Karnataka CM Controversy: कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चल रही राजनीतिक चर्चाओं पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोमवार को दो टूक जवाब दिया।
उन्होंने साफ किया कि मुख्यमंत्री की कुर्सी फिलहाल खाली नहीं है और वह पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे।
इस बयान के साथ उन्होंने कांग्रेस में जारी अंदरूनी खींचतान और डीके शिवकुमार को सीएम बनाने की मांगों को विराम देने की कोशिश की।
दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात के बीच बयान
दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात से पहले सिद्धारमैया का यह बयान राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम माना जा रहा है।
उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री पद के लिए कोई वैकेंसी नहीं है। मैं अभी भी इस पद पर हूं और पांच साल का कार्यकाल पूरा करूंगा।
इधर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने भी सिद्धारमैया को हटाने की खबरों को बेबुनियाद बताया।
उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व परिवर्तन की किसी योजना पर विचार नहीं कर रहा है और मौजूदा व्यवस्था जारी रहेगी।
CM पद को लेकर खींचतान, रोटेशनल फॉर्मूले की चर्चा
मई 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला था, लेकिन मुख्यमंत्री पद के लिए सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दोनों दावेदार थे।
पार्टी ने अंततः एक समझौते के तहत सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री और डीके को उपमुख्यमंत्री बना दिया।
तब मीडिया में यह खबर आई थी कि पार्टी ने रोटेशनल सीएम फॉर्मूले पर सहमति जताई है, जिसमें ढाई साल बाद डीके शिवकुमार को सीएम बनाया जाएगा।
हालांकि, कांग्रेस ने कभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की।
मेरे पास समर्थन के सिवा विकल्प नहीं – डीके शिवकुमार
डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने भी हाल ही में साफ किया कि वह पार्टी के फैसले का सम्मान करते हैं और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का समर्थन जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा, मैंने किसी से खुद को मुख्यमंत्री बनाने की मांग नहीं की। जब सिद्धारमैया सीएम हैं, तो नेतृत्व परिवर्तन की जरूरत ही नहीं है।
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि जो नेता सार्वजनिक रूप से सीएम बदलने की मांग कर रहे हैं, उन्हें डिसिप्लिनरी नोटिस भेजे जाएंगे।
कुल मिलाकर डीके शिवकुमार संकेत दे चुके हैं कि उनके पास सिद्धारमैया का साथ देने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
अंदरूनी असंतोष पर पार्टी का कड़ा रुख
बीते कुछ हफ्तों में कांग्रेस के कुछ विधायकों ने डीके शिवकुमार को सीएम बनाने की मांग उठाई थी।
इससे अटकलें तेज हो गईं कि 2025 के अंत तक नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है।
लेकिन पार्टी हाईकमान और राज्य नेतृत्व दोनों ने इस मुद्दे पर क्लोज डोर अप्रोच अपनाने और सार्वजनिक बयानबाजी से बचने का निर्देश दिया है।
डीके शिवकुमार खुद साफ कर चुके हैं कि सत्तारूढ़ कांग्रेस में कोई असंतोष नहीं है और जब सिद्धारमैया मुख्यमंत्री हैं, तो नेतृत्व के मुद्दे पर किसी तरह के विवाद की कोई जरूरत नहीं है।
वहीं, अब सीएम सिद्धारमैया के ताजा बयान ने तस्वीर और साफ कर दी है कि पार्टी फिलहाल राज्य सरकार में किसी भी तरह का बदलाव नहीं चाहती।
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