PM Modi Gujarat Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे के अंतिम दिन गांधीनगर में एक बड़ा रोड शो किया।
इस दौरान पीएम ने ‘शहरी विकास वर्ष 2025’ की शुरुआत करते हुए करोड़ों रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी।
उन्होंने राष्ट्र सुरक्षा, आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई और देश की आर्थिक प्रगति पर खुलकर बात की।
सबसे अहम रहा उनका बयान ऑपरेशन सिंदूर को लेकर, जिसे उन्होंने खुले मंच पर पहली बार विस्तार से रखा।
प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ सबूत नहीं देता, बल्कि कार्यवाही कैमरे के सामने करता है ताकि दुनिया खुद देख सके।
गुजरात ने नमक से हीरे तक की यात्रा तय की
पीएम नरेंद्र मोदी के गुजरात दौरे का मंगलवार को दूसरा दिन रहा, उन्होंने गांधीनगर में 2 किमी लंबा रोड शो किया।
इसके बाद गांधीनगर में गुजरात की शहरी विकास यात्रा के 20 साल पूरे होने के जश्न में हिस्सा लिया और ‘शहरी विकास वर्ष 2025’ की शुरुआत की।
प्रधानमंत्री ने गुजरात के लिए 5,536 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
गुजरात के विकास की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राज्य ने नमक से हीरे तक की यात्रा तय की है।
उन्होंने कहा, आज गुजरात पर्यटन, उद्योग, पर्यावरण और शहरी विकास का उदाहरण बन चुका है।
पहले कोई गुजरात को पर्यटन के नक्शे पर नहीं मानता था, लेकिन आज विदेशी पर्यटक यहां आना चाहते हैं।
‘कुछ दिन तो गुजारो गुजरात में’ जैसे अभियानों से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से लेकर गिर फॉरेस्ट और अंबाजी तक विकास हुआ है।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद करते हुए कहा कि अगर महात्मा गांधी और नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे लोगों ने संकल्प न लिया होता, तो हमें 1947 में आज़ादी नहीं मिलती।
अब हमें 2047 के भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लेना होगा।
उन्होंने कहा, 2035 में जब गुजरात 75 साल का होगा, तब यह देखना रोचक होगा कि यह कहां से कहां पहुंचा।
देश की जनता चाहती है कि ओलंपिक खेलों का आयोजन भी गुजरात में हो।
सब कैमरे के सामने किया ताकि कोई सबूत न मांगे
मंच से भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर ऑपरेशन सिंदूर पर बात की।
उन्होंने कहा, हमने आतंकवाद के 9 ठिकानों को 22 मिनट में ध्वस्त कर दिया और यह सब कैमरे के सामने किया ताकि कोई सबूत न मांगे।
अब हमें सबूत नहीं देने पड़ते, सामने वाला खुद सबूत दे रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान जानता है कि वह भारत से सीधी लड़ाई में नहीं जीत सकता, इसलिए वह आतंकवाद को प्रॉक्सी वॉर के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने यह बयान हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके बाद भारत द्वारा की गई जवाबी सैन्य कार्रवाई के संदर्भ में दिया।
उन्होंने कहा कि जिन आतंकियों के शवों को पाकिस्तान में राजकीय सम्मान दिया गया, उनके ताबूतों पर पाकिस्तानी झंडे लहराए गए, यह इस बात का प्रमाण है कि यह कोई छिपा युद्ध नहीं, बल्कि एक स्पष्ट रणनीतिक आक्रमण है।
पीएम ने सख्त लहजे में कहा, अब यह प्रॉक्सी वॉर नहीं, यह घोषित युद्ध है और उसका जवाब भी वैसा ही मिलेगा।
भारत ने पाकिस्तान को तीन बार चटाई धूल
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) का भी जिक्र करते हुए कहा कि अगर सरदार पटेल की बात मानी जाती और सेना को PoK तक जाने से नहीं रोका जाता, तो आज हालात कुछ और होते।
उन्होंने कहा, ये जो कांटा चुभा हुआ है, हमने तय कर लिया है कि उसे निकालकर रहेंगे।
शरीर चाहे कितना भी स्वस्थ हो, अगर कांटा चुभा हो तो पूरा शरीर दुखता है।
यही पीड़ा भारत के हर नागरिक की है और हम इसे खत्म करके रहेंगे।
उन्होंने पहलगाम हमले को भी उसी ‘अधूरी कार्रवाई’ का परिणाम बताया और कहा कि यह 75 वर्षों की भूलों की श्रृंखला का हिस्सा है।
पाकिस्तान से भारत की तीन लड़ाइयों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि तीनों बार भारत की सेना ने पाकिस्तान को धूल चटा दी और इसी कारण पाकिस्तान अब छिपकर वार करता है।
लेकिन अब भारत वह नहीं रहा, अब उसे जवाब मिलता है।
हमने कोरोना से भी लड़ा, पड़ोसियों से भी लड़ा
पीएम मोदी ने कहा कि जब वह 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बने थे, तब भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में 11वें स्थान पर थी।
लेकिन, आज हम चौथे स्थान पर हैं और जल्द ही तीसरे स्थान पर पहुंचने वाले हैं।
उन्होंने कहा, हमने कोरोना से भी लड़ा, पड़ोसियों से भी लड़ा, प्राकृतिक आपदाओं का भी सामना किया, लेकिन इसके बावजूद हमारी इकोनॉमी आगे बढ़ती रही।
जब हमने ब्रिटेन को पीछे छोड़ा था, तब पूरे देश में नया उत्साह देखा गया।
अब हम तीसरे स्थान की ओर बढ़ रहे हैं।
अगर कोई कहे कि इसमें समय लगेगा, तो देश कहेगा – मोदी है तो मुमकिन है।
अपने संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री ने कहा, यह देश वीरों की भूमि है।
हमारी संस्कृति ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की रही है, लेकिन जब-जब हमें ललकारा गया है, हमने जवाब भी उसी अंदाज में दिया है।
आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई अब निर्णायक चरण में है।
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