Congress Attack on Government: बीते दिनों मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में किसान सम्मान आभार सम्मेलन आयोजित किया गया था। जिसमें एमपी सरकार द्वारा किसानों को अगले तीन साल में 30 लाख सोलर पंप दिए जाने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार सोलर पंप के माध्यम से किसानों को बिजली उत्पादन में भी आत्म-निर्भर बनाएगी। सरकार की इस घोषणा पर अब कांग्रेस ने तंस कसते हुए इसे झूठा दिखावा बताया है। कांग्रेस कहा कहना है कि प्रदेश सरकार बस किसानों को सोलर पंप लगाने का झूठा सपना दिखा रही है।
अगले तीन साल में 30 लाख सोलर पंप देने का वादा
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किसान सम्मान आभार सम्मेलन में किसानों के लिए एक बड़ी घोषणा की। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार आने वाले तीन सालों में 30 लाख सोलर पंप किसानों को उपलब्ध कराएगी। इस योजना के तहत हर साल 10 लाख सोलर पंप किसानों को दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार किसानों को केवल सिंचाई के लिए पानी ही नहीं बल्कि बिजली उत्पादन में भी आत्मनिर्भर बनाएगी। किसान सोलर पंप से न केवल अपने खेतों की सिंचाई कर सकेंगे, बल्कि अतिरिक्त सौर ऊर्जा का उत्पादन कर उसे सरकार को बेच सकेंगे। सरकार किसानों से यह अतिरिक्त बिजली खरीदेगी और नगद भुगतान करेगी, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य किसानों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाकर खेती की लागत को कम करना है। सोलर पंप योजना से न केवल बिजली का खर्च बचेगा, बल्कि पर्यावरण अनुकूल ऊर्जा के उपयोग को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे प्रदेश में ग्रीन एनर्जी को भी बढ़ावा मिलेगा और किसानों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। वहीं अब सरकार और विपक्ष के बीच इस मुद्दे पर जुबानी जंग तेज हो गई है।
कांग्रेस ने सरकार की घोषणा को बताया जुमला
मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद कांग्रेस ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने सरकार की इस योजना को पूरी तरह ढकोसला करार दिया है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश नायक ने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ झूठे वादे कर रही है और किसानों को गुमराह कर रही है। मुकेश नायक ने कहा कि वर्ष 2017 में प्रदेश में करीब 46 हजार किसानों ने सोलर पंप के लिए आवेदन किया था, लेकिन आज तक इन किसानों को सोलर पंप उपलब्ध नहीं कराए गए हैं।
मुकेश नायक ने कहा कि जब 46 हजार किसानों को सात साल में सोलर पंप नहीं मिल सके, तो अगले तीन वर्षों में 30 लाख सोलर पंप देने का वादा करना पूरी तरह अव्यावहारिक और चुनावी घोषणा है, जिसका हकीकत से कोई लेना-देना नहीं है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में किसानों के लिए कृषि बिजली कनेक्शन और अन्य योजनाएं पहले से ही अव्यवस्था का शिकार हैं। किसानों को समय पर बिजली नहीं मिल रही है और वे आज भी पुराने डीजल पंपों पर निर्भर हैं। ऐसे में सोलर पंप योजना सिर्फ कागजी वादा बनकर रह जाएगी।
हालांकि, सरकार ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की यह घोषणा किसानों की आर्थिक तरक्की और ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। सरकार ने भरोसा दिलाया कि इस योजना को मिशन मोड में लागू किया जाएगा और समयबद्ध तरीके से किसानों को सोलर पंप उपलब्ध कराए जाएंगे।
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