Pakistan Defense Minister: भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए हैं और पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने भारत को खुलेआम धमकी दी है।
ख्वाजा आसिफ कहा है कि अगर भारत ने सिंधु नदी का पानी रोकने की कोशिश की, तो पाकिस्तान हमला करेगा।
यह बयान ऐसे समय आया है जब हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और सैन्य टकराव तेजी से बढ़ा है।
ख्वाजा आसिफ ने दी भारत को धमकी
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने शुक्रवार को बयान दिया कि अगर भारत सिंधु नदी के जल को रोकता है, तो पाकिस्तान इसके जवाब में सैन्य कार्रवाई करेगा।
उनका यह बयान अंतरराष्ट्रीय मंच पर न केवल पाकिस्तान की आक्रामक नीति को दर्शाता है, बल्कि यह सिंधु जल संधि जैसे ऐतिहासिक समझौते को भी खतरे में डालता है।
बता दें कि 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व बैंक की मध्यस्थता में सिंधु जल संधि हुई थी, जिसे दोनों देश अब तक मानते आए हैं।
इसके तहत भारत और पाकिस्तान के बीच 6 नदियों का पानी बांटने को लेकर एक समझौता हुआ था।
65 साल पुराने इस समझौते का मकसद था कि दोनों देशों में जल को लेकर कोई संघर्ष न हो और खेती करने में बाधा न आए।
डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर भारत की कार्रवाई
भारत ने पाकिस्तान की भड़काऊ बयानबाजी के जवाब में डिजिटल मोर्चे पर भी सख्त रुख अपनाया है।
भारत सरकार ने पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री अताउल्लाह तरार का X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट ब्लॉक कर दिया है, क्योंकि उन्होंने भारत पर हमले का झूठा दावा किया था।
इसके अलावा, भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के आधिकारिक यूट्यूब चैनल और इंस्टाग्राम अकाउंट को भी ब्लॉक कर दिया है।
भारत सरकार ने यह कदम पाकिस्तान की ओर से फैलाई जा रही गलत सूचनाओं को रोकने के लिए उठाया गया है।
सीमा पर लगातार सीजफायर उल्लंघन
इस पूरे तनाव के बीच पाकिस्तान की सेना लगातार नियंत्रण रेखा (LoC) पर सीजफायर उल्लंघन कर रही है।
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, उरी और अखनूर जैसे संवेदनशील इलाकों में पाकिस्तानी सेना लगातार नौवें दिन गोलाबारी कर रही है।
हालांकि, भारतीय सेना भी इसका मुंहतोड़ जवाब दे रही है।
यह स्थिति दोनों देशों के सीमावर्ती नागरिकों के लिए खतरे की घंटी है और क्षेत्रीय स्थिरता को गंभीर चुनौती देती है।
इस बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने राजौरी जिले के डांगरी गांव में 2023 में हुए आतंकी हमले की जांच तेज कर दी है।
एजेंसी ने दो आतंकवादियों निसार अहमद और मुश्ताक हुसैन से पूछताछ की है, जो कोट भलवाल जेल में बंद हैं।
बता दें इस हमले में सात नागरिकों की जान गई थी।
सर्जिकल स्ट्राइक पर सियासत
इस पूरे मामले में सर्जिकल स्ट्राइक एक बार फिर राजनीतिक बहस का विषय बन गया है।
कांग्रेस सांसद और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सवाल उठाते हुए कहा कि आज तक यह स्पष्ट नहीं है कि सर्जिकल स्ट्राइक कब और कहां हुई। उन्होंने सरकार से सबूत देने की मांग की है।
हालांकि, इस पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना ने कांग्रेस को देशद्रोही बताते हुए कहा कि भारतीय सेना के शौर्य पर सवाल उठाकर कांग्रेस ने राष्ट्र के साथ गद्दारी की है।
बांग्लादेश का फजलुर रहमान के बयान से किनारा
पड़ोसी देश बांग्लादेश के रिटायर्ड मेजर जनरल फजलुर रहमान के एक भड़काऊ बयान ने नई बहस छेड़ दी थी।
उन्होंने कहा था कि अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करता है, तो बांग्लादेश को चीन के साथ मिलकर भारत के पूर्वोत्तर राज्यों पर कब्जा कर लेना चाहिए।
हालांकि, बांग्लादेश सरकार ने तुरंत इस बयान से दूरी बना ली और स्पष्ट किया कि यह सरकार की आधिकारिक राय नहीं है।
यह प्रतिक्रिया क्षेत्रीय सहयोग और शांतिपूर्ण संबंधों को बनाए रखने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।
पाकिस्तान का आतंकवाद के साथ इतिहास रहा
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने कहा था कि पाकिस्तान का आतंकवाद के साथ इतिहास रहा है, यह कोई सीक्रेट नहीं है।
यह बयान उन्होंने पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के बयान से जुड़े एक सवाल को लेकर दिया था।
दरअसल, ख्वाजा आसिफ ने पहलगाम हमले के बाद कहा था कि पाकिस्तान 30 साल से आतंकवादियों को फंडिंग कर रहा है।
बिलावल ने आसिफ के बयान का समर्थन किया और कहा कि पाकिस्तान ने अपनी गलतियों का अंजाम भी भुगता है।
खाड़ी देशों से पाकिस्तान की अपील
तनाव के माहौल में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खाड़ी देशों के राजदूतों से मुलाकात की।
उन्होंने सऊदी अरब, कुवैत और संयुक्त अरब अमीरात के साथ अलग-अलग बैठकों में भारत पर दबाव बनाने की अपील की।
पाकिस्तान का कहना है कि वह पहलगाम हमले में शामिल नहीं है और वह क्षेत्रीय शांति बनाए रखने के पक्ष में है।
हालांकि, भारत की ओर से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
पाक PM की चीनी राजदूत से मुलाकात
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और चीन के राजदूत जियांग जैडॉन्ग के बीच भी शुक्रवार को बैठक हुई, जिसमें भारत-पाक तनाव पर चर्चा हुई।
चीनी राजदूत ने दोनों देशों से संयम बरतने और बातचीत से मतभेद सुलझाने की अपील की।
पाकिस्तान ने चीन के इस रुख की सराहना की और कहा कि वह दक्षिण एशिया में शांति बनाए रखने के लिए सभी पक्षों के साथ मिलकर काम करना चाहता है।
इससे पहले पाक विदेश मंत्री इशाक डार ने भी चीनी विदेश मंत्री वांग यी से फोन पर बात कर हालात की जानकारी दी थी।
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