NCERT Operation Sindoor: नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने पहली बार किसी सैन्य अभियान पर दो विशेष मॉड्यूल जारी किए हैं।
यह मॉड्यूल ऑपरेशन सिंदूर पर आधारित है, जिसे जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल 2025) के बाद भारत ने अंजाम दिया था।
इन मॉड्यूल्स को क्लास 3 से 12 तक के छात्रों के लिए सप्लीमेंट्री मटेरियल के रूप में शामिल किया गया है।
इन मॉड्यूल्स का मकसद बच्चों को भारत की सैन्य शक्ति, आतंकवाद के खिलाफ उसके रुख और शांति बनाए रखने के संकल्प से अवगत कराना है।
क्लास 3 से 12 तक के लिए अलग-अलग मॉड्यूल
NCERT ने छोटे और बड़े बच्चों के लिए मॉड्यूल्स को अलग-अलग टाइटल दिए हैं।
क्लास 3 से 8 के लिए “ऑपरेशन सिंदूर- वीरता की गाथा”
क्लास 9 से 12 के लिए “ऑपरेशन सिंदूर- सम्मान और बहादुरी का मिशन”
NCERT ने स्पष्ट किया है कि यह रेगुलर कोर्स का हिस्सा नहीं होगा, बल्कि सप्लीमेंट्री मटेरियल के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा।
इसे पोस्टर्स, चर्चाओं और वाद-विवाद के जरिए छात्रों तक पहुंचाया जाएगा।
ये स्पेशल मॉड्यूल्स रेगुलर कोर्स का हिस्सा नहीं होंगे, बल्कि इन्हें पोस्टर्स, चर्चाओं और वाद-विवाद के जरिए बच्चों को पढ़ाया जाएगा।
इसका उद्देश्य है कि छात्रों में भारत की सैन्य शक्ति और राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़े।
𝐍𝐂𝐄𝐑𝐓 𝐋𝐚𝐮𝐧𝐜𝐡𝐞𝐬 𝐒𝐩𝐞𝐜𝐢𝐚𝐥 𝐌𝐨𝐝𝐮𝐥𝐞𝐬 𝐎𝐧 '𝐎𝐩𝐞𝐫𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐒𝐢𝐧𝐝𝐨𝐨𝐫 : 𝐀 𝐒𝐚𝐠𝐚 𝐨𝐟 𝐕𝐚𝐥𝐨𝐮𝐫'
‘A Mission of Courage, Military Success & Technical Breakthrough’#NCERT introduces new modules for middle and secondary school students,… pic.twitter.com/gG6OMsI9Dn
— NCERT (@ncert) August 20, 2025
जानें इस मॉड्यूल में क्या लिखा है?
मॉड्यूल्स में कहा गया है कि पाकिस्तान ने भले ही पहलगाम आतंकी हमले में शामिल होने से इनकार किया था, लेकिन यह हमला पाकिस्तानी सेना और राजनीतिक नेतृत्व के आदेश पर हुआ।
इस आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे। इसके जवाब में भारत ने 7 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया।
इस दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में आतंकियों के नौ ठिकानों पर मिसाइल और हवाई हमले किए।
इनमें से सात ठिकाने पूरी तरह नष्ट कर दिए गए। भारतीय वायु सेना ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ में स्थित कैंप तबाह किए।
NCERT ने मॉड्यूल में यह भी उल्लेख किया है कि ऑपरेशन सिंदूर को सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं है।
यह शांति की रक्षा और हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने का संकल्प था।
इस ऑपरेशन का नाम पहलगाम हमले में मारे गए लोगों की विधवाओं के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में रखा गया था।
इस ऑपरेशन का मकसद जैश, लश्कर, हिजबुल और ISI को करारा जवाब देना था।
सरकार की ओर से यह भी दोहराया गया कि कार्रवाई के दौरान किसी भी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचा।
इन मॉड्यूल्स का मुख्य उद्देश्य बच्चों को वीरता, कर्तव्य और देशभक्ति से जोड़ने का प्रयास है।
साथ ही यह बताना है कि भारत आतंकवाद का सामना कैसे करता है और सैनिक किस तरह राष्ट्र की सुरक्षा के लिए बलिदान देते हैं।
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