Rahul Gandhi in Bihar: इस साल के अंत में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं और राजनीतिक पार्टियों साल एक्शन मोड में नजर आ रही है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पिछले चार महीने में तीसरी बार बिहार के दौरे पर हैं।
7 अप्रैल (सोमवार) को कांग्रेस सांसद बेगूसराय में कन्हैया कुमार की ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा में शामिल हुए।
इस दौरान कांग्रेस समर्थकों में जोरदार उत्साह देखने को मिला, इस दौरान करीब 10 हजार लोग मौजूद थे।
राहुल गांधी का चार महीनों में तीसरा बिहार दौरा
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का पिछले चार महीनों में तीसरा बिहार दौरा दर्शाता है कि कांग्रेस पार्टी अब राज्य में गंभीरता से विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है।
इससे पहले वह जनवरी और फरवरी में पटना आ चुके हैं, जहां उन्होंने संविधान सुरक्षा सम्मेलन और जगलाल चौधरी जयंती समारोह में हिस्सा लिया था।
लेकिन, इस बार उनका बेगूसराय दौरा खासा राजनीतिक महत्व रखता है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बेगूसराय जिले में ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा में भाग लेकर राज्य की राजनीति में बड़ा संकेत दिया।
यह यात्रा कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार के नेतृत्व में राज्य के युवाओं के मुद्दों को केंद्र में रखकर निकाली जा रही है।
राहुल गांधी का इस यात्रा में शामिल होना न केवल कांग्रेस के चुनावी अभियान को मजबूती देने वाला कदम है, बल्कि कन्हैया कुमार के साथ पार्टी के भविष्य की रणनीति का भी संकेत देता है।
24 मिनट में 1 km चले, नुक्कड़ सभा भी हो गई कैंसिल
कन्हैया कुमार की ‘पलायन रोको और नौकरी दो’ यात्रा में राहुल गांधी 1KM पैदल चले और ये पदयात्रा 24 मिनट में खत्म हो गई।
इसके अलाना राहुल गांधी एक नुक्कड़ सभा को भी संबोधित करने वाले थे, लेकिन वो भी अचानक कैंसिल हो गई और तय समय से पहले ही राहुल पटना के लिए रवाना हो गए।
हालांकि, राहुल गांधी के यात्रा में शामिल होने से बड़ी संख्या में कांग्रेस समर्थक और स्थानीय लोग सड़कों पर उमड़ पड़े।
कई कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के करीब पहुंचने की कोशिश की, जिससे माहौल पूरी तरह चुनावी रैली जैसा दिखा।
सफेद टीशर्ट पहने राहुल गांधी ने युवाओं से भी अपील करी कि वे भी सफेद टीशर्ट पहनकर यात्रा में शामिल हो।
इस पदयात्रा का उद्देश्य युवाओं के सामने आ रही प्रमुख समस्याएं जैसे बेरोजगारी, शिक्षा की गिरती गुणवत्ता, महंगाई और पलायन को प्रमुखता देना है।
राहुल गांधी ने युवाओं से संवाद करते हुए कहा, “हम बिहार को एक ऐसा राज्य बनाना चाहते हैं, जहां युवाओं को काम के लिए पलायन न करना पड़े। यह उनकी जन्मभूमि है, यही उनका भविष्य है।”
राहुल गांधी के बिहार दौरे पर भाजपा का तीखा हमला
राहुल गांधी के बिहार दौरे पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने तीखा हमला बोला है।
बेगूसराय से सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी पहले अपना पलायन रोकें, फिर देश के पलायन की बात करें।
कभी केरल से अमेठी, कभी अमेठी से वायनाड, ये खुद तय नहीं कर पा रहे कि कहां से राजनीति करनी है।
गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी के सफेद कपड़े पहनने पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें भगवा रंग से नफरत है।
वहीं, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि राहुल जहां भी जाते हैं, वहां अपने सहयोगी नेताओं की “खटिया खड़ी” कर देते हैं, लगता है यहां भी वह तेजस्वी यादव का खटिया खड़ा करने आए हैं।
कन्हैया कुमार कांग्रेस का उभरता युवा चेहरा
राहुल गांधी का कन्हैया कुमार की पदयात्रा में शामिल होना विश्लेषकों के अनुसार एक अहम राजनीतिक संकेत है।
कन्हैया कुमार कांग्रेस के उभरते युवा चेहरे माने जा रहे हैं और उनका गृह जिला बेगूसराय है।
2019 में उन्होंने यहां से लोकसभा चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें भाजपा के गिरिराज सिंह से हार का सामना करना पड़ा था।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, यदि आगामी विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को बहुमत मिलता है, तो कन्हैया कुमार को उपमुख्यमंत्री पद के लिए प्रोजेक्ट किया जा सकता है।
वहीं राहुल गांधी का यह दौरा न केवल बिहार कांग्रेस को एकजुट करने की कोशिश है, बल्कि राज्य के युवाओं को यह भरोसा दिलाने का प्रयास भी है कि कांग्रेस उनकी समस्याओं को लेकर गंभीर है।
कन्हैया कुमार के साथ मंच साझा कर राहुल गांधी ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि पार्टी भविष्य की राजनीति में युवा नेतृत्व को आगे लाना चाहती है।
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