Patna Mahagathbandhan Meeting

Patna Mahagathbandhan Meeting

तेजस्वी CM-सहनी डिप्टी CM! पटना में महागठबंधन की बैठक में बिहार CM फेस पर मंथन

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Patna Mahagathbandhan Meeting: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं।

आज पटना स्थित राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के कार्यालय में दोपहर 2 बजे महागठबंधन की अहम बैठक होने जा रही है।

इस बैठक में आरजेडी, कांग्रेस, भाकपा (माले) समेत महागठबंधन के सभी घटक दलों के नेता शामिल होंगे।

सीट बंटवारे, मुख्यमंत्री चेहरे और चुनावी रणनीति जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर इस बैठक में मंथन होगा।

यह बैठक दिल्ली में तेजस्वी यादव और राहुल गांधी की मुलाकात के बाद हो रही है, जिसे बेहद निर्णायक माना जा रहा है।

छोटे भाई तेजस्वी CM और मैं डिप्टी CMसहनी

पटना में होने वाली महागठबंधन की बैठक में राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति पारस और विकासशील इंसान पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी भी शामिल हो सकते हैं।

वहीं बैठक से एक दिन पहले VIP के प्रमुख मुकेश सहनी का बयान चर्चा का विषय बना हुआ है।

सहनी ने नालंदा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “इस बार महागठबंधन की सरकार बनेगी। मेरे छोटे भाई तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे और मैं निषाद का बेटा डिप्टी सीएम बनूंगा।”

उनके इस बयान से यह साफ हो गया है कि VIP अब सत्ता में निर्णायक हिस्सेदारी की मांग कर रही है।

सहनी ने यह भी कहा कि जब तक उनकी पार्टी के पास 2-3 दर्जन विधायक नहीं होंगे, तब तक वह सत्ता में निर्णायक भूमिका नहीं निभा सकती।

मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर RJD-कांग्रेस में मतभेद

महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर अब मतभेद खुलकर सामने आने लगे हैं।

आरजेडी पहले ही तेजस्वी यादव को अपना सीएम कैंडिडेट घोषित कर चुकी है।

वहीं कांग्रेस की ओर से साफ संकेत हैं कि इस पर फैसला चुनाव के बाद किया जाएगा।

कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू और नेता सचिन पायलट ने भी कहा कि मुख्यमंत्री के नाम पर निर्णय INDIA गठबंधन के स्तर पर चुनाव बाद होगा।

कांग्रेस का रुख यह है कि पहले सीट बंटवारा तय किया जाए और फिर सामूहिक रूप से मुख्यमंत्री चेहरे पर निर्णय हो।

सीट बंटवारे को लेकर भी खींचतान

महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर भी गहमागहमी है।

कांग्रेस इस बार 70 से कम सीटों पर समझौता करने के मूड में नहीं है, जबकि VIP प्रमुख मुकेश सहनी 60 सीटों की मांग कर चुके हैं।

सहनी ने पहले ही साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी 60 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और सत्ता में भागीदारी के तहत डिप्टी सीएम का पद भी मांगेगी

इसके साथ ही उन्होंने 50 प्रतिशत सीटों पर अति-पिछड़ा और अनुसूचित जाति/जनजाति (SC/ST) वर्ग के उम्मीदवारों को टिकट देने की मांग भी रखी है।

2015 और 2020 के नतीजों से सीख

2015 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस शामिल थे। उस दौरान इन तीनों ने मिलकर NDA को बड़ी शिकस्त दी थी।

सीट शेयरिंग का फॉर्मूला के तहत आरजेडी को 101 सीटें, जेडीयू को 101 और कांग्रेस को 41 सीटें मिली थीं।

कुल 178 सीटों के साथ महागठबंधन सत्ता में आया था और एनडीए 58 सीटों पर सिमट गई।

हालांकि, 2020 के चुनाव से पहले 2017 में ही नीतीश कुमार ने महागठबंधन छोड़ दिया और NDA में शामिल हो गए।

साल 2020 में RJD ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा और 75 सीटें जीतीं, जिससे वह सबसे बड़ी पार्टी बनी।

कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन सिर्फ 19 सीटें जीत सकी।

वाम दलों ने अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन किया। भाकपा (माले) ने 12 सीटें, भाकपा और माकपा ने 2-2 सीटें जीतीं

तेजस्वी यादव ने कड़ी टक्कर दी थी, लेकिन बहुमत से दूर रह गए।

को-ऑर्डिनेशन कमेटी के गठन पर आज चर्चा

आज होने वाली महागठबंधन की बैठक बिहार की राजनीति के लिए निर्णायक साबित हो सकती है। यदि सीटों और नेतृत्व को लेकर आम सहमति नहीं बन पाई, तो यह विपक्षी एकता के लिए झटका हो सकता है। वहीं अगर महागठबंधन एकजुट होकर रणनीति बना लेता है, तो यह एनडीए के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकती है।

दिल्ली बैठक के बाद कांग्रेस नेता कृष्णा अल्लावरू ने जानकारी दी कि 17 अप्रैल को पटना में होने वाली बैठक में महागठबंधन की को-ऑर्डिनेशन कमेटी बनाई जाएगी। इस कमेटी में सभी घटक दलों को प्रतिनिधित्व मिलेगा, ताकि आगे की रणनीति मिलकर तय की जा सके। इस समिति का उद्देश्य महागठबंधन के भीतर संवाद बनाए रखना और विवादों को समय रहते सुलझाना होगा।

दिल्ली में हुई थी RJD और कांग्रेस की बैठक

इससे पहले 15 अप्रैल को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर आरजेडी और कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई थी।

इस बैठक में तेजस्वी यादव, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, मनोज झा, संजय यादव, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अकिलेश सिंह, प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरू सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे।

बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि “जो भी बातें हैं, हम बैठकर तय कर लेंगे। आप लोग चिंता मत कीजिए।”

वहीं जब उनसे मुख्यमंत्री चेहरे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट जवाब नहीं दिया, लेकिन इतना जरूर कहा कि “सब मिल बैठकर तय करेंगे।”

यहां पढ़ें पूरी खबर – सीट बंटवारे को लेकर Delhi में कांग्रेस और RJD की बैठक

कांग्रेस बिहार में जनाधार बढ़ाने को लेकर गंभीर

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे 19 और 20 अप्रैल को बिहार दौरे पर रहेंगे। वे 19 अप्रैल को बक्सर और 20 अप्रैल को पटना में रैली को संबोधित करेंगे।

इससे पहले राहुल गांधी भी 7 अप्रैल को बिहार दौरे पर आ चुके हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस इस बार बिहार में अपना जनाधार बढ़ाने को लेकर गंभीर है

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