RJD VS JDU Poster War: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक दलों के बीच जुबानी जंग और पोस्टर वार तेज हो गया है। इस बार प्रचार में हाईटेक तरीका अपनाते हुए पटना में ऐसे पोस्टर लगाए गए हैं, जिनमें QR कोड दिया गया है। यह पहली बार है जब किसी राजनीतिक प्रचार में तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इन पोस्टरों के माध्यम से RJD के शासनकाल को जंगलराज करार देते हुए लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर निशाना साधा गया है।
QR कोड स्कैन कर जानिए ‘जंगलराज’ की कहानी
पटना की दीवारों पर बुधवार को लगे इन पोस्टरों पर पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी और उनके बेटे तेजस्वी यादव के साथ तेज प्रताप यादव की तस्वीरें हैं। पोस्टर पर बड़ा सा स्लोगन लिखा है- ‘जंगलराज का अत्याचार, भूलेगा नहीं बिहार’। दिलचस्प बात यह है कि इसमें एक QR कोड दिया गया है, जिसे स्कैन करने पर ‘भूलेगा नहीं बिहार’ (bhuleganahibihar.com) नाम की वेबसाइट खुलती है। इस वेबसाइट पर RJD के शासनकाल के कथित कुशासन और अपराधों की जानकारी दी गई है।
QR कोड स्कैन करने के बाद खुलने वाले पेज पर एक वीडियो गाना भी उपलब्ध है, जिसके बोल हैं – ‘खूब कइले थे अत्याचार, जब जनता थी लाचार, भूलेगा नहीं बिहार, भूलेगा नहीं बिहार’। इसके अलावा इस पेज पर ‘काला चिट्ठा’ नाम से कुछ दस्तावेज़ भी डाउनलोड करने का विकल्प दिया गया है, जिसमें लालू यादव शासनकाल के विवादित मामलों का जिक्र किया गया है। इसमें चारा घोटाला, लैंड फॉर जॉब स्कैम और लालकृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा को रोकने जैसे मामलों को उजागर किया गया है।
JDU का बयान: नई पीढ़ी को जानना जरूरी
जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने इस पोस्टर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ये बिहार की नई पीढ़ियों के लिए बहुत जरूरी है कि लालू यादव के विचारधारा के चलते बिहार ने कितना सामाजिक और राजनीतिक संकट झेला है। बिहार के माथे पर कलंक का टीका लगा। राजद शासनकाल का चेहरा बेनकाब होगा। आप पोस्टर पर लगे QR कोड को स्कैन करिए और और लालू-राबड़ी राज के आतंक का चेहरा देखिए। बता दें कि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि इस पोस्टर को लगाने के पीछे किस संगठन या पार्टी का हाथ है, क्योंकि इसमें किसी राजनीतिक दल या संगठन का नाम नहीं लिखा गया है।
नीतीश कुमार के खिलाफ भी लग चुके हैं पोस्टर
पोस्टर वार में सिर्फ राजद ही निशाने पर नहीं है, बल्कि जदयू भी इसके घेरे में आ गया है। मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास के बाहर नीतीश कुमार के खिलाफ भी पोस्टर लगाए गए। इन पोस्टरों में वक्फ संपत्तियों और NRC के मुद्दे को लेकर नीतीश कुमार पर निशाना साधा गया है। पोस्टर में लिखा गया है, ‘तुम तो धोखेबाज हो, वादा करके…NRC पर हम तुम्हारे साथ नहीं। वक्फ पर तो बिल्कुल भी साथ नहीं। वोट लेंगे तुम्हारा लेकिन साथ नहीं देंगे।’
इसके अलावा भी नीतीश कुमार के खिलाफ ‘नॉन सीरियस चीफ मिनिस्टर’, ‘धृतराष्ट्र की सरकार’ और ‘नायक नहीं, जी हां मैं हूं खलनायक जैसे पोस्टर RJD लगा चुकी है। इससे ये स्पष्ट होता है कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले हर राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा है।
बिहार में इफ्तार पार्टी पर भी सियासत गर्म
बिहार में रमजान के दौरान इफ्तार पार्टियों को लेकर भी सियासी पारा उबाल पर देखा गया। बीते सोमवार को कई राजनीतिक दलों द्वारा इफ्तार का आयोजन किया गया, जिसमें बड़े नेताओं की मौजूदगी देखी गई। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, इफ्तार पार्टियां भी चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा बन चुकी हैं और सभी दल मुस्लिम मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने में लगे हुए हैं।
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