगा और उसे इंडस्ट्री से बैन कर दिया जाएगा।
इस आदेश का असर सीधे तौर पर दिखने लगा है। पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर, जो ‘सरदार 3’ में दिलजीत दोसांझ के साथ डेब्यू करने वाली थीं, उन्हें फिल्म से निकाल दिया गया है। वहीं फवाद खान की फिल्म ‘अबीर गुलाल’ की भारत में रिलीज रोक दी गई है।
पाकिस्तानी कलाकारों की तीखी प्रतिक्रिया
इस बैन के बाद पाकिस्तानी कलाकारों ने सोशल मीडिया पर भारत और प्रधानमंत्री मोदी को लेकर तंज कसने शुरू कर दिए हैं।
अर्सलान नसीर, जिनका अकाउंट भी भारत में ब्लॉक हुआ है, उन्होंने ने लिखा – “मोदी ब्रो, तुमने मुझे इंडिया में बैन कर दिया है? अब क्या, मेरी अम्मी को शिकायत लगाओगे?”
वहीं मलिक अकील ने जावेद अख्तर के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान ने कभी भारतीय कलाकारों को सम्मान नहीं दिया।
इस पर अकील ने लिखा – “कुछ लोग इज्जत के काबिल नहीं होते। अगर भारतीयों को पाक कलाकारों से आपत्ति है, तो उन्हें फिल्मों में कास्ट ही क्यों करते हैं? अपने एक्टर्स भेज दो, हानिया और फवाद उन्हें एक्टिंग सिखा देंगे।”
जावेद अख्तर ने किया बैन का समर्थन
जाने-माने लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने इस पूरे घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया में बैन का समर्थन किया है।
उन्होंने कहा, “ये एकतरफा आदान-प्रदान कब तक चलेगा? लता मंगेशकर जैसी महान गायिका को आज तक पाकिस्तान में एक बार भी परफॉर्म करने नहीं दिया गया। जबकि हमने मेहंदी हसन, गुलाम अली, नुसरत फतेह अली खान को खूब सम्मान दिया।”
अख्तर ने यह भी कहा कि यह सिर्फ कलाकारों का मामला नहीं, बल्कि राजनीतिक-सामाजिक एकतरफा व्यवहार का प्रतीक है। उनके अनुसार, अब भारत को भी अपनी सीमाएं तय करनी होंगी और एकतरफा दोस्ती का सिलसिला खत्म करना होगा।
तनाव का असर कला, संगीत और सिनेमा पर
भारत-पाक संबंधों में बार-बार आने वाले तनाव का सबसे बड़ा असर हमेशा से ही कला, संगीत और सिनेमा जैसे मानवीय पहलुओं पर पड़ा है।
पाकिस्तानी कलाकारों के अकाउंट्स और यूट्यूब चैनलों पर बैन, फिल्मों से हटाया जाना और सोशल मीडिया पर दोनों देशों के कलाकारों की तल्ख टिप्पणियां इस बात का संकेत हैं कि फिलहाल रिश्तों में कोई नरमी नहीं आने वाली
। ऐसे में दर्शकों और फैंस के लिए यह समय निराशाजनक है, खासकर उन भारतीय दर्शकों के लिए जो पाकिस्तानी ड्रामा और कलाकारों को बेहद पसंद करते हैं।
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