Waqf Bill Protest: देश में हाल ही में लागू किए गए नए वक्फ संशोधन कानून को लेकर राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर भारी विवाद खड़ा हो गया है।
संसद से पारित और 8 अप्रैल से लागू हुए इस कानून के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, वहीं जम्मू-कश्मीर विधानसभा में इसका तीव्र प्रतिरोध देखने को मिल रहा है।
लगातार तीसरे दिन भी विधानसभा में हंगामा हुआ, जिसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायकों के बीच मारपीट तक की नौबत आ गई।
J&K विधानसभा में हंगामा और टकराव
9 अप्रैल बुधवार को जब विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई, तो NC के विधायक वक्फ कानून पर चर्चा की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी करने लगे।
इसके विरोध में भाजपा के विधायक भी मोर्चा खोलते नजर आए और दोनों पक्षों के बीच माहौल इतना गरमा गया कि हाथापाई हो गई।
इस बीच आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक मेहराज मलिक और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के विधायक वहीद पारा के बीच भी तीखी बहस हो गई।
AAP विधायक ने PDP विधायक पर भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाया, जिससे सदन का माहौल और भी तनावपूर्ण हो गया।
महौल शांत करने के लिए स्पीकर ने विधानसभा की कार्यवाही दोपहर 1 बजे तक स्थगित कर दी।
बता दें कि यह विवाद मंगलवार और सोमवार को भी देखने को मिला था। मंगलवार को NC विधायकों ने वक्फ कानून पर चर्चा की मांग करते हुए सदन में नारेबाजी की और भाजपा विधायकों से धक्का-मुक्की हुई।
सोमवार को तो एक NC विधायक ने वक्फ कानून की कॉपी फाड़ दी और अपनी जैकेट फाड़कर सदन में लहराई। इसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी थी।
बंगाल में हिंसा, मणिपुर में BJP नेता का घर फूंका
इस कानून को लेकर विरोध केवल राजनीतिक गलियारों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि सड़क पर भी इसका असर दिखने को मिल रहा है।
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में मंगलवार शाम इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी। प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया, जिसमें पुलिस की गाड़ियां भी शामिल थीं। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।
स्थिति को काबू में करने के लिए रघुनाथगंज और सुति थाना क्षेत्र में धारा 144 लागू की गई, जो 10 अप्रैल शाम 6 बजे तक प्रभावी रहेगी। वहीं जंगीपुर सब-डिवीजन के इलाकों में 11 अप्रैल शाम 6 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी।
दूसरी ओर इस कानून को समर्थन देने पर मणिपुर में भी हिंसा हुई। रविवार को थोउबल जिले में भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष असगर अली मकाकमयुम के घर में भीड़ ने तोड़फोड़ की और आग लगा दी।
AIMPLB का आंदोलन, सुप्रीम कोर्ट में 12 याचिकाएं दाखिल
नए वक्फ कानून के खिलाफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने 11 अप्रैल से देशभर में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। AIMPLB ने इसे भाजपा का सांप्रदायिक एजेंडा करार दिया और कहा कि यह कानून इस्लामी सिद्धांतों, धार्मिक स्वतंत्रता, सांप्रदायिक सौहार्द और भारतीय संविधान के ढांचे के खिलाफ है।
दूसरी तरफ वक्फ संशोधन कानून की संवैधानिकता को लेकर अब तक सुप्रीम कोर्ट में 12 याचिकाएं दाखिल की जा चुकी हैं। इनमें सबसे प्रमुख याचिका जमीयत उलेमा-ए-हिंद की है, जिसने यह दावा किया है कि यह कानून शरीयत, धार्मिक स्वतंत्रता और संविधान की मूल भावना पर हमला है। वकील कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट से तत्काल सुनवाई (अर्जेंट हियरिंग) की मांग की है।
वक्फ संशोधन कानून को 5 अप्रैल को राष्ट्रपति ने दी मंजूरी
वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को 2 अप्रैल को लोकसभा और 3 अप्रैल को राज्यसभा से पारित किया गया था। फिर 5 अप्रैल को राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद इसे 8 अप्रैल से पूरे देश में लागू कर दिया गया।
केंद्र सरकार का कहना है कि यह कानून वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता लाने और उनके दुरुपयोग को रोकने के लिए लाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कानून को सामाजिक न्याय की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया है।
बहरहाल, इस कानून को लेकर संसद से लेकर सड़क तक विरोध देखने को मिल रहा है और आने वाले दिनों में इस विरोध का असर और गहराता हो सकता है।
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